November 14, 2024
Sevoke Road, Siliguri
उत्तर बंगाल लाइफस्टाइल सिलीगुड़ी

दुर्गा पूजा से पहले शहर में अपराधियों की नकेल कसने में जुटी सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस!

सिलीगुड़ी और पूरे प्रदेश में आरजीकर का मुद्दा गरमाया हुआ है. यह एक ऐसा मुद्दा बन गया है, जो सुप्रीम कोर्ट के दखल के बावजूद भी शांत नहीं हो रहा है. सुप्रीम कोर्ट के हस्तक्षेप के बावजूद जूनियर डॉक्टर मान नहीं रहे हैं. सिलीगुड़ी अस्पताल व उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज अस्पताल की स्वास्थ्य व्यवस्था चरमराई हुई है. ऊपर से शहर में आज भी महिलाओं के साथ छेड़खानी और यौन उत्पीड़न की घटनाएं बढ़ रही है. इसके अलावा अपराधी तत्व भी सक्रिय हैं.

इस बीच सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस ने अपनी कार्य शैली में बदलाव किया है और संकेत दिया है कि पुलिस अपराधियों के खिलाफ और कठोर बनेगी. लोगों का भरोसा जीतने के लिए पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने शहर और आसपास के इलाकों में अपराधों पर नियंत्रण पाने के लिए एक स्पेशल अभियान पर काम शुरू कर दिया है. हालांकि पुलिस की योजना क्या है, यह तो पता नहीं. परंतु जिस तरह से संकेत सामने आ रहे हैं, इससे ऐसा लगता है कि आने वाले पूजा से पहले ही शहर में अपराधी तत्वों पर पुलिस नियंत्रण पा लेगी. कम से कम डीसीपी के बयानों से यह संकेत साफ नजर आ रहा है.

दुर्गा पूजा से त्योहारों का मौसम शुरू होगा. ऐसे में महिला अपराध समेत तमाम तरह के अपराधों पर लगाम लगाने के लिए पुलिस अधिकारियों ने कुछ विशेष पहल शुरू कर दी है. अर्थात शहर में चोरी, डकैती, छिनताई, लूटपाट और महिला अपराध सब बंद हो जाएंगे. आने वाले समय में आप यह देख भी सकेंगे. कम से कम पुलिस का यह दावा भी है.

दुर्गा पूजा में अब कुछ ही दिन रह गए हैं. आमतौर पर प्रत्येक साल दुर्गा पूजा के समय शहर में चोरी-छिनताई की घटनाएं बढ़ जाती हैं. बाजार, मॉल और सभी भीड़ भाड़ वाले स्थानों पर जेबकतरे और छिनताईकारी घूमते रहते हैं. शिकार की तलाश में रहते हैं. क्या इस बार भी ऐसा ही होगा? इसकी संभावना को देखते हुए सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस ने ऐसे असामाजिक तत्वों के खिलाफ एक अभियान शुरू किया है. पुलिस संदिग्ध व्यक्तियों पर नजर रख रही है. पिछले दो महीनों में सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस की विशेष सफेद पोशाक पुलिस ने एक अभियान शुरू करके कम से कम 3000 बदमाशों को जेल की सलाखों के पीछे पहुंचाया है.

पुलिस का यह प्रयास पूजा को ध्यान में रखते हुए शुरू किया गया है. सिलीगुड़ी अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर स्थित होने से चोरों और तस्करों का पसंदीदा स्थल बन जाता है. नेपाल, बांग्लादेश, भूटान और पड़ोसी राज्यों से अनेक लोग सिलीगुड़ी में दुर्गा पूजा देखने आते हैं.इनमें से कई अपराधी तत्व होते हैं जो मौके की तलाश में रहते हैं. शहर में अमन, चैन और शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस ने सभी 6 पुलिस थानों के साथ मिलकर इसकी तैयारी शुरू कर दी है. जैसे-जैसे पूजा करीब आती जाएगी, पुलिस का एक्शन भी बढ़ेगा और कुछ जरूरी कदम भी उठाए जा सकते हैं.

इस समय सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस शहर में सीसीटीवी कैमरे को चालू स्थिति में रखने के लिए जरूरी कदम उठा रही है. पिछले दो महीनों में अपराधियों की धर पकड़ में सीसीटीवी और खुफिया तंत्र का बहुत बड़ा योगदान है. शहर में चोरी और डकैती की योजना बनाते बदमाश कभी खाली घरों में बैठकर योजना बनाते हैं तो कभी महानंदा नदी के तट पर प्लानिंग करते हैं. पिछले दो महीनों में पुलिस ने ऐसे स्थानों से कई बदमाशों को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. सूत्रों ने बताया कि जल्द ही पुलिस नौकाघाट, तुलसीनगर, कावाखाली, माटीगाड़ा के उन सभी क्षेत्रों में, जहां असामाजिक तत्वों का अड्डा रहता है, दबिश देने वाली है. सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस के अंतर्गत भक्ति नगर थाना, प्रधान नगर थाना, एनजेपी थाना, माटीगाड़ा थाना आदि ने बदमाशों की गिरफ्तारी में प्रमुख भूमिका निभाई है.

वर्तमान में पुलिस ने विशेष ड्राइव अभियान शुरू किया है. पेट्रोलिंग के लिए स्पेशल ड्यूटी टीम लगाई गई है. उसके अलावा महिला सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सिलीगुड़ी नगर निगम के अंतर्गत सभी वार्डो में महिला स्पेशल ड्यूटी पुलिस और पेट्रोलिंग पुलिस लगाई गई है. पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार शहर में कुछ और कदम उठाए जाने हैं, ताकि बदमाशों के खिलाफ एक वातावरण का निर्माण हो सके. डी सी पी के अनुसार महिला विनर्स टीम को महिलाओं में सुरक्षा का वातावरण बनाने के लिए सभी जरूरी कदम उठाने के लिए कहा गया है. स्पेशल ड्राइव अभियान शुरू कर दिया गया है.इसके तहत रोजाना विभिन्न थानों से अपराधी तत्व गिरफ्तार किये जा रहे हैं. पुलिस पर लोगों का भरोसा बढ़ाने के लिए मेट्रोपोलिटन पुलिस हर संभव कदम उठा रही है.

शहर के लोग तो यही चाहते हैं कि पुलिस अपना काम ठीक से करे. केवल योजनाएं बना देने से अपराध पर नियंत्रण नहीं हो जाता. जब तक योजनाओं का कार्यान्वयन भलीभांति नहीं होता है, तब तक लोगों का भरोसा तंत्र पर नहीं होता है. ऐसे में पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को कुछ और मजबूत कदम उठाने की जरूरत है.

(अस्वीकरण : सभी फ़ोटो सिर्फ खबर में दिए जा रहे तथ्यों को सांकेतिक रूप से दर्शाने के लिए दिए गए है । इन फोटोज का इस खबर से कोई संबंध नहीं है। सभी फोटोज इंटरनेट से लिये गए है।)

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