सिलीगुड़ी नगर निगम का 2025 26 का 685 करोड़ 24 लाख रुपए का आम बजट और 2024 25 के लिए 334 करोड़ 47 लाख रुपए का संशोधित बजट पेश करने के साथ ही इस पर मिली जुली प्रतिक्रिया सामने आ रही है. टीएमसी के पार्षदों ने बजट की सराहना की है. दूसरी तरफ भाजपा, माकपा, कांग्रेस और अन्य पर्यावरणीय संगठनों ने बजट की आलोचना की है.
हालांकि सिलीगुड़ी नगर निगम के बजट में स्वास्थ्य, शहर के विकास, यातायात की समस्याओं को दूर करने समेत विभिन्न विषयों की चर्चा की गई है. लेकिन पर्यावरण संगठन से जुड़े लोग बजट को निराशाजनक बता रहे हैं. अनिमेष बसु ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए सबसे आवश्यक शहर की जीवन रेखा मानी जाने वाली महानंदा नदी को प्रदूषण मुक्त करने के लिए कुछ भी नहीं किया गया है. उन्होंने कहा कि महानंदा नदी काफी दूषित हो गई है. नदी को बचाने के लिए बड़ी-बड़ी बातें कही जाती है, परंतु आज तक कोई ठोस पहल नहीं की गई. उन्होंने कहा कि काफी अफसोस की बात है कि महानंदा को बचाने के लिए सिलीगुड़ी नगर निगम के बजट में कुछ भी नहीं है.
हालांकि सिलीगुड़ी नगर निगम के मेयर गौतम देव ने कहा है कि सिलीगुड़ी के बजट में पर्यावरण सुधार का भी काफी ख्याल रखा गया है. नदी को साफ रखने के लिए नदी के किनारे शौचालय को हटाकर सार्वजनिक शौचालय बनाने की योजना बनाई गई है. इसके अलावा आने वाले दिनों में नदियों को बचाने के लिए कई कार्य किए जाएंगे.
आज प्रस्तावित बजट पर चर्चा शुरू हुई तो विपक्ष ने इसे एक काल्पनिक बजट करार दिया. विपक्षी नेता अमित जैन ने बजट पर चर्चा में भाग लेते हुए कहा कि मेयर का यह बजट पूरी तरह काल्पनिक बजट है. इसका कोई भी आधार नहीं है. उन्होंने पिछले 3 वर्षों के बजट का तुलनात्मक विश्लेषण करते हुए इसे वास्तविकता से काफी दूर बताया. अमित जैन ने मेयर पर चुटकी लेते हुए कहा कि मैं एक बात के लिए मेयर साहब की तारीफ करना चाहूंगा कि उन्होंने पुस्तिका पर छपवाई अपनी मुस्कुराती हुई छवि से लोगों का दिल जीता है. उन्होंने सिलीगुड़ी की जनता की गुगली कहा.
बजट में चर्चा में भाग लेते हुए नुरुल इस्लाम ने कहा कि यह बजट कम, प्रचार पुस्तिका ज्यादा है. उन्होंने सिलीगुड़ी नगर निगम के मेयर गौतम देव को कौटिल्य का शिष्य बताते हुए चुटकी ली कि यह बजट कौटिल्य के अर्थशास्त्र पर ही आधारित है. उन्होंने बजट पर चर्चा के क्रम में भाजपा पर भी निशाना साधा और कहा कि भाजपा व्यावसायिक कार्यों के लिए रेल की जमीन बेचने जा रही है. ऐसे में सिलीगुड़ी में रेल की जमीन पर बसी 137 कॉलोनियों का भविष्य क्या होगा, इस पर मेयर साहब ने कुछ नहीं कहा है.
कांग्रेस पार्षद ने भी सिलीगुड़ी नगर निगम के प्रस्तावित बजट के ग्रीन बिल्डिंग प्लान पर अपनी आलोचना रखी. जबकि टीएमसी के पार्षदों ने बजट की तारीफ करते हुए मेयर गौतम देव को इतना सुंदर बजट पेश करने के लिए बधाई दी. टीएमसी पार्षद संजय शर्मा ने कहा कि सिलीगुड़ी नगर निगम शहर के विकास के लिए नई-नई योजनाएं लेकर आ रही है. ड्रेन की अवस्था सुधरी है. रास्ते बन रहे हैं. भविष्य में हम सिलीगुड़ी के विकास के लिए और भी नई-नई योजनाएं लेकर आएंगे और काम करेंगे.
आपको बताते चलें कि सिलीगुड़ी नगर निगम का बजट मंगलवार को पेश किया गया था. 47 पन्ने के बजट में पी डब्ल्यू डी, स्वास्थ्य, कचरा निपटारा, बिजली, शिक्षा संस्कृति से लेकर पर्यावरण, जल, बस्ती विकास और विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई है और धन प्रस्तावित किए गए हैं. सिलीगुड़ी नगर निगम के बजट में ग्रीन बिल्डिंग पर भी जोर दिया गया है. सिलीगुड़ी नगर निगम आवासीय परिसर निर्माण पर जोर दे रहा है. बजट में विद्युत से लेकर पेय जल के लिए भी फंड का प्रस्ताव है.
सिलीगुड़ी नगर निगम के बजट में पार्षदों के कोष को 8,20000 से बढ़ाकर 8,80000 कर दिया गया है ताकि बढ़ी हुई धनराशि का लाभ वार्ड के नागरिकों को मिल सके. इसके अलावा इमरजेंसी कार्यों के लिए प्रति बोरो को एक करोड़ 25 लाख रुपए देने का प्रस्ताव किया गया है. यह राशि तीन बार में देने का प्रस्ताव है. इसके अलावा सड़कों पर पाॅट होल्स के काम भी अब बोरो के माध्यम से कराए जाएंगे. इसके लिए प्रत्येक बोरो को अतिरिक्त 25 लाख रुपए मंजूर किया जाएगा. बोरो स्तर पर ही खेल तथा अन्य कार्यक्रम आयोजित होंगे और प्रति बोरो को 2,25000 दिए जाएंगे.
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