पोस्ट था चार्टर्ड अकाउंटेंट का. सिलीगुड़ी के खालपाड़ा का रहने वाला यह शख्स जिसका नाम अभिषेक बंसल है, दुबई में रहता था. पुलिस को काफी समय से उसकी तलाश थी. 2 साल पहले सिलीगुड़ी में साइबर ठगी हुई थी. जब पुलिस अभिषेक के पीछे पड़ी, तो वह सिलीगुड़ी से फरार होकर कोलकाता पहुंच गया . वहां उसने एक बार फिर इस कांड को अंजाम दिया. अभिषेक को गिरफ्तार करने के लिए सिलीगुड़ी साइबर पुलिस कोलकाता पहुंची तो वह वहां से फरार होकर दुबई पहुंच गया. सिलीगुड़ी से दुबई पहुंचते पहुंचते वह साइबर दुनिया का बेताब बादशाह बन गया.
बहुत से नौजवान रातों रात दौलत कमाने का सपना देखते हैं. उनमे अभिषेक बंसल भी एक था. इसके लिए उसने एक शॉर्टकट योजना बनाई. यह योजना थी किसी नामी कंपनी का फर्जी app बनाकर लोगों से इन्वेस्टमेंट कराना. साइबर ठगी की छोटी-मोटी वारदात तो होती रहती है. इस तरफ किसी का ध्यान नहीं जाता. लेकिन जब सपना दौलत पर राज करना हो तो उसके लिए बड़े जोखिम और बड़े साहस की जरूरत पड़ती है. लंबा हाथ मारना पड़ता है. यह दुस्साहस दिखाया था सिलीगुड़ी के अभिषेक बंसल, मुजफ्फरपुर के मयंक चौधरी और हरियाणा फरीदाबाद के अमित जिंदल ने.
यह कोई छोटा-मोटा धंधा नहीं था. इस धंधे में पता नहीं कितने लोग शामिल हैं. हालांकि सीआईडी की साइबर क्राइम टीम ने अब तक 19 लोगों को गिरफ्तार किया है. इनमें से तीन मास्टरमाइंड शामिल है. पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है. एक पर एक नए-नए राज सामने आ रहे हैं. पुलिस का दावा है कि यह एक अंतरराष्ट्रीय साइबर ठगी गिरोह है. इस गिरोह ने 29 राज्यों के 430 जिलों के 894 पुलिस थानों के अंतर्गत 1594 लोगों से 245 करोड रुपए की ठगी की थी.
24 जून 2024 को बिधाननगर साइबर थाने में एक व्यक्ति ने 1.13 करोड रुपए की ठगी की शिकायत दर्ज कराई थी. पश्चिम बंगाल साइबर विंग तथा बिधाननगर साइबर थाने की संयुक्त टीम ने इस मामले की पड़ताल शुरू कर दी. जांच पड़ताल के क्रम में पुलिस ने गुजरात के कच्छ में रहने वाले मुजफ्फरपुर के मयंक चौधरी को धर दबोचा. उससे पूछताछ के बाद अभिषेक बंसल और अमित जिंदल को गिरफ्तार किया गया.अभिषेक बंसल कोलकाता में एक होटल में ठहरा था, जहां से उसे गिरफ्तार किया गया था.
उनसे पूछताछ के बाद नागरे बाजार में स्थित एक निजी बैंक के मैनेजर को गिरफ्तार करके पुलिस ने 704 ऐसे अकाउंट जब्त किये जिसे हेरा फेरी की रकम डालने के लिए खुलवाया गया था. यह तीनों मास्टरमाइंड बैंक मैनेजर से मिलकर नए-नए खाते खुलवाते थे
सभी खातेदार उनके अपने लोग होते थे या फिर किराए के लोग होते थे.बैंक मैनेजर साइबर अपराधियों को खातेदारों के बारे में संपूर्ण विवरण देता था. इस तरह से मास्टरमाइंड को अपना शिकार फासने में आसानी हो जाती थी. पुलिस ने जिन 704 खातों को ख॔गाला है वे सभी फर्जी पाए गए हैं. उनके खातों में बड़ी रकम ट्रांसफर की गई है. पुलिस खातेदारों के बारे में सुराग जुटा रही है.
अब तक की जांच से पता चला है कि जालसाजों का भारत ही नहीं बल्कि दुनिया के कई अन्य देशों में एक बड़ा नेटवर्क है .इसका संचालन दुबई से अभिषेक बंसल करता था.भारत में कई बड़े शहरों में साइबर अपराधियों के ऑफिस भी हैं. संयुक्त टीम ने कस्बा इलाके में स्थित उनके ऑफिस में रेड डालकर 17 लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने वहां से ढेर सारे नकली दस्तावेज भी बरामद किए हैं, जिनको पता चलता है कि ये साइबर अपराधी किस तरह से लोगों को चूना लगा रहे थे.
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गिरफ्तार किए गए तीनों मास्टर माइंड बैंक अधिकारी से मिलकर नए-नए खाते खुलवाते थे. अभिषेक बंसल इन्वेस्टमेंट के नाम पर किसी नामी गिरामी कंपनी का एक वेबसाइट बनाता था और निवेशकों से ऐप्स डाउनलोड करवाता था. उन्हें मोटी रकम कमाने का लालच देकर इन्वेस्टमेंट करवाता था. ग्राहकों से प्राप्त रकम को वह अपने द्वारा तैयार किए गए फेक अकाउंट में ट्रांसफर करवा देता था. फेक अकाउंट तैयार करने में निजी बैंक का मैनेजर मदद करता था. पुलिस ने बैंक मैनेजर को भी अपने निशाने पर लिया है. साइबर अपराधियों का प्लान पूरी तरह नियोजित था और किसी को भी कानोकान खबर नहीं होती थी. उनके नेटवर्क इतने मजबूत थे कि पुलिस उन तक पहुंच नहीं सकती थी.
लेकिन कहते हैं ना कि गलत तरीके से कमाए गए धन का जल्दी ही भांडा फूट जाता है. अगर इन्होंने कोई लंबा हाथ मारा नहीं होता तो शायद अब तक यह पकड़े नहीं जाते. परंतु एक व्यक्ति को ही एक करोड़ से अधिक का चूना लगाकर यह मुसीबत को दावत दे बैठे. पुलिस ने पकड़े गए तीनों मास्टरमाइंड समेत सभी आरोपियों को जेल की सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है. इसमें और लोग भी पकड़े जा सकते हैं.
सूत्रों ने दावा किया है कि सिलीगुड़ी से भी कई लोग उनसे जुड़े हो सकते हैं. खासकर अभिषेक बंसल के मित्र और उनके शुभचिंतक इसमें शामिल हो सकते हैं. बहर हाल इस साइबर कांड में अभिषेक बंसल के मास्टरमाइंड होने के चलते सिलीगुड़ी में इसकी खूब चर्चा हो रही है. सिलीगुड़ी साइबर क्राइम की पुलिस भी सतर्क हो गई है. आने वाले कुछ दिनों में कुछ नए रिजल्ट सामने आ सकते हैं. फिलहाल अभिषेक बंसल के करीबियों में हडकंप मच गया है.
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