उत्तर बंगाल में अलग राज्य की मांग को लेकर काफी समय से कामतापुरी संगठनों समेत विभिन्न दलों और संगठनों की ओर से आंदोलन किया जा रहा है. मुख्य रूप से सेपरेट स्टेट की मांग 7 दल कर रहे हैं. इन सभी दलों की अगुवाई करने वाले नेताओं में प्रमुख हैं विमल गुरुंग और अन्य सभी दलों के प्रमुख नेता.
लेकिन इससे अलग आज कामतापुर राज्य की मांग में अखिल कामतापुर छात्र संगठन की ओर से उत्तर बंगाल में रेल रोको आंदोलन किया गया. इसके कारण सुबह 7:00 से लेकर 10 बजे 3 घंटे तक रेल सेवाएं अस्त व्यस्त रही. बाद में यात्रियों के हंगामा करने के बाद अलीपुरद्वार रेल मंडल अधिकारी विनोद भदौरिया के प्रयास से प्रदर्शनकारियों ने 10:00 बजे नाकेबंदी हटा ली. तब जाकर यात्रियों की जान में जान आई
अखिल कामतापुर छात्र संघ के सदस्यों ने आज सुबह बेलाकोपा और मयनागुरी के पास अलग राज्य की अपनी मांग को लेकर रेल की पटरियों के पास धरना देना शुरू कर दिया. इससे गुवाहाटी और एनजेपी के बीच रेल गाड़ियों के परिचालन में काफी बाधा आई. उनकी नाकेबंदी के कारण सभी रूटों की रेलगाड़ियां प्रभावित हुई. सुबह सात बजे से ही उनका आंदोलन शुरू हो गया. मिली जानकारी के अनुसार छात्र संघ के सदस्यों ने रेल की पटरियां अवरूद्ध करके रेल सेवाओं को बाधित कर दिया. इसके कारण गुवाहाटी और एनजेपी के बीच में कई रेल गाड़ियां बाधित हुई. जिसके कारण रेल यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा.
रेल सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के न्यू जलपाईगुड़ी और न्यू बोगाई गांव प्रखंड के बेटगारा स्टेशन पर प्रदर्शनकारियों ने सुबह 7:00 बजे ही नाकेबंदी शुरू कर दी. इससे इस रूट की ट्रेनों का आवागमन घंटो बाधित रहा. बाद में गुस्साए रेल यात्रियों ने हंगामा कर दिया. आंदोलनकारी छात्रों को रेल पटरियों से हटाने के लिए रेलवे सुरक्षा बल के अधिकारी और राज्य पुलिस मौके पर पहुंची. उन्होंने उन्हें समझाने की काफी कोशिश की. लेकिन प्रदर्शनकारी नहीं माने. इसके बाद अलीपुरद्वार रेल मंडल के अधिकारी विनोद भदोरिया आंदोलनकारी छात्रों को समझाने के लिए पहुंचे. आंदोलनकारी छात्रों ने कहा कि हमारी कुछ मांगे हैं. उन्हें ऊपर तक पहुंचाया जाए. इसके बाद विनोद भदौरिया ने आंदोलनकारी छात्रों को आश्वासन दिया.
बाद में छात्र संघ के नेताओं ने सुबह 10:00 बजे नाकेबंदी हटाने की घोषणा की. आंदोलन कर रहे कामतापुरी छात्र संगठनों का कहना था कि उत्तर बंगाल काफी पिछड़ा हुआ है. यहां कल कारखाने नहीं है. यहां कोलकाता की रोजी रोजगार नहीं है. यहां के लोग बेहद फटेहाली अवस्था में जीवन यापन कर रहे हैं. अगर यहां अलग राज्य का गठन होता है तो यहां के लोगों का जीवन स्तर भी ऊंचा होगा. प्रदर्शनकारी छात्रों ने उनकी मांगे पूरी न करने के लिए तृणमूल कांग्रेस और भाजपा के खिलाफ नारे भी लगाए और कहा कि अगर केंद्र सरकार तथा राज्य सरकार उनकी मांगे मान ले तो उत्तर बंगाल के लोगों का सपना साकार हो सकेगा.
अखिल कामतापुर छात्र संघ एकेएसयू का रेल रोको आंदोलन सुबह 7:00 बजे से लेकर शाम 7:00 बजे तक 12 घंटे का था. मिली जानकारी के अनुसार कामतापुर छात्र संगठन के रेल रोको आंदोलन के चलते गुवाहाटी और एनजेपी के बीच चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस समय से नहीं चल सकी. महत्वपूर्ण मार्गों पर रेल सेवाएं बाधित रही. एक्सप्रेस और पैसेंजर सभी तरह की रेल गाड़ियां समय से रवाना नहीं हुई.
प्रदर्शनकारी छात्रों ने रेल अधिकारियों को ज्ञापन सौपने के बाद कहा है कि अगर 28 फरवरी तक उनकी मांगों को ऊपर तक नहीं पहुंचाया गया तो वह पूरे उत्तर बंगाल में हड़ताल कर सकते हैं. मीडिया से बात करते हुए प्रदर्शनकारी नेता कौशिक बर्मन ने कहा कि अब बहुत समय हो चुका है. हमें हमारा राज्य वापस मिलना चाहिए. अब और प्रतीक्षा नहीं की जा सकती. अगर हमारी मांगों पर सुनवाई नहीं होती है तो 28 फरवरी के बाद हम बृहद आंदोलन करेंगे. और इसकी जिम्मेदार केंद्र सरकार और राज्य सरकार होगी. मालूम हो कि कामतापुरी छात्र संगठन अपनी मांगों को लेकर काफी समय से धरना प्रदर्शन और आंदोलन करते आ रहे हैं.