सिलीगुड़ी से कालिम्पोंग के लिए NH-10 आज शाम अथवा कल सुबह से छोटे वाहनों के लिए खोल दिया जाएगा. यह जानकारी कालिम्पोंग के जिला मजिस्ट्रेट बाल सुब्रमण्यम टी ने दी है. हालांकि उन्होंने कहा है कि हालात और सड़क का मुआयना करने के बाद ही इस संदर्भ में निर्णय लिया जा सकता है. क्योंकि अभी भी कई स्थानों पर सड़क दुरुस्त नहीं हुई है. उन्होंने कहा कि अगर आवश्यक हुआ तो छोटे वाहनों के लिए सिंगल लेन ट्रैफिक को बहाल किया जा सकता है. इस संदर्भ में पीडब्ल्यूडी अधिकारियों और सड़क निर्माण से जुड़े इंजीनियरों और अधिकारियों के साथ उनकी बैठक हुई है.
सिलीगुड़ी से कालिम्पोंग NH10 खुलने से पर्यटकों को कालिम्पोंग पहुंचने में सरलता होगी. कालिम्पोंग के लिए जो मास्टर प्लान तैयार किया जा रहा है, अगर वह सफल होता है तो कालिम्पोंग पर्यटकों के लिए धरती का स्वर्ग बन सकता है. पहाड़ में स्थित गंगटोक, दार्जिलिंग इत्यादि शहर शुरू से ही पर्यटकों के लिए आकर्षण के केंद्र रहे हैं. अब कालिम्पोंग को भी इसी श्रेणी में लाने की तैयारी चल रही है.
इन पहाड़ी शहरों में पर्यटकों के घूमने फिरने और ठहरने की सभी सुविधाएं उपलब्ध हैं. यही कारण है कि यहां दूर-दूर से पर्यटक आते रहते हैं. चाहे सिक्किम हो अथवा दार्जिलिंग,कालिम्पोंग… इन शहरों की अर्थव्यवस्था पर्यटन पर ही आश्रित है. यहां अधिक से अधिक संख्या में पर्यटक आते रहते हैं. यही कारण है कि स्थानीय प्रशासन की ओर से पर्यटन के क्षेत्र में पर्यटकों की खुशी के लिए लगातार प्रयास किए जाते हैं.
हालांकि कालिम्पोंग पर्यटन के लिहाज से दार्जिलिंग से अभी काफी पीछे है. पर कालिम्पोंग को पर्यटकों के लिए पसंदीदा स्थल बनाने की जिस तरह की योजना की तैयारी चल रही है, उससे यह समझा जा सकता है कि स्थानीय जिला प्रशासन और टूरिज्म संगठन आने वाले दिनों में कालिम्पोंग को पर्यटन के पूर्वी मानचित्र पर शीर्ष में ला खड़ा करेंगे. पिछले दिनों कालिम्पोंग को पर्यटन के क्षेत्र में अग्रणी बनाने के लिए कालिम्पोंग जिला मजिस्ट्रेट बाल सुब्रमण्यम टी के साथ विभिन्न संगठनों की एक उच्च स्तरीय बैठक संपन्न हुई थी. इस बैठक में विभिन्न क्षेत्रों के प्रभारी, प्रशासनिक अधिकारी, ट्रेफिक, फूड विभाग, स्टे होम, टूरिस्ट सेक्टर के अधिकारी आदि उपस्थित थे.
कालिम्पोंग जिला मजिस्ट्रेट बाल सुब्रमण्यम ने बताया कि पर्यटक सिर्फ स्थान विशेष के आकर्षण में बंधे नहीं होते हैं.वे सिर्फ इसलिए नहीं आते हैं कि उन्हें कालिम्पोंग अथवा दार्जिलिंग से लगाव है. बल्कि पर्यटकों के लिए उनके रहने, खाने पीने, घूमने फिरने,परिवहन आदि की समस्त सुविधाओ का होना भी जरूरी है. कालिम्पोंग के लिए ऐसी व्यवस्था की जा रही है. उन्होंने कहा कि होम स्टे के लोगों से भी बातचीत हो चुकी है. इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास किया जाएगा. इसके अलावा पर्यटन को प्रमोट करने के लिए व्यापक प्रचार प्रसार किया जाएगा. जीटीए के साथ भी बातचीत हो चुकी है.
जिलाधिकारी ने कहा कि कालिम्पोंग में टूरिज्म को लेकर एक मास्टर प्लान तैयार किया जा रहा है. पर्यटक यहां पर आए इसके लिए सड़क परिवहन पर जोर दिया जा रहा है. इसके अलावा सांस्कृतिक और क्षेत्रीय महत्व की चीजों पर भी ध्यान दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि हम छोटी-छोटी बातों को लेकर गंभीर हैं. हमारी यह कोशिश होगी कि कालिम्पोंग आए पर्यटक खुश होकर यहां से जाएं. एक पर्यटक के लिए क्या-क्या महत्वपूर्ण हो सकते हैं, इस पर विचार किया जा रहा है. इसके अनुसार ही कालिम्पोंग में पर्यटन का विकास किया जाएगा.
जिलाधिकारी ने कहा कि हम चाहते हैं कि पर्यटक यहां चारों तरफ जाएं ताकि यहां की संस्कृति से वे रूबरू हो सके. उन्होंने कहा कि ट्रैफिक और पर्यटन स्थलों का विकास भी किया जाएगा. जल्दी ही जीटीए के साथ अंतिम दौर की बैठक के बाद इस दिशा में महत्वपूर्ण निर्णय लिए जा सकते हैं.
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