सिलीगुड़ी और आसपास के क्षेत्रों में महाशिवरात्रि का पर्व धूमधाम से संपन्न हो गया. शिव भक्तों ने मंदिरों में जाकर भोले बाबा का जलाभिषेक किया और भांग धतूरे के साथ भगवान शिव की अर्चना की. सभी शिव मंदिरों में भक्तों की काफी भीड़ देखी गई. वहीं चांद मुनि में भी शिवरात्रि के शुभ अवसर पर मेला लगा है. जहां बड़ी संख्या में स्त्री पुरुष और बच्चे शिवरात्रि के मेले का आनंद उठाते नजर आए. भक्तों को देखते हुए मंदिर प्रबंधन की ओर से अलग-अलग इंतजाम किए गए थे.
चांद मुनि स्थित शिव मंदिर अत्यंत प्राचीन मंदिरों में से एक है. शिव मंदिर को काफी सुंदर ढंग से सजाया गया था. यहां शिवरात्रि पर काफी दूर-दूर से लोग आते हैं. इसे देखते हुए मंदिर प्रबंधन की ओर से काफी इंतजाम किए गए थे. बांस का बैरिकेड लगाया गया था. ताकि किसी भी भक्त को असुविधा न हो. इसके अलावा मंदिर प्रांगण में सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किए गए थे. चांद मुनि मेले में अनेक स्टॉल और मनोरंजन के सामान नजर आ रहे थे. सिलीगुड़ी में विभिन्न मंदिरों में भंडारे का भी आयोजन किया गया. आज रात भर अखंड जाप और भक्ति भजन के कार्यक्रम चलते रहेंगे.
शिवरात्रि के मौके पर गुरुंग नगर स्थित सत्यम शिवम सुंदरम शिव मंदिर महाशिवरात्रि अनुष्ठान आयोजन कमेटी की ओर से एक दिन पहले ही कलश यात्रा निकाली गई थी. इसमें काफी संख्या में महिला श्रद्धालुओं ने भाग लिया था. इसी तरह से अलग-अलग मंदिरों से भी कलश यात्रा निकाली गई थी. शिवरात्रि पर महिलाओं में काफी उत्साह देखा गया. आज अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस भी था.
शिवरात्रि के मद्देनजर 2 दिन पहले ही शिव मंदिरों की साफ सफाई और सजावट का काम पूरा हो गया था. विभिन्न शिव मंदिरों में पूजा पाठ के साथ ही भोले बाबा को मनाने के लिए कीर्तन और भजनों का कार्यक्रम सुबह से ही चल रहा था. आपको बताते चलें कि शिवरात्रि लोगों के जीवन में खास महत्व रखता है. फाल्गुन महीने की शिवरात्रि पर व्रत रखने वाले भक्तों पर बाबा की विशेष कृपा होती है. यही कारण है कि बच्चे बड़े सभी शिवरात्रि पर उपवास रखते हैं और शिव मंदिरों में जाकर भोले बाबा को जलाभिषेक करते हैं.
दार्जिलिंग मोड के नजदीक ही शिवालय है. वहां भक्तों की सुबह से ही भीड़ लगी थी. मंदिर प्रांगण में कीर्तन और भजन का कार्यक्रम चल रहा था. सिलीगुड़ी के विभिन्न शिवालियों में भी यही नजारा था. शिवरात्रि के कारण सरकारी अवकाश भी था. सिलीगुड़ी, जलपाईगुड़ी, समतल,Dooars, पहाड़ सर्वत्र महाशिवरात्रि की धूम देखी गई और भोले बाबा को प्रसन्न रखने के लिए विभिन्न वर्गों के स्त्री पुरुष और बच्चों ने भारी संख्या में जलाभिषेक किया.
सिलीगुड़ी समेत देश भर में महाशिवरात्रि का पर्व उल्लास पूर्वक संपन्न हो गया. लेकिन राजस्थान की घटना ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है. राजस्थान के कोटा में शिवरात्रि का जुलूस निकाला जा रहा था. शिव बारात पूरे भव्य तरीके से गुजर रही थी. इसी दौरान बिजली का करंट लगा और देखते देखते इस हादसे में 14 बच्चे झुलस गए. सभी बच्चों को एमबीएस अस्पताल में भर्ती कराया गया है. यह घटना कोटा के कुल्हाड़ी थर्मल चौराहे के पास दोपहर करीब 12:30 बजे घटी.इसके बाद इलाके में हड़कंप मच गया. मौके पर मौजूद लोगों ने घायल बच्चों को तुरंत नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया. बच्चों की हालत गंभीर बनी हुई है.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जब सकतपुर काली बस्ती में शिव बारात गुजर रही थी तो उस जगह पर हाई टेंशन बिजली लाइन का तार बहुत ज्यादा नीचे था. तार स्पर्श करने के कारण यह हादसा हुआ. बिजली विभाग की लापरवाही हादसे की वजह बताई जा रही है. हालांकि कोटा के एसपी अमृता दुहन के अनुसार काली बस्ती के लोग अपने कलश के साथ यहां एकत्र हुए थे. एक बच्चा 20-22 फीट का पाइप लेकर जा रहा था जो हाई टेंशन तार को छू गया. उस बच्चे को बचाने के चक्कर में वहां मौजूद सभी बच्चे करंट की चपेट में आ गए. मिली जानकारी के अनुसार इस हादसे में एक बच्चा 100% जल चुका है.
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