अगर इस समय आप सिलीगुड़ी से गंगटोक जाना चाहे तो कम से कम 8 घंटे का समय गंगटोक जाने में लगेगा और किराया भी काफी होगा. किराया ₹800 प्रति व्यक्ति हो सकता है या इससे ज्यादा. NH-10 बंद हो जाने से सिलीगुड़ी से गंगटोक जाने वाले अधिकतर वाहन वैकल्पिक मार्गो से गंगटोक जा रहे हैं. इसलिए समय भी लगता है और किराया भी ज्यादा है. जबकि अगर NH-10 खुला रहता तो मात्र चार से पांच घंटे में गंगटोक पहुंच सकते थे.
सिलीगुड़ी से गंगटोक जाने के लिए इस समय दो वैकल्पिक मार्ग हैं. एक तो वाया दार्जिलिंग होकर गंगटोक जा सकते हैं. जबकि दूसरा वैकल्पिक मार्ग है वाया लावा, मनसंग, रंगपो होते हुए गंगतोक की यात्रा करना. परंतु देखा जा रहा है कि सिलीगुड़ी से अधिकतर वाहन चालक वाया लावा, मनसांग, रंगपो होते हुए गंगटोक जा रहे हैं. कुछ यात्री वाहन दार्जिलिंग होते हुए भी गंगटोक जा रहे हैं. वाहन चालकों के अनुसार वाया लावा होते हुए गंगटोक जाना ज्यादा सुविधाजनक है.
यूं तो पिछले काफी समय से NH-10 क्षतिग्रस्त होने से गंगटोक अथवा सिक्किम जाने के लिए वाहन चालकों को काफी परेशानी हो रही है और सिक्किम सरकार की माने तो यह राष्ट्रीय राजमार्ग बंद होने से रोजाना 100 करोड रुपए का घाटा हो रहा है. लेकिन जिस तेजी के साथ रास्ते का पुनर्निर्माण निर्माण कार्य चल रहा है, उसके बाद इस बात की पूरी संभावना है कि अगर सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो एक महीने में सिक्किम की जीवन रेखा माना जाने वाला राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 10 पूरी तरह खुल जाएगा.
पिछले दिनों नामची जिला अधिकारी अनूपा तमलिंग ने सड़क निर्माण कार्य का मुआयना किया. उत्तरी सिक्किम में कई जगह सड़क अवरूद्ध है, जिसको ठीक करने के लिए युद्ध स्तर पर काम किया जा रहा है. जहां-जहां सड़क क्षतिग्रस्त हुई है, उन सभी भागों में तेजी से काम हो रहा है. पिछले दिनों सिक्किम सरकार, पश्चिम बंगाल सरकार और भारत सरकार के बीच त्रिपक्षीय बैठक हो चुकी है. इसके बाद काम में तेजी आई है. सिक्किम के मुख्यमंत्री गोले को पूरा विश्वास है कि 1 महीने के अंदर NH-10 को पूरी तरह खोल दिया जाएगा. हालांकि यह सब मौसम पर भी निर्भर करता है.
फिलहाल सिलीगुड़ी से गंगटोक जाने के लिए कुछ यात्री वाहन चालक दार्जिलिंग होते हुए सिक्किम जा रहे हैं. सिक्किम जाने के लिए एक और वैकल्पिक मार्ग है. यह लावा होकर है. सिलीगुड़ी के अधिकतर वाहन चालक इसी मार्ग से होकर गंगटोक जा रहे हैं. पूर्वी और उत्तरी सिक्किम की यात्रा करने वाले यात्री रंगपो से मनसोंग अलगरा के रास्ते सिलीगुड़ी पहुंच रहे हैं. जबकि पश्चिम और दक्षिण सिक्किम जोर्थांग, नया बाजार से सिमला के रास्ते यात्री दार्जिलिंग और सिलीगुड़ी जा रहे हैं.
सिक्किम में NH10 की अवस्था को देखते हुए अब एक नए वैकल्पिक मार्ग पर भी विचार किया जा रहा है. सिक्किम सरकार का जोर है कि मल्ली से सिंगताम होते हुए गंगटोक तक सड़क निर्माण हो. सिलीगुड़ी आए मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने कहा कि 1917 में ब्रिटिश सरकार ने रेल रोड के लिए वैकल्पिक मार्ग का सर्वे किया था. ड्वॉर्स के बगराकोट से सिक्किम के रोड़ाथांग तक ऐतिहासिक मार्ग है. इसके तहत एक वैकल्पिक सड़क निर्माण किया जा सकता है. हालांकि अभी केंद्र और राज्य नेशनल हाईवे संख्या 10 पर ही ज्यादा जोर दे रहे हैं. क्योंकि सिक्किम की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए इस मार्ग का जल्द से जल्द खुलना जरूरी है.
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