किसी व्यक्ति की मृत्यु होने पर उसका दाह संस्कार किया जाता है. जो दाह संस्कार के लिए अग्नि प्रदान करता है,उसे डोम कहा जाता है. यह एक जाति है जो डोम जाति के नाम से चर्चित है. देश के दूसरे राज्यों में डोम जाति को लेकर राज्य सरकार चाहे जैसा भी सोचे, परंतु पश्चिम बंगाल में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस शब्द को खत्म करने का फैसला कर लिया है.
आज कैबिनेट की बैठक में ममता बनर्जी ने डोम शब्द की जगह संस्कार कार्यकर्ता के नाम से सरकारी रिकॉर्ड में उल्लेख करने का निर्देश दिया है. अब से सरकारी रिकॉर्ड में डोम शब्द नहीं मिलेगा. उसकी जगह पर आप संस्कार कार्यकर्ता के रूप में जान सकेंगे. जानकार मानते हैं कि इसके जरिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने डोम जाति का सम्मान बढ़ाया है.