December 21, 2024
Sevoke Road, Siliguri
उत्तर बंगाल लोकसभा चुनाव सिलीगुड़ी

2025 के जश्न के लिए सिलीगुड़ी कितना तैयार!

कुछ खट्टी मीठी यादों के साथ 2024 साल का अवसान हो रहा है. नए साल का आगमन हो और सिलीगुड़ी शांत रहे, ऐसा कभी नहीं हुआ है. देश में कहीं और नए साल का जश्न मने या ना मने, परंतु सिलीगुड़ी में एक दिन नहीं बल्कि पूरे महीने तक नए साल का जश्न मनता रहता है. सिलीगुड़ी के आसपास में अनेक पिकनिक स्पॉट हैं. सिलीगुड़ी के युवा नए साल का स्वागत अपने तरीके से करते हैं और नजदीकी पिकनिक स्पॉट पर जाते हैं.

सिलीगुड़ी के नजदीक कई पर्यटक स्थल हैं. सिलीगुड़ी में बंगाल सफारी पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र रहा है. बंगाल सफारी पर्यटकों के लिए सजकर तैयार है. Dooars तो पूरा पर्यटक स्थल है ही. जहां जंगल, हरियाली और प्राकृतिक परिवेश रहता है. दूसरी तरफ पहाड़ है, जहां छोटे बड़े अनेक पर्यटक स्थल हैं. सिलीगुड़ी के नजदीक दूधिया बरसों से सिलीगुड़ी के युवाओं का ध्यान आकर्षित करता रहा है. पहाड़ियों से घिरा दूधिया पर्यटक स्थल पर्यटकों का मनपसंद स्थल माना जाता है. इसके अलावा रंगट॔ग, रोहिणी, सेवक, गाजलडोबा, लाटागुरी इत्यादि पर्यटक स्थल हैं.

अगर आप सिलीगुड़ी से बाहर जाना नहीं चाहते हैं तो सिलीगुड़ी में ही कई पार्क और पर्यटक स्थल हैं, जहां सुकून मिलता है. सूर्य सेन पार्क में कुछ पल बिताने दूर-दूर से लोग आते हैं. यहां हर रविवार को मेला सा लग जाता है. इसके अलावा फूलबारी के निकट कई रिजॉर्ट और डेस्टिनेशन है, जहां आप जा सकते हैं. कई लोगों के लिए महानंदा नदी भी मौज मस्ती का केंद्र है. प्रशासन के द्वारा सिलीगुड़ी के लोगों के द्वारा पिकनिक का आनंद उठाने के लिए कुछ प्रमुख पार्कों को सजाया जाएगा. ताकि ऐसे लोग जो शहर से बाहर नहीं जा सकते, वे घर में ही आनंद उठा सकें और नए साल का स्वागत कर सकें.

इस समय तो दार्जीलिंग भी पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बना है.दार्जिलिंग में मेलो टी उत्सव चल रहा है. इसका आयोजन दार्जिलिंग के चौरस्ता में किया गया है. पर्यटकों के लिए दार्जिलिंग का मौसम भी अभी अनुकूल है. इस समय दार्जिलिंग पहाड़ में भूस्खलन या बाढ़ का कोई खतरा नहीं रहता है. यहां क्रिसमस से ही नए साल का स्वागत क्रम चल पड़ता है. पूरे जनवरी महीने तक यहां चहल-पहल रहती है. पर्यटक खासतौर पर कंचनजंघा का दर्शन करना खूब पसंद करते हैं.

सिलीगुड़ी में बड़ा दिन यानी क्रिसमस के दिन से ही नए साल का स्वागत करने की तैयारी शुरू हो जाती है, जो पूरे जनवरी महीने तक चलती है. अगर आप नए साल पर कहीं पिकनिक पर जाने की सोच रहे हैं तो अपनी प्रकृति के अनुसार ही कार्यक्रम बनाएं. शांत प्रकृति के लोगों के लिए वन विहार यानी Dooars काफी अच्छा हो सकता है. लेकिन अगर आप धमा चौकड़ी पसंद करते हैं तो पहाड़ आपके लिए अच्छा रहेगा.

आमतौर पर पिकनिक पर अनेक त्रासदियां देखने को मिलती है. कभी सड़क दुर्घटना तो कभी शराब के नशे में गाड़ी चलाना तो कभी युवकों के बीच मारपीट आदि की घटनाएं हर साल नए साल पर सुनी जाती है. ऐसी घटनाओं की रोकथाम के लिए प्रशासन के स्तर पर भी तैयारी की जा रही है तो दूसरी तरफ पर्यटक स्थल और आयोजकों को भी दिशा निर्देश दिया जा रहा है. इसके साथ ही पिकनिकरो के लिए भी प्रशासन गाइडलाइंस जारी करने की तैयारी में है. अगले कुछ दिनों में यह स्पष्ट भी हो जाएगा.

नए साल का स्वागत तो करें, लेकिन उन्माद में नहीं. बल्कि पूरे होशो हवास में. यह समय केवल एंजॉयमेंट के लिए नहीं है बल्कि नए साल की तैयारी, संकल्प, अधूरे काम को पूरा करने और नई योजनाएं बनाने के लिए होना चाहिए. नया साल अधूरे काम को पूरा करने का उचित अवसर होता है.इस पर विचार करना चाहिए. 2024 में क्या खोया क्या पाया, इस पर चिंतन करने और नए साल के लिए सुधार करने के लिए नए साल का स्वागत किया जाना चाहिए.

(अस्वीकरण : सभी फ़ोटो सिर्फ खबर में दिए जा रहे तथ्यों को सांकेतिक रूप से दर्शाने के लिए दिए गए है । इन फोटोज का इस खबर से कोई संबंध नहीं है। सभी फोटोज इंटरनेट से लिये गए है।)

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