सिलीगुड़ी के सेवक रोड पर हर समय जाम की समस्या देखी जा सकती है. पानी टंकी से लेकर माखन भोग और उससे आगे एम बाजार तक जाम की समस्या गंभीर है. देखा जाए तो पानीटंकी मोड से लेकर विशाल सिनेमा हॉल तक लोगों को जाम का सामना करना पड़ता है. यह किसी विशेष दिन की बात नहीं है. बल्कि हर रोज वाहन चालको से लेकर पैदल सवार तक को इस स्थिति से दो चार होना पड़ता है.
उधर विधान मार्केट रोड पर भी जाम की स्थिति देखी जा सकती है. हाशमी चौक अथवा वेनस मोड से पानी टंकी मोड तक जाम ही जाम रहता है. यूं तो विधान मार्केट का इलाका हमेशा जाम ही रहता है. परंतु सड़कों पर भी यह नजारा देखा जा सकता है.जानकार मानते हैं कि इसके लिए विधान मार्केट रोड से लेकर पानी टंकी मोड होते हुए सेवक रोड पर विशाल सिनेमा तक विभिन्न क्रॉसिंग और इलेक्ट्रिक सिग्नल जिम्मेवार हैं.
हाशमी चौक से लेकर विधान मार्केट रोड पर पानी टंकी मोड तक कम से कम चार से पांच क्रॉसिंग है, जहां इलेक्ट्रिक सिग्नल भी है. कुछ क्रॉसिंग तो एकदम पास पास में है, जहां लाल बत्ती भी दिख जाती है. इनमें से कुछ क्रॉसिंग को बंद किया जा सकता है. या कह सकते हैं कि इन क्रॉसिंग की कोई उपयोगिता नहीं है. दूसरी ओर इसके कारण गाड़ियां आगे नहीं बढ़ पाती और जाम में फंस जाती है. जानकारों का मानना है कि अगर जिला प्रशासन तथा ट्रैफिक विभाग इनमें से कुछ क्रॉसिंग को बंद कर दें अथवा इलेक्ट्रिक सिग्नल को हटा दे तो जाम की स्थिति में सुधार आएगा!
विधान मार्केट रोड पर केवल दो क्रॉसिंग और दो इलेक्ट्रिक सिग्नल की ही आवश्यकता है. इसी तरह से जब हम सेवक रोड पर आगे बढ़ते हैं तो माखन भोग तक नजदीक में ही कई क्रॉसिंग दिख जाएगी, जहां गाड़ियां अटक जाती है. पानी टंकी मोड़ से माखन भोग तक एक क्रॉसिंग तथा एक इलेक्ट्रिक सिग्नल से ही काम चल सकता है. इस स्थिति में जाम की समस्या में सुधार होगा.
माखन भोग से आगे सेवक रोड पर पायल सिनेमा हॉल तक छोटी बड़ी कई क्रॉसिंग है और वहां इलेक्ट्रिक सिग्नल होने से भी गाड़ियां जाम की शिकार हो जाती है. इनमें से कुछ क्रॉसिंग की कोई उपयोगिता ही नहीं है. केवल एक क्रॉसिंग हैदरपारा मोड होनी चाहिए. उसके बाद एक क्रॉसिंग एम बाजार का तथा उसके उपरांत तीसरी क्रॉसिंग पायल सिनेमा का होना चाहिए. बाकी क्रॉसिंग पर इलेक्ट्रिक सिग्नल की कोई आवश्यकता ही नहीं है.
पायल सिनेमा हॉल से आगे सेवक रोड पर आनंद लोक से लेकर विशाल सिनेमा हॉल तक भी कई क्रॉसिंग मिल जाती है.अगर ट्रैफिक विभाग आनंदलोक वाली क्रॉसिंग के अलावा शेष क्रॉसिंग को बंद करने पर विचार करे तो कुछ हद तक यहां भी स्थिति में सुधार हो सकता है. सेवक रोड पर आईटीआई मोड़ के पास भी जाम की स्थिति देख सकते हैं. यहां भी पास पास में 2-2 क्रॉसिंग है. जिनमें से एक क्रॉसिंग को बंद किया जा सकता है. इसी तरह से इलेक्ट्रिक सिग्नल को भी हटाया जा सकता है. ऐसे में यहां जाम लगने की संभावना बहुत कम रह जाती है.
क्योंकि सेवक रोड का चौड़ीकरण नहीं किया जा सकता, ऐसी स्थिति में प्रशासन के पास जाम मुक्त सेवक रोड के लिए बहुत कम विकल्प रह जाता है. या तो प्रशासन अनावश्यक क्रॉसिंग को बंद करे या फिर दूसरा विकल्प सेवक रोड पर चलने वाले रिक्शा, ठेला गाड़ी आदि पर लगाम लगाए, जो मौजूदा स्थितियों में संभव नहीं दिखता. इस स्थिति में एकमात्र विकल्प यही है कि अनावश्यक क्रॉसिंग को नियंत्रित किया जाए तथा जगह-जगह लगी लाल बतियों की संख्या में कमी की जाए. तभी सेवक रोड पर जाम की समस्या में कमी आएगी!