सिलीगुड़ी समेत उत्तर बंगाल चाय, पर्यटन और लकड़ी के लिए प्रसिद्ध रहा है. लेकिन इन तीनों क्षेत्रों में कुछ खास प्रगति नहीं हो पाई है. अब सिलीगुड़ी परिवहन और लॉजिस्टिक के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण भूमिका के रूप में नजर आने वाला है. यहां A ग्रेड का कोई लॉजिस्टिक्स हब नहीं था, जिसकी आवश्यकता काफी समय से महसूस की जा रही थी. अब यह पूरा होने जा रहा है. यहां विश्व स्तरीय लॉजिस्टिक्स सेंटर बनने जा रहा है. इससे सिलीगुड़ीवासियों को काफी रोजगार मिलेगा.
सिलीगुड़ी में फुलबारी को औद्योगिक नगरी भी कहा जाता है. जलपाईगुड़ी जिले में स्थित इस पूरे इलाके में इंडस्ट्रियल परिवेश है. विभिन्न उद्यमियों ने यहां छोटी बड़ी इंडस्ट्री खड़ी की है. कई लोगों को रोजगार भी मिला है. पर यहां कोई बड़ी इंडस्ट्री फिलहाल नजर नहीं आ रही है. लेकिन जल्द ही टीवीएस समूह की सहायक कंपनी टीवीएस इंडस्ट्रियल एंड लॉजिस्टिक्स फुलबारी में 50 करोड रुपए की लागत से एक आधुनिक औद्योगिक सुविधा केंद्र खोलने जा रही है. मिली जानकारी के अनुसार अधिग्रहण का काम पूरा हो चुका है. परियोजना पर बाकी तैयारी शुरू कर दी गई है. जानकार मानते हैं कि काम पूरा होने पर यहां सिलीगुड़ी और आसपास के कम से कम 1000 लोगों को रोजगार मिलेगा.
अगर आप नौका घाट से होकर फुलबारी होते हुए जलपाई गुड़ी की तरफ गये होंगे तो यह लॉजिस्टिक हब जरूर नजर आया होगा.फुलबारी में राष्ट्रीय राजमार्ग के पास स्थित है. लॉजिस्टिक हब एनजेपी स्टेशन से भी जुड़ा हुआ है. यहां आने जाने की परिवहन व्यवस्था भी है. लॉजिस्टिक हब लगभग 1.40 लाख वर्ग फीट क्षेत्रफल में फैला हुआ है. इसका कुल क्षेत्रफल लगभग 5.66 एकड़ है. लॉजिस्टिक हब एरिया में कई गोदाम है, जहां माल लोडिंग और अनलोडिंग के लिए आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं.
लॉजिस्टिक हब के चालू हो जाने के बाद सिलीगुड़ी के विकास पर इसका काफी असर होगा. क्योंकि सिलीगुड़ी में कोई इंडस्ट्री नहीं है. ऐसे में सिलीगुड़ी के नौजवानों को छोटे-मोटे काम करके गुजारा करना पड़ता है. जिससे उन्हें अपना परिवार चलाने में भी दिक्कत होती है. एक तरफ लॉजिस्टिक हब से सिलीगुड़ी और जलपाईगुड़ी का भला होने वाला है, तो दूसरी तरफ विनिर्माण और ई-कॉमर्स के क्षेत्र में भी टीवीएस समूह को काफी लाभ मिलेगा.
उद्योगपतियों के लिए सिलीगुड़ी हमेशा से ही आकर्षण का केंद्र रहा है. यह शहर उत्तर पूर्व भारत का प्रवेश द्वार माना जाता है. यहां विनिर्माण और ई कॉमर्स कंपनियों के अनेक दफ्तर हैं. बैंक और बड़े बाजार भी हैं. देश के प्रमुख शहरों और नगरों से रेल और सड़क नेटवर्क से जुड़ने के कारण यह लॉजिस्टिक राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय आपूर्ति की जरूरतों को पूरा कर सकता है. लेकिन सबसे ज्यादा खुशी सिलीगुड़ी के स्थानीय लोगों को हो रही है. यही कारण है कि वे लॉजिस्टिक हब के शुरू होने का इंतजार कर रहे हैं.
वाम मोर्चा सरकार में उद्योगों को बहुत बड़ा झटका लगा था. उद्योगपतियों द्वारा अधिग्रहित जमीनों को सरकार ने गरीबों के हक में लगा दिया था. इसका उद्योगों पर काफी असर पड़ा. वाम मोर्चा सरकार के जाने के बाद तृणमूल कांग्रेस की सरकार ने उद्योगों को बढ़ावा देना शुरू कर दिया. तृणमूल कांग्रेस की सरकार बंगाल में उद्योगों के विस्तार के लिए नए-नए फार्मूले पर काम कर रही है. सिलीगुड़ी में लॉजिस्टिक्स हब को शुरू करने में प्रशासनिक सहयोग भी मिल रहा है. सिलीगुड़ी और जलपाईगुड़ी के बेरोजगार नौजवानों की आंखों में भी चमक आने लगी है.
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