बीते मंगलवार को सालूगाड़ा के निकट छोटा फाफड़ी इलाके में एक अज्ञात व्यक्ति का शव बरामद किया गया था, जिसकी शिनाख्त सेना के जवान के रूप में हुई थी. क्योंकि यह मामला सेना के जवान से जुड़ा था, इसलिए इसकी चर्चा सिलीगुड़ी में खूब हुई थी. और समाचार पत्रों तथा खबर समय समेत विभिन्न स्थानीय न्यूज़ चैनल्स ने इस कांड को जोर शोर से उछाला था. पुलिस ने दावा किया है कि सेना के जवान की हत्या का सच सामने आ गया है. यह ऐसा सच है जो काफी हैरतअंगेज और अविश्वसनीय सा है और रोंगटे खड़े कर देता है.
बिहार का रहने वाला संजीव कुमार भारतीय सेना में जवान था. इस सेना के जवान का अवैध संबंध एक महिला से था, जिसका नाम विशाखा अधिकारी बताया जा रहा है और जो इस हत्याकांड की मुख्य आरोपी है. संजीव कुमार और विशाखा का संबंध ऐसा था, जिसमें छलावा, स्वार्थ, फरेब और धोखा था. महिला की माने तो संजीव कुमार लगातार उसे धोखा देता आ रहा था. जब विशाखा को एहसास हुआ कि संजीव कुमार उसके साथ किए वादे को पूरा नहीं कर सकता तो वह उससे नफरत करने लगी.
विशाखा को लगा कि अब तक संजीव कुमार उससे खेल रहा था. और उसके मन में कुछ और चल रहा था. इसलिए वह बदले की भावना में सुलगने लगी. कहीं ना कहीं उसके मन में यह बात बैठ गई कि संजीव कुमार ने उसके साथ छल किया है और इसलिए उसे सजा देना जरूरी है. यह इरादा करके विशाखा ने संजीव कुमार की हत्या की योजना बना ली. वह संजीव कुमार की कमजोरी को समझती थी और इसीलिए उसने उसकी कमजोरी को हथियार बनाकर उसी से उसकी हत्या कर दी.
यह योजना थी हनी ट्रेप की. इस योजना में मोनालिसा पंडित, विपुल शर्मा, सचिन राय और संदीप ठाकुर भी शामिल हुए थे. उनकी मदद से ही बिपाशा ने इस खूनी योजना को अंजाम दिया था. घटना के दिन सोमवार को सारी तैयारी करके विशाखा ने संजीव कुमार को बागडोगरा से आशीघर बुलाया. वहां एक कमरे में उसकी हत्या का सारा सामान तैयार किया गया. योजना के अनुसार सब कुछ हुआ. इसके बाद मंगलवार की सुबह 4 लड़कों ने सेना के जवान की लाश को स्कूटी पर लादा और छोटा फाफरी इलाके में एक झाड़ी में फेंक दिया था.
उस समय सुबह हो चुकी थी. इसलिए लोग मॉर्निंग वॉक पर निकले थे. उन्होंने लाश को ठिकाने लगाते हुए कुछ लड़कों को देखा तो उन्हें कुछ शक हुआ और इसके बाद उन्होंने पुलिस को सूचना दी. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर लाश को बरामद किया.शव की शिनाख्त करने के लिए पुलिस की दौड़ भाग बढ़ गई. भक्ति नगर पुलिस ने मृतक के मोबाइल नंबर का कॉल डिटेल रिपोर्ट निकाला और उसके आधार पर मृतक की पृष्ठभूमि का पता लगाया. दो दिनों में ही पुलिस ने पता लगा लिया.
जिस अवस्था में शव बरामद हुआ था, उसे देखने के बाद पुलिस ने अनुमान लगाया कि उसकी हत्या की गई है. क्योंकि शव के शरीर पर जख्मों के कई निशान बन गए थे. यह इशारा कर रहे थे कि उसकी हत्या की गई है. शव का पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद पुलिस का शक यकीन में बदल गया. पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर उसकी जांच शुरू कर दी. पुलिस ने उसके मोबाइल की कॉल डिटेल रिपोर्ट के आधार पर विशाखा अधिकारी नामक महिला को धर दबोचा. जब उससे पूछताछ की गई तो उसके बयान में काफी विरोधाभास सामने आया.
अंतत: भक्ति नगर पुलिस ने महिला को गिरफ्तार कर लिया और उसे कोर्ट में पेश कर रिमांड पर ले लिया, जहां पूछताछ में महिला ने अपने साथियों के नाम पते बता दिए. उसने यह भी कहा कि उसने सेना के जवान की हत्या क्यों की थी. उसके बयान के आधार पर पुलिस ने रविवार की रात भारत नेपाल सीमांत नक्सलबाड़ी इलाके से मोनालिसा पंडित, विपुल शर्मा, सचिन राय और संदीप कुमार ठाकुर को गिरफ्तार कर लिया. फिलहाल सभी आरोपी जेल की सलाखों के पीछे पहुंच चुके हैं.
(अस्वीकरण : सभी फ़ोटो सिर्फ खबर में दिए जा रहे तथ्यों को सांकेतिक रूप से दर्शाने के लिए दिए गए है । इन फोटोज का इस खबर से कोई संबंध नहीं है। सभी फोटोज इंटरनेट से लिये गए है।)