सिलीगुड़ी के निकट बंगाल सफारी पार्क कमाई और प्रबंधन के मामले में एक अच्छा उदाहरण प्रस्तुत कर रहा है. इसका उद्घाटन 23 जनवरी 2016 को हुआ था. और तब से यह पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. दिन पर दिन बंगाल सफारी पार्क नई नई ऊंचाइयों को प्राप्त कर रहा है. लगभग 297 हेक्टेयर में फैले इस पार्क की स्थापना जीवों के लिए प्राकृतिक आवास और आगंतुकों के लिए मनोरंजन और शिक्षा का स्थान प्रदान करने के इरादे से की गई थी.
बंगाल सफारी पार्क में कई तरह के वन्य जीव हैं.इनमें रॉयल बंगाल टाइगर, एशियाई हाथी, काले भालू, तेंदुए और कई तरह के पक्षी शामिल है. बंगाल सफारी के 10 साल पूरे होने पर यहां कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया और बंगाल सफारी पार्क को और ऊंचाइयों पर ले जाने का संकल्प लिया गया. इस अवसर पर सिलीगुड़ी पुलिस कमिश्नर सी सुधाकर, वन विभाग के उत्तर पश्चिम क्षेत्र के मुख्य वनपाल पी आर प्रधान, जल्दापारा के एसोसिएट अधिकारी आलोक शर्मा, निदेशक ई विजय कुमार, सहायक निदेशक अभिषेक चौधरी आदि प्रमुख हस्तियां उपस्थित थी.
इन दिनों बंगाल सफारी पार्क में पर्यटकों की काफी भीड़ उमड़ रही है. इसलिए लोगों की सुरक्षा बढ़ाने पर विचार किया जा रहा है. पुलिस कमिश्नर श्री सुधाकर ने कहा कि अगर वन विभाग की ओर से यहां पुलिस चौकी या आउटपोस्ट स्थापित करने का प्रस्ताव आता है, तो सिलीगुड़ी पुलिस कमिश्नरेट इसका स्वागत करेगा. उन्होंने कहा कि यहां काफी संख्या में लोग आते हैं.इसलिए उनकी सुरक्षा के लिए यहां बाइक दस्ते की भी व्यवस्था की जाएगी.
आपको बता दें कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 17 जुलाई 2014 को सिलीगुड़ी में उत्तर बंगाल वन्य जीव उद्यान की आधारशिला रखी थी. बहुत कम समय में यह पार्क बन कर तैयार हो गया. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने जनवरी 2016 में उत्तर बंगाल वन्य जीव उद्यान सिलीगुड़ी को राष्ट्र को समर्पित कर दिया. इसके बाद से यह पार्क लगातार आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. यहां सिलीगुड़ी के ही नहीं बल्कि दूर तलक के क्षेत्र से भी लोग आते हैं. यहां बच्चों से लेकर बड़ों तक के मनोरंजन के अच्छे साधन है. पार्क के 10 साल पूरे होने पर पार्क प्रबंधन में लगे कुशल कर्मचारी प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया.
(अस्वीकरण : सभी फ़ोटो सिर्फ खबर में दिए जा रहे तथ्यों को सांकेतिक रूप से दर्शाने के लिए दिए गए है । इन फोटोज का इस खबर से कोई संबंध नहीं है। सभी फोटोज इंटरनेट से लिये गए है।)