27 वर्षीय विल्सन कार्की हमेशा डरा-डरा और असुरक्षित महसूस करता था. वह सिलीगुड़ी के नजदीक खोड़ीबाड़ी के एक होटल में साफ सफाई और वेटर के रूप में काम कर अपना पेट भर रहा था. 3 दिन पहले ही वह यहां आया था और होटल मालिक से होटल में काम करने की मिन्नते कर रहा था. होटल मालिक ने उस पर तरस खाकर नौकरी दे दी थी.
अभी विल्सन कार्की को वहां रहते एक हफ्ते भी नहीं हुआ कि सिक्किम पुलिस सादी वर्दी में उसका पता लगाते लगाते इस होटल में पहुंच गई. जहां वह काम कर रहा था. पहले तो विल्सन कार्की ने साधारण पब्लिक समझ कर पुलिस को अनदेखा कर दिया. लेकिन जब उसे पता चला कि उसे पकड़ने के लिए पुलिस ने स्वांग रचा है तो उसने भागने की कोशिश की, लेकिन वह भाग नहीं सका. खोरीबाडी पुलिस के सहयोग से सिक्किम पुलिस ने विल्सन कार्की को गिरफ्तार कर लिया और नियमानुसार कानूनी प्रक्रिया का पालन करते हुए सिलीगुड़ी कोर्ट में प्रस्तुत किया, जहां से उसे गंगटोक के लिए ले जाया गया है.
सिक्किम पुलिस ने विल्सन कार्की को क्यों गिरफ्तार किया? गंगटोक सदर थाना सूत्रों और अन्य जानकारी के आधार पर विल्सन कार्की की गिरफ्तारी के पीछे यह घटना बताई जाती है. सिलीगुड़ी के नजदीक पानीटंकी का रहने वाला विल्सन कार्की गंगटोक में एक किराए के मकान में रहता था. वह वहां एक होटल में काम करके अपना भरण पोषण कर रहा था.
गंगटोक सदर थाना के अंतर्गत जहां विल्सन रहता था, उसके पड़ोस में ही अल्पना (किन्हीं कारणों से नाम बदल दिया गया है) भी रहती थी. वह भी किराए के एक मकान में रहती थी. क्योंकि दोनों के घर आसपास थे और दोनों ही किराएदार थे, अत: दोनों का आपस में अच्छा संबंध बन गया था. दोनों का एक दूसरे के घर में आना-जाना भी था. 19 जनवरी की घटना है.
उस दिन सिक्किम में कडाके की सर्दी पड़ रही थी. बर्फबारी भी हुई थी. विल्सन उस दिन काम पर नहीं जाकर सीधा अल्पना से मिलने उसके घर चला गया.अल्पना घर में ही थी और किचन का काम निपटा रही थी. तभी विल्सन वहां पहुंच गया. कुछ देर तक दोनों आपस में बातें करते रहें. इसी बीच अचानक विल्सन का अल्पना को देखने का भाव बदल गया. वह उसे भूखी नजरों से देखने लगा. अल्पना विल्सन की आंखों की चमक से समझ गई कि उसके इरादे नेक नहीं है. इसलिए वह उसे घर से जाने के लिए कहने लगी.
लेकिन कुछ ही पल के बाद विल्सन ने अल्पना के घर का दरवाजा अंदर से बंद कर दिया और उसके साथ जबरदस्ती करने लगा. उसके साथ दुष्कर्म करने के बाद ही वह वहां से गया. इस बीच अल्पना ने चीख चिल्लाकर पड़ोसियों को इकट्ठा कर लिया था. उसने अपने साथ हुए हादसे की जानकारी पड़ोसियों को दी. पड़ोसियों के कहने पर अल्पना गंगटोक सदर थाना पहुंची और ड्यूटी अधिकारी को सारी बात बता दी. पुलिस ने विल्सन कार्की के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली. गंगटोक सदर थाना में अल्पना की रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने भारतीय दंड विधान की धारा 376 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया और अल्पना को मेडिकल जांच के लिए भेज दिया.
इस बीच गंगटोक सदर थाना की पुलिस विल्सन कार्की को ढूंढते हुए उसके घर पर पहुंची. लेकिन तब तक विल्सन पुलिस के डर से फरार हो चुका था. विल्सन कार्की की गिरफ्तारी के लिए गंगटोक सदर थाना की पुलिस ने एक टीम बनाई. इस टीम में पी आई तिलक छेत्री, एएसआई वांगले भूटिया और LNK थिंगले भूटिया को दुष्कर्म के आरोपी को गिरफ्तार करने की जिम्मेवारी दी गई. तीन पुलिस कर्मियों की टीम ने विल्सन के पाए जाने के सभी संभावित ठिकानों पर छापा मारा. लेकिन वह पकड़ा नहीं जा सका. इसी बीच जांच टीम को पता चला कि विल्सन सिक्किम से फरार हो चुका है.
3 दिन पहले जांच टीम को अपने सूत्रों से पता चला कि विल्सन सिलीगुड़ी के पास खोरोबारी में रहता है. तुरंत ही गंगटोक सदर थाना की जांच टीम ने खोरोबारी थाना की पुलिस से संपर्क किया और विल्सन की गिरफ्तारी में उनकी मदद मांगी. खोरीबाडी पुलिस तैयार हो गई. इसके बाद जांच टीम सिलीगुड़ी पहुंची और एक योजना बनाकर खोरोबारी के उस होटल में पहुंच गई, जहां विल्सन कार्की वेटर के रूप में काम कर रहा था. इन पंक्तियों के लिखे जाने तक गंगटोक सदर थाना की पुलिस आरोपी से विस्तृत पूछताछ कर रही है. यह घटना प्राथमिक सूत्रों पर आधारित है