एक तरफ मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उनकी सरकार राज्य में सब्जियों की कीमत में कमी लाने का प्रयास कर रही है और इसके लिए टास्क फोर्स तथा पुलिस को बाजार पर निगरानी रखने को कहा गया है तो दूसरी तरफ राज्य सरकार के फैसले के खिलाफ आलू व्यापारी आज से हड़ताल पर चले गए हैं. इस वजह से बाजार में आलू नहीं आ रहा है, जिसके कारण आलू महंगा होने की आशंका व्यक्त की जा रही है. सूत्रों ने बताया कि आलू कारोबारियों की हड़ताल से आलू ₹2 प्रति किलो महंगा हो गया है.
आपको याद होगा कि कुछ दिनों पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रदेश में आलू की बढ़ी हुई कीमतों को लेकर नाराजगी व्यक्त की थी और कहा था कि कोल्ड स्टोरेज से आलू को निकाला जाए और बाजार में बेचा जाए. उन्होंने कहा था कि राज्य की जरूरतों को पूरा करने के लिए आलू व्यापारी आलू का निर्यात नहीं कर सकेंगे. इसके लिए पुलिस को निगरानी रखने के लिए कहा गया था . मुख्यमंत्री ममता बनर्जी तथा उनकी सरकार ने राज्य की जनता के हित में सुफल बांग्ला केंद्र के माध्यम से ₹28 प्रति किलो की दर से आलू तथा ₹35 प्रति किलो की दर से प्याज बेचना शुरू कर दिया है. सिलीगुड़ी में भी यह सुबह 8:00 बजे से लेकर दोपहर 12:00 तक निर्धारित कैंपों में उपलब्ध है.
पश्चिम बंगाल प्रगतिशील आलू व्यवसाय समिति की ओर से कहा गया है कि आलू निर्यात पर बंगाल सरकार द्वारा लागू निषेधाज्ञा के खिलाफ समिति आज से हड़ताल पर है. बाजार पर इसका असर देखा जा रहा है. सिलीगुड़ी की थोक मंडी रेगुलेटेड मार्केट में आलू की आपूर्ति कम है. इसका सिलीगुड़ी के अन्य खुदरा बाजारों पर भी असर पड़ने की संभावना व्यक्त की जा रही है. व्यापारी यह सोचकर परेशान है कि अगर यह हड़ताल लंबी चली तो बाजार में आलू की भारी किल्लत हो जाएगी. हालांकि कुछ व्यापारियों ने अभी से ही आलू की कीमत में इजाफा कर दिया है. सूत्रों ने बताया कि थोक मंडी में आलू की कीमत ₹2 प्रति किलो की दर से बढ़ चुकी है.
आलू के एक कारोबारी ने बताया कि आलू लदे ट्रकों को पुलिस सीमा पर रोक रही है, जो पड़ोसी राज्यों को भेजे जा रहे थे. इसके कारण किसान और व्यापारी दोनों ही माल नष्ट होने की आशंका व्यक्त कर रहे हैं. इसके खिलाफ ही पश्चिम बंगाल प्रगतिशील आलू व्यवसाय समिति अनिश्चितकालीन हड़ताल पर है. उधर टास्क फोर्स की बैठक में राज्य के बाजारों में आलू की आपूर्ति सामान्य रखकर कीमत को नियंत्रित रखने का फैसला किया गया है. लेकिन हड़ताल होने से आलू की कीमत में वृद्धि होगी, इसकी बड़ी संभावना है.
सिलीगुड़ी रेगुलेटेड मार्केट के व्यापारी इस बात से परेशान है कि अगर बाजार में आलू की आवक नहीं होगी तो आलू की कीमत अत्यधिक बढ़ जाएगी. रेगुलेटेड मार्केट के फ्रूट्स एंड वेजिटेबल कमीशन एजेंट एसोसिएशन ने कहा है कि आलू के लिए जलपाईगुड़ी, कूचबिहार, अलीपुरद्वार और उत्तर दिनाजपुर पर बाजार निर्भर करता है. ऐसे में व्यापारियों के हड़ताल पर जाने से आलू की आपूर्ति में कमी आएगी और कीमत बढ़ेगी.
यह देखना होगा कि आलू कारोबारियों की हड़ताल से सिलीगुड़ी में आलू की बिक्री कितनी प्रभावित होती है. हालांकि बाजार के जानकार मानते हैं कि राज्य सरकार निश्चित रूप से इस पर कोई ठोस कदम उठाएगी. क्योंकि आलू की कीमत पहले से ही बढी हुई है.ऐसे में सरकार नहीं चाहेगी कि बाजार में आलू की किल्लत उत्पन्न हो.या तो सरकार व्यापारियों की मांग मान सकती है या फिर कुछ कडे कदम उठा सकती है.फिलहाल सिलीगुड़ी के बाजार में आलू के भाव बढ़ने की आशंका व्यक्त की जा रही है.
(अस्वीकरण : सभी फ़ोटो सिर्फ खबर में दिए जा रहे तथ्यों को सांकेतिक रूप से दर्शाने के लिए दिए गए है । इन फोटोज का इस खबर से कोई संबंध नहीं है। सभी फोटोज इंटरनेट से लिये गए है।)