कोई भी राष्ट्रीय त्योहार हो, उसे मनाने में सिलीगुड़ी और बंगाल पीछे नहीं रहता. आज देशभर में 77 वें स्वतंत्रता दिवस की धूम देखी जा रही है. सिलीगुड़ी में इसकी तैयारी एक हफ्ता पहले से ही शुरू कर दी गई थी. पूरा शहर राष्ट्रीय तिरंगे से पटा हुआ है. राष्ट्रीय झंडे की बिक्री तो काफी पहले से ही सिलीगुड़ी में शुरू हो चुकी थी. आज सिलीगुड़ी के कोने-कोने में राष्ट्रीय ध्वज फहराते देखकर अपने शहर और अपने वतन पर गौरव होता है.
तिरंगा हमारी शान, मान और स्वाभिमान का प्रतीक है. शहर में जगह जगह देशभक्ति के गीत बज रहे हैं. जन गण मन से लेकर जरा याद करो कुर्बानी तक के गीत देशभक्ति के रंग में सराबोर कर रहे हैं. आज सरकारी, गैर सरकारी, शिक्षण, व्यापार सभी क्षेत्रों में छुट्टी है. यह इसलिए कि 1947 में जब हमारा देश आजाद हुआ था तो भारत के महान सपूतों ने कितनी बड़ी कुर्बानी दी थी, कम से कम उसे लोग याद कर सके.
सिलीगुड़ी एक छोटा सा शहर है. यहां सभी धर्म और वर्ग के लोग निवास करते हैं. राष्ट्रीय त्यौहार के मौके पर सिलीगुड़ी का संदेश स्पष्ट होता है कि हम आपस में भले ही अलग-अलग हो, परंतु राष्ट्र और राष्ट्रीय भावना के मामले में हम सभी एकजुट हैं. यही जज्बा ही भारत के भाग्य का निर्माण करेगा. सिलीगुड़ी में सिलीगुड़ी मेट्रोपॉलिटन पुलिस, सिलीगुड़ी पुलिस कमिश्नरेट, जिला मजिस्ट्रेट, महकमा शासक, शिक्षण संस्थान तथा अन्य सभी प्रकार के दफ्तरों में फहराते झंडे और प्रशासनिक अधिकारियों के संदेश सब इस बात के प्रतीक है कि देश हमारा एक है और राष्ट्रीय ध्वज हमारी पहचान है. हम कभी भी अपने राष्ट्रीय ध्वज का अपमान नहीं कर सकते.
दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार 10वीं बार लाल किले की प्राचीर से देशवासियों को संबोधित कर रहे हैं. आज के दिन नेताओं और समाजसेवी लोगों की जुबान पर केवल देश की बात है. उस देश की बात जिसकी आजादी के लिए ना जाने कितने लोगों की आहुति चढ़ा दी गई. इसी देश की मिट्टी में नेताजी सुभाष चंद्र बोस, बाघा जतिन, महात्मा गांधी, सरदार बल्लभ सिंह पटेल, मौलाना आजाद इत्यादि महान विभूतियां पैदा हुई जो देश के लिए जीते रहे और देश के लिए ही कुर्बान हो गए. कल हो या ना हो, परंतु आज इस जज्बे को सारा देश देख रहा है.
सिलीगुड़ी में स्वतंत्रता दिवस की तैयारी और सुरक्षा का बंदोबस्त काफी पहले से ही शुरू कर दिया गया था . खासकर सुरक्षा के क्षेत्र में इंटेलिजेंस ब्यूरो और सभी सुरक्षा दस्ता, पुलिस, स्क्वाड डॉग सिलीगुड़ी के सभी महत्वपूर्ण स्थानों, प्रतिष्ठित भवनों, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, इत्यादि महत्वपूर्ण ठिकानों की निगरानी कर रहे हैं. न्यू जलपाईगुड़ी रेलवे स्टेशन और सिलीगुड़ी जंक्शन पर कोलकाता तथा दिल्ली से आने वाली सभी रेल गाड़ियों में चैकिंग के साथ ही असामाजिक तत्वो पर नजर रखी जा रही है. सिलीगुड़ी मेट्रोपॉलिटन पुलिस, सिलीगुड़ी पुलिस कमिश्नरेट और गश्ती दल सिलीगुड़ी की विभिन्न सड़कों पर शांति व्यवस्था को बनाए रखने के लिए प्रयासरत हैं देखने उतरे हैं. इन सब की कमान सिलीगुड़ी के पुलिस कमिश्नर अखिलेश कुमार चतुर्वेदी के हाथ में है.
सिलीगुड़ी में ही नहीं बल्कि देश भर में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. दिल्ली के लाल किले के आसपास सुरक्षा के पुख्ते इंतजाम हैं. लाल किले पर आयोजित स्वतंत्रता दिवस समारोह कई मायनो में खास है. इस बार यहां पीएम किसान लाभार्थियों समेत देश भर के लगभग 1800 विशेष अतिथियों को आमंत्रित किया गया है. यूं तो सिलीगुड़ी और देशभर में हर साल 15 अगस्त के दिन कुछ ऐसा ही होता है. परंतु सिलीगुड़ी में यह पहला 15 अगस्त है जब आम से लेकर खास तक देशभक्ति के रंग में सराबोर हैं. घर-घर में तिरंगा लहराते देखकर अपने आप हाथ सैल्यूट के लिए उठ जाते हैं. कम से कम यह जज्बा पहले बहुत कम देखा गया था. जो आज दिख रहा है!
आज पता चलता है कि राष्ट्रीय ध्वज किसान मान और अभिमान का पता चलता ह