सिलीगुड़ी: आ गया है सावन का महीना चारों तरफ हरियाली बिखर चुकी है | 22 जुलाई को सावन की पहली सोमवारी है और सावन की पहली सोमवारी को लेकर हर शिवालय पूरी तरह सज रहे हैं, वही सावन के महीने को लेकर पुरुष और महिलाओं में एक अलग ही उत्साह देखने को मिलता है, जहां महिलाएं शिव की आराधना कर अपने पति और परिवार की सलामती के लिए प्रार्थना करती है, तो वही कन्याएं मनचाहे वर की प्राप्ति के लिए सोमवारी का व्रत रखती है | हाथों में हरी हरी चूड़ियां और मेहंदी लगाकर महिलाएं और कन्याएं भगवान शिव को जल चढ़ाने पहुंचती है | सावन के महीने को लेकर देखा जाए तो स्त्री पुरुष हर कोई ही उत्साहित रहते हैं | सावन के सोमवार के दिन विभिन्न शिवालयों में भक्तों की भीड़ बनी रहती है, तो वही शिवालयों में भी भक्तों के लिए उचित व्यवस्था की जाती है | जंगली बाबा मंदिर एक ऐसा मंदिर है, जहां शिवरात्रि और सावन के महीने के समय विभिन्न क्षेत्रों से शिव भक्त यहां भगवान शिव को जल चढ़ाने पहुंचते हैं और इस मंदिर को काफी प्रतापी भी माना जाता है | भक्तों का विश्वास है कि, इस मंदिर में अक्सर मांगी हुई मुराद पूरी हो जाती है, जिसके कारण भक्तों की भीड़ यहां बनी हुई रहती है | भक्तों की सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस विभाग, वन विभाग और आर्मी द्वारा कई बार बैठक की गई और उस बैठक में भक्तों की सुरक्षा के लिए चर्चाएं की गई |
सोनम भूटिया जो बागडोगरा रेंज डिपार्टमेंट के अधिकारी है उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि, पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष किसी तरह की असावधानी नहीं बरती जाएगी,इस वर्ष भक्तों की सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया गया है जिसको लेकर विभिन्न तरह की टीम बनाई गई है, जो संक्रियता से अपने काम को अनजान दे रहे हैं | सोनम भूटिया ने बताया कि इस वर्ष सावन के पांचों सोमवार को जंगली बाबा मंदिर में विशेष व्यवस्था की गई है | विशेष रूप से ट्रैफिक व्यवस्था पर ध्यान दिया गया है, टिकट सिस्टम तो हर वर्ष ही की जाती है लेकिन इस वर्ष इस सिस्टम को दो से तीन किलोमीटर आगे बढ़ा दिया गया है, ताकि ट्रैफिक जाम की समस्या उत्पन्न ना हो | इसके अलावा उन्होंने यह भी बताया कि, जो भक्त अपनी निजी वाहनों से मंदिर परिसर में जाएंगे उन्हें पार्किंग की व्यवस्था मिल जाएगी और जो भक्त पैदल ही मंदिर की ओर प्रस्थान करेंगे उनके लिए बागडोगरा ट्रैफिक पुलिस की ओर से 10 निशुल्क टोटो का इंतजाम किया गया है, जो भक्तों को मंदिर तक पहुंचाने और लाने का काम करेगी | इसके अलावा उन्होंने यह भी अभी बताया कि, गेट नंबर 1 से भक्तों के प्रवेश का इंतजाम किया गया है तो गेट नंबर 2 से भक्तों को मंदिर से निकलने की व्यवस्था की गई है | बाई साइकिलको लेकर किसी को जाने की अनुमति नहीं है क्योंकि हाथियों और बाइसन का आतंक बना हुआ है, वह कभी भी हमला कर सकते हैं | वहीं उन्होंने इस विषय पर भी जानकारी दी कि, पूजन सामग्री के लिए आर्मी कैंप के अंदर ही दुकान की व्यवस्था की जाएगी, क्योंकि कुछ साल पहले यहां हाथियों के हमले के कारण दो श्रद्धालुओं की मृत्यु हो गई थी और इस घटना पर गौर करते हुए यह इंतजाम किया गया है, यहां बाजार से भी कम कीमतों में पूजन सामग्री मिल जाएगी |
सोनम भूटिया ने यह भी कहा कि, यह पीडब्ल्यूडी का रास्ता नहीं है यह रास्ता वन विभाग के अंतर्गत आता है और जो भी इंतजाम किए गए हैं वह सारे इंतजाम भक्तों की सुरक्षा केमद्देनजर ही किए गए हैं | मैनेजमेंट कमेटी के सदस्य हमेशा ही मदद के लिए तत्पर रहेंगे, पुलिस विभाग वन विभाग, आर्मी और विभिन्न एनजीओ एक साथ मिलकर यह काम कर रहे हैं और एक कंट्रोल रूम से हर गतिविधियों पर नजर रखी जाएगी | साथ ही उन्होंने यह भी जानकर दी है चारों तरफ सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं ताकि किसी भी तरह की प्रक्रिया घटना घटित ना हो और उन्होंने भक्तों से अपील की है इस प्रयास में उन्हें भी सहयोग करना होगा, ताकि सभी कार्य सुचारू रूप से हो और पुरे सावन महीने में चरों तरह शांति बनी रहे |
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