सिलीगुड़ी में अवैध तरीके से सिक्किम और भूटान की शराब बेची जाती रही है. आबकारी विभाग की टीम जब तब तस्करों पर कार्रवाई करती है. भारी मात्रा में अवैध शराब भी बरामद करती है. लेकिन इन सभी के बावजूद शराब तस्करी का मामला रुक नहीं रहा है. पिछले दिनों आबकारी विभाग की टीम ने सिलीगुड़ी में कई स्थानों पर छापेमारी की थी और काफी मात्रा में सिक्किम की सस्ती शराब के अलावा भूटान की अवैध शराब को भी बरामद किया था. कुछ लोग पकडे भी गए थे.
ऐसी घटनाएं सिलीगुड़ी में आम हो चुकी हैं. यह सभी को पता है कि शादी विवाह पार्टी, होटल में खाना खाना इत्यादि विभिन्न मौकों पर मेहमानों की टेबल पर ज्यादातर सिक्किम अथवा भूटान की शराब ही परोसी जाती है. इससे राजस्व को भारी चूना लगता है. अवैध शराब के तस्करों को पकड़ने के लिए आबकारी विभाग के अधिकारियों की योजना हर बार फेल हो जाती है. क्योंकि तस्कर हमेशा कुछ ना कुछ नए-नए तरीके से शराब की तस्करी में सफल हो जाते हैं.
यह बताने की जरूरत नहीं है कि सिलीगुड़ी में सालूगाड़ा, सुकना, मिलन मोड ,सिलीगुड़ी जंक्शन आदि इलाके में सिक्किम की शराब का धडल्ले से कारोबार चलता है. यहां अधिकांश ठिकानों पर शराब का कारोबार होता है. यहां आबकारी विभाग के लोग कोशिश करके भी नहीं पहुंच सकते. क्योंकि जिन गुप्त ठिकानों पर यह धंधा चलता है, वहां तक पहुंचने से पहले ही तस्करों को पता चल जाता है और उसके बाद पुलिस के पहुंचने से पहले ही तस्कर ऐसे रिएक्ट करते हैं जैसे यहां कुछ था ही नहीं. पुलिस बैरंग वापस लौट जाती है. सूत्रों ने बताया कि यहां घर-घर में अवैध शराब मिल जाएगी. जो सस्ती होने के कारण भारी परिमाण में बिकती भी है. ऐसी शराब के खरीदार रिक्शा वाले, वेन वाले, दिहारी मजदूर और नौकरी पेशा लोग शामिल हैं.
मिली जानकारी के अनुसार सिलीगुड़ी में जय गांव होते हुए भूटान से भी चोरी छिपे पर्याप्त मात्रा में अवैध शराब की सप्लाई की जाती है. सिलीगुड़ी में कई एजेंट ऐसे हैं जो इस कार्य में लगे हुए हैं. पुलिस और आबकारी विभाग के अधिकारी इन तस्करों तक पहुंच नहीं पाते हैं अथवा तस्कर उनके हाथ नहीं लग पाते हैं. इसलिए आबकारी विभाग ने सिक्किम और भूटान की शराब की चोरी छिपे सप्लाई के खिलाफ तस्करों के विरुद्ध एक नयी रणनीति तैयार की है. इसके अनुसार अवैध शराब की तस्करी को रोकने के लिए आबकारी विभाग ने सिलीगुड़ी की अंतर राज्य सीमाओं पर सीसीटीवी लगाने का काम शुरू कर दिया है.
सिक्किम बंगाल सीमा मल्ली में भी सीसीटीवी कैमरा लगाया गया है. जबकि बिहार असम और पड़ोसी देश नेपाल और भूटान सीमा पर भी नाका तलाशी का कार्य शुरू कर दिया गया है. पूर्वोत्तर का प्रवेश द्वार माना जाने वाला सिलीगुड़ी शहर से पड़ोसी राज्य सिक्किम और बिहार की सीमा सटी हुई है. इन सभी सीमाओं पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं. इससे आबकारी विभाग के अधिकारियों को तस्करों पर नजर रखने में मदद मिलेगी.
जलपाईगुड़ी आबकारी विभाग के अधिकार क्षेत्र में जलपाईगुड़ी, कुचबिहार, अलीपुरद्वार के अलावा असम और पड़ोसी देश भूटान बांग्लादेश और नेपाल की सीमा है. इन सभी स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाने की पहल शुरू कर दी गई है. आपको बताते चलें कि सिलीगुड़ी समेत दार्जिलिंग जिले में सिक्किम की शराब और बीयर राज्य सरकार को प्रति महीने करोड़ों का चूना लगा रही है. इसे देखते हुए ही आबकारी विभाग की ओर से यह रणनीति अपनाई जा रही है. लेकिन सवाल यह पैदा होता है कि क्या आबकारी विभाग की इस नई रणनीति से सिलीगुड़ी में सिक्किम और भूटान से आने वाली अवैध शराब की तस्करी बंद हो जाएगी?
(अस्वीकरण : सभी फ़ोटो सिर्फ खबर में दिए जा रहे तथ्यों को सांकेतिक रूप से दर्शाने के लिए दिए गए है । इन फोटोज का इस खबर से कोई संबंध नहीं है। सभी फोटोज इंटरनेट से लिये गए है।)