सिलीगुड़ी: उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज में फैला कचरा प्रशासन का भी सर दर्द बन चुका है | देखा जाए तो उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में विभिन्न क्षेत्रों से मरीज इलाज के लिए आते हैं, लेकिन जिस तरह से मेडिकल में कचरा फैला हुआ रहता है, उसके कारण मरीजों को काफी परेशानियों को झेलना पड़ता है | जहाँ तहाँ फैले कचरों से वायु दूषित हो जाते हैं साथ ही इन कचरों में कई प्रकार के कीड़े भी पनपते हैं और ये कचरे कई बिमारियों के घर बन जाते है | बता दे कि, रोगी कल्याण संघ के अध्यक्ष गौतम देब मेडिकल में फैले कचरे को लेकर काफी चिंतित है | वे कई महीनो से मेडिकल में फैले कचरे को साफ करने की दिशा में अग्रसर है, लगातार विभिन्न प्रयासों के माध्यम से मेडिकल की सफाई भी कर रहे हैं | आज मेडिकल में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन परियोजना के पहले चरण की शुरुआत की गई, जिसकी मदद से मेडिकल में फैले कच्चे को दूर किया जाएगा और इस काम की जिम्मेदारी एक निजी कंपनी को दी गई है | पहले चरण का कार्य 40 लाख रुपए के खर्च से किया जाएगा | आज इस ठोस अपशिष्ट प्रबंधन परियोजना का शिलान्यास गौतम देब और सिलीगुड़ी महकमा परिषद के अध्यक्ष अरुण घोष ने किया | इस दौरान गौतम देब ने लोगों को आश्वस्त करते हुए कहा कि, मेडिकल कॉलेज जल्द कचरा मुक्त बनेगा |
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