सिलीगुड़ी और पूरे प्रदेश में एक तरफ कोलकाता के आरजीकर मेडिकल अस्पताल की घटना की निंदा और विरोध में उबाल देखा जा रहा है, तो दूसरी तरफ एनजेपी थाना के अंतर्गत एक नाबालिक लड़की से दुष्कर्म का मामला भी सामने आया है, जिसके बाद विरोध प्रदर्शन कर रहे राजनीतिक दल खासकर भाजपा पूरे रंग में आ चुकी है.
आज सिलीगुड़ी में प्रदेश में नारी अस्मिता और आरजीकर मेडिकल अस्पताल की घटना के विरोध में प्रदर्शन कर रहे भाजपा कार्यकर्ताओं ने सिलीगुड़ी के भाजपा विधायक शंकर घोष के नेतृत्व में मोर्चा संभाला. शंकर घोष ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश में कानून एवं व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं है. पुलिस अपना काम ठीक से नहीं कर रही है. हम मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं. जब तक ममता बनर्जी इस्तीफा नहीं दे देती है, हमारी लड़ाई जारी रहेगी.
जब शंकर घोष का सिलीगुड़ी के निकट एनजेपी में नाबालिक लड़की के साथ दुष्कर्म की घटना और पीड़िता के परिवार वालों को थाने से सहयोग नहीं मिलने की घटना पर ध्यान आकर्षित किया गया तो शंकर घोष ने कहा कि अब मैं और झेल नहीं पाऊंगा. उन्होंने कहा कि अब और क्या देखना बाकी रह गया है. प्रशासन नाम की कोई चीज नहीं है. उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी महिलाओं को लखी भंडार दे रही है.लेकिन जब लखी ही नहीं रहेगी तो लखी भंडार किस काम का!
उन्होंने कहा कि जब कन्या ही नहीं रहेगी, तो कन्या श्री किस काम का? शंकर घोष ने ममता सरकार पर हमलावर होते हुए कहा कि कोलकाता के आरजीकर मेडिकल अस्पताल में जिस तरह से टीएमसी के गुंडो ने उपद्रव मचाया है, उसके बाद मुख्यमंत्री को तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए. उन्होंने कहा कि सीबीआई मामले की छानबीन कर रही है. जल्द ही तस्वीर साफ हो जाएगी.
जब शंकर घोष के बयान पर सिलीगुड़ी नगर निगम के मेयर गौतम देव की प्रतिक्रिया ली गई तो गौतम देव ने कहा कि इस मामले पर कोई राजनीति नहीं होनी चाहिए. पुलिस अपना काम कर रही है. पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार किया है.उन्होंने कहा कि शंकर घोष के बयान को हम गंभीरता से नहीं लेते. गौतम देव ने कहा कि यह दुर्भाग्य की बात है. सिलीगुड़ी में ऐसी घटनाएं बहुत कम होती है.
आपको बताते चलें कि सिलीगुड़ी में 15 अगस्त की जब सर्वत्र धूम थी, उसी समय एनजेपी थाना के अंतर्गत पुलिस को एक नाबालिक बालिका से दुष्कर्म की जानकारी मिली. सिलीगुड़ी पुलिस कमिश्नरेट की पुलिस ने तुरंत ही 15 अगस्त के कार्यक्रम को रोक कर छानबीन शुरू कर दी. पीड़िता के बयान पर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए इस मामले के चार आरोपियों को गिरफ्तार कर दया इन आरोपियों में तीन नाबालिक हैं जबकि एक अन्य नाबालिग नहीं है
आनन फानन में कार्रवाई करते हुए एनजेपी की पुलिस ने तीनों नाबालिकों को आज जुवेनाइल कोर्ट में प्रस्तुत किया है. जबकि चौथे आरोपी को जलपाईगुड़ी कोर्ट में पेश किया गया. सिलीगुड़ी के पुलिस आयुक्त सी सुधाकर ने इस मामले में चार लोगों की गिरफ्तारी की पुष्टि की है.पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है. यह कैसी विडंबना है कि , जब पूरे प्रदेश की महिलाएं नारी सुरक्षा और आरजीकर मेडिकल अस्पताल की घटना के विरोध में सड़कों पर उतर चुकी हैं, वही इस प्रकार की घटना घटती है.
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