सिलीगुड़ी एक ऐसा शहर है, जो दार्जिलिंग और जलपाईगुड़ी जिला को मिलाकर पूरा होता है. सिलीगुड़ी नगर निगम के अंतर्गत 47 वार्ड आते हैं. इनमें से 14 वार्ड जलपाईगुड़ी जिला के अंतर्गत आते हैं. शेष वार्ड दार्जिलिंग जिले के अंतर्गत आते हैं. दार्जिलिंग जिले के अंतर्गत आने वाले वार्ड के लोगों को अपने किसी भी वैधानिक कार्य के लिए सिलीगुड़ी नगर निगम के पास जाना पड़ता है, जो सिलीगुड़ी शहर में ही स्थित है. ऐसे वार्ड के लोगों को अपना कोई भी काम कराने के लिए सिलीगुड़ी नगर निगम जाना कोई मुश्किल काम नहीं है. उनका काम फटाफट हो जाता है. क्योंकि निगम दफ्तर शहर में ही स्थित है.
लेकिन सिलीगुड़ी नगर निगम के अंतर्गत आने वाले 14 वार्ड के लोग जो जलपाईगुड़ी जिले के अंतर्गत आते हैं, उन्हें कोई भी संवैधानिक कार्य के लिए जलपाईगुड़ी जिला जाना पड़ता है. जो सिलीगुड़ी से काफी दूर है. एक छोटा से छोटा काम कराने के लिए उन्हें जलपाईगुड़ी जिला दफ्तर में जाना पड़ेगा. एक बार में तो सरकारी काम होता नहीं है. क्या पता जिस दिन आप जलपाईगुड़ी जिला दफ्तर अपना काम छोड़कर गए, उस दिन सरकारी बाबू ऑफिस में बैठे नहीं मिले. ऐसे में आपका जलपाईगुड़ी आने-जाने का किराया मेहनत और समय सब बर्बाद हो जाता है. अगर एक काम के लिए आप चार बार जलपाईगुड़ी जिला दफ्तर का चक्कर लगा लें तो आपको समझ में आ जाएगा कि सौदा कितना महंगा पड़ रहा है!
सिलीगुड़ी नगर निगम के अंतर्गत जलपाईगुड़ी जिले के रहने वाले इन वार्डो के निवासियों की समस्या काफी समय से है. यही कारण है कि इन वार्ड के लोगों को आए दिन विभिन्न समस्याओं से दो चार होना पड़ता है. अगर दूसरी समस्याओं को छोड़ दिया जाए तो सबसे बड़ी समस्या जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने की होती है. इन वार्ड के लोगों को शिशु के जन्म अथवा मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए जलपाईगुड़ी जिला दफ्तर जाना पड़ता है. सिलीगुड़ी के इन 14 वार्डों के लोगों के बीच जाने से पता चलता है कि उनके पास कई आवश्यक प्रमाण पत्र नहीं है, जो उनके पास होने चाहिए. ऐसे लोग जलपाईगुड़ी जिला दफ्तर जाने का समय नहीं निकाल पाते हैं. यही कारण है कि वे आवश्यक प्रमाण पत्र से वंचित रहते हैं. अब ऐसे लोगों को राहत मिलने की उम्मीद बढ़ गई है.
सिलीगुड़ी नगर निगम के मेयर गौतम देव की माने तो जलपाईगुड़ी जिला के अंतर्गत आने वाले सिलीगुड़ी के 14 वार्डों के लोग अब जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए जलपाईगुड़ी जिला दफ्तर का चक्कर लगाने से बच जाएंगे. उन्हें उनके घर पर ही जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र उपलब्ध हो सकेगा. सिलीगुड़ी नगर निगम के मेयर गौतम देव तथा जलपाईगुड़ी की अतिरिक्त जिला शासक शमा परवीन के बीच जलपाईगुड़ी सर्किट हाउस में हुई एक बैठक में कई निर्णय लिए गए हैं. इस प्रशासनिक बैठक में अतिरिक्त जिला शासक पुष्पक राय और अन्य अधिकारी उपस्थित थे. लिए गए महत्वपूर्ण फैसलों में जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र का फैसला भी शामिल है.
मिली जानकारी के अनुसार अगर सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो इसी सत्र से जलपाईगुड़ी जिला के सिलीगुड़ी में रहने वाले 14 वार्ड के लोगों को घर बैठे जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र उपलब्ध होना शुरू हो जाएगा. गौतम देव ने बताया कि बहुत पहले यहां के लोगों की सेवा के लिए जलपाईगुड़ी जिला ऑफिस से एक अधिकारी सिलीगुड़ी आया करते थे. लेकिन बाद में उनका आना बंद हो गया. उसके बाद यहां के लोगों को अपना छोटा से छोटा काम कराने के लिए जलपाईगुड़ी जिला दफ्तर जाना पड़ता है. उन्होंने कहा कि अब जलपाईगुड़ी जिला प्रशासन मजिस्ट्रेट स्तर के अधिकारियों की नियुक्ति कर रहा है. यह अधिकारी नियमित रूप से सिलीगुड़ी आएंगे और इन वार्डो के लोगों की समस्याओं का यथासंभव समाधान करेंगे.
अब देखना होगा कि सिलीगुड़ी नगर निगम के अंतर्गत रहने वाले जलपाईगुड़ी जिला के वार्ड के लोगों की समस्या का कब तक समाधान होता है. यहां के लोग काफी उत्सुकता से उस दिन की प्रतीक्षा कर रहे हैं, जब जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी और उन्हें जलपाईगुड़ी जिला दफ्तर जाए बगैर घर बैठे सरकारी सुविधा प्राप्त होने लगेगी.