भारत में शिक्षा की कमी नहीं, आप हर क्षेत्र में अपने नाम को रोशन कर सकते हैं और यहां हर विषय का ज्ञान मिलता है और चर्चाएं की जाती है, लेकिन बात जब यौन शिक्षा की हो तो सभी चुप्पी साध लेते हैं । अभी भी भारत में यौन शिक्षा की कमी है और इस शिक्षा के कमी के कारण ही शायद कई आपराधिक घटनाएं घटित हो रही है, यह हम नहीं ये उस दुष्कर्म की घटना से उजागर हो रहा है जिसमें एक बच्ची 4 साल की है और दुष्कर्म करने वाला बच्चा खुद 14 साल का है, यानी दोनों पूरी तरह नाबालिग। देखा जाए तो बच्चों के हाथों में मोबाई फोन आसानी से आ जाता हैं और मोबाइल आने का मतलब वे कई तरह के आधी अधूरी जानकारी के मजधार में फंस जाते हैं, जो कि शायद उनके लिए काफी नुकसानदाय होता है । भारत में ऐसे कई राज्य है जिन्होंने स्कूल में यौन शिक्षा पर प्रतिबंध लगा दिया है और भारत में सिर्फ यौन शिक्षा तीन तरह से दी जाती है विद्यालय में किशोरों के लिए, व्यस्क को परिवार नियोजन के लिए और एड्स प्रतिरोध शिक्षा से जागरूक किया जाता है, तो क्या इतना ज्ञान यौन शिक्षा के क्षेत्र में पर्याप्त है । देखा जाए तो एक बच्चे का जन्म भी संभोग प्रक्रिया के पश्चात ही होता है, तो सवाल यह उठता है कि, शिक्षा के क्षेत्र में इतनी देरी क्यों?
आज के इस आधुनिक समय में जब 2 से 3 साल के बच्चों के हाथ में उनके माता-पिता खुद मोबाइल देते हैं ऐसे आधुनिक युग में भी भारत जैसे देश में यौन शिक्षा एक विवादास्पद विषय बना हुआ है । आज पुरे देश में नाबालिक बच्चियाँ जो अपराधिक घटनाओं की शिकार बन रही है वो भी कहीं ना कहीं यौन शिक्षा की कमी के कारण हो सकता है , क्योंकि नाबालिग बच्चियाँ ज्ञान की कमी के कारण किसी के भी बहकावे में आ जाती है और अपराधिक घटनाओं की शिकार बन जाती है इसके अलावा उन मामलों की भी कमी नहीं जिसमें नाबालिग बालक भी ज्ञान की कमी के कारण या तो अपराधिक घटनाओं के चपेट में आ जाते है, या फिर किसी अपराधिक घटना में संलिप्त होने के बाद भविष्य में अपराधी बन जाते हैं ।
। यदि स्कूल और अभिभावक यौन शिक्षा को लेकर उन्हें बताएं तो इन मामलों में कमी भी आ सकती है।
शायद अब समय आ गया है सरकार द्वारा यौन शिक्षा को अंदेखा करने के मामले में अभिभावक खुलकर सामने आए और शिक्षा नीति के इस लचीलेपन पर अपना विचार व्यक्त करें , ताकि आने वाले भविष्य में उनके बच्चे किसी भी आपराधिक घटनाओं के शिकार ना बने या फिर भविष्य में अपराधी ना बने।
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