CAA लागू होने के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने तीव्र प्रतिक्रिया देनी शुरू कर दी है. वह आज सिलीगुड़ी पहुंची है. कल फुलबारी के पास वीडियोकॉन मैदान में उनकी जनसभा होनी है. मुख्यमंत्री के तेवर काफी गर्म है. उन्होंने केंद्र सरकार को चेतावनी दी है कि बंगाल से किसी को भी जाने नहीं दूंगी. कल देश भर में CAA लागू होने के बाद हंगामा मच गया है. मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सिलीगुड़ी में भी इसके विरोध में अपने स्वर बुलंद कर दिए हैं. आज वह सिलीगुड़ी के दीनबंधु मंच में एक प्रशासनिक बैठक कर रही थी.
इससे पहले हावड़ा में उन्होंने कहा था कि CAA का मतलब आपके सभी अधिकार छीन लिए जाएंगे. आपको अवैध घोषित कर दिया जाएगा. आपके पास कोई अधिकार नहीं बचेगा. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने यह कानून अधिकार छीनने का लाया है. लोगों को डिटेंशन कैंप में ले जाया जाएगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि 2019 में असम में एनआरसी के नाम पर 19 लाख में से 13 लाख बंगाली हिंदू को सूची से हटा दिया गया था. कई लोगों ने आत्महत्या कर ली. मैं पूछती हूं कि अगर वे लोग आवेदन करेंगे तो क्या उन्हें नागरिकता मिलेगी?
आज से रमजान का महीना चल रहा है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने cAA के खिलाफ हावड़ा से ही अपने स्वर बुलंद करना शुरू किया और सिलीगुड़ी में भी यह देखा गया. उन्होंने बंगाल की सभी जातियों धर्म और संप्रदाय के लोगों के सम्मान की बात की और कहा कि सभी महापुरुषों के जन्मदिन पर उनकी सरकार छुट्टी देती आई है. उन्होंने कहा कि बंगाल में रहने वाले सभी लोग उनके प्रिय हैं. वह सभी को उनकी भाषा में अभिवादन करती है. मुख्यमंत्री ने कहा कि राजवंशी, कामतापुरी, नेपाली, उर्दू, सांदड़ी, हिंदी सभी भाषा उनके लिए प्रिय है. वह सभी के लिए काम करती हैं.
मैं किसी भी जाति, संप्रदाय को बांटने नहीं दूंगी. उन्होंने भाजपा पर जमकर हमला किया. ममता बनर्जी ने कहा कि जो व्यक्ति CAA पोर्टल पर आवेदन करेगा, समझो उसकी नागरिकता रद्द कर दी जाएगी.अब तक जो विशेष अधिकार मिलते थे,वह सभी हटा दिए जाएंगे. इसलिए आवेदन करने से पहले विचार कर लें. सिलीगुड़ी में ममता बनर्जी ने CAA का तीव्र विरोध करते हुए कहा कि यह एक ड्रेकोनियम कानून है. उन्होंने कहा कि पड़ोसी देश श्रीलंका के लिए कानून में प्रावधान क्यों नहीं है. मुख्यमंत्री ने कहा कि भेदभाव करने वाले किसी भी कानून का वह विरोध जारी रखेंगी.
आज प्रशासनिक बैठक में मुख्यमंत्री ने उन मजदूरों को भी याद किया जो दूसरे राज्यों में रोजी-रोटी कमाते हैं. उनके लिए स्वास्थ्य साथी कार्ड देने और जिस राज्य में वे रहते हैं, वहां उन्हें इसकी सुविधा प्रदान करने की बात कही. इसके अलावा मुख्यमंत्री ने अपनी सरकार की नीति, कार्यक्रम और जन कल्याणकारी योजनाओं की भी बात की. अटल बिहारी वाजपेई के सम्मान में मुख्यमंत्री ने कहा कि वाजपेई जी सबको लेकर चलते थे. इससे पहले मुख्यमंत्री ने हावड़ा में एक बैठक में कहा कि वह एनआरसी को कभी स्वीकार नहीं कर सकती.
मुख्यमंत्री आज सिलीगुड़ी के उत्तर कन्या स्थित मिनी सचिवालय में रात्रि विश्राम करेंगी. उसके बाद बुधवार को फुलबारी के वीडियोकॉन मैदान में एक जनसभा को संबोधित करेंगी. जनसभा में मुख्यमंत्री कई सरकारी योजनाओं का लोकार्पण कर सकती हैं. वीडियोकॉन मैदान में उनकी जनसभा की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. आपको बताते चलें कि 10 मार्च को मुख्यमंत्री ने ब्रिगेड मैदान में एक विशाल जनसभा की थी.उन्होंने कोलकाता के ब्रिगेड मैदान से ही राज्य की सभी 42 सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों के नाम की घोषणा कर दी थी.इसके ठीक दो दिन बाद ही वह उत्तर बंगाल के दौरे पर हैं.
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी 2 महीने में दो बार उत्तर बंगाल का दौरा कर चुकी है. अब देखना होगा कि कल जनसभा में मुख्यमंत्री संदेश खाली और CAA को लेकर सिलीगुड़ी की जनता के समक्ष अपना क्या बयान रखती हैं.
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