सिलीगुड़ी के निकट घोघोमाली की यह घटना काफी हृदयविदारक कही जाएगी. यह घटना उन सभी बच्चों और अभिभावकों की आंखें खोल देने वाली है, जो आजकल एंड्राइड मोबाइल पर ऑनलाइन जुए की लत के शिकार हो रहे हैं. माता पिता अथवा अभिभावक का ध्यान इस ओर नहीं रहता. लेकिन जब कोई अनहोनी या बड़ी घटना घटती है, तब अफसोस करने के सिवा हाथ कुछ नहीं लगता है.
मूल रूप से गंगारामपुर का रहने वाला यह परिवार सिलीगुड़ी के निकट घोघोमाली में किराए के एक मकान में रह रहा था. पिता कोई छोटा-मोटा काम करके अपना गुजारा करते थे. उनका बेटा अभिक पाल भी उनके साथ कोई काम करता था. लेकिन पिता को यह पता नहीं था कि उनका बेटा मोबाइल पर ऑनलाइन गेम खेलता है. आरंभ में तो उन्होंने इस पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया. धीरे-धीरे अभिक पाल अपने यार दोस्तों के चक्कर में पड़कर ऑनलाइन गेम की लत का शिकार हो गया. फिर तो वह हुआ, जिसकी उम्मीद नहीं की गई थी. लड़के ने पैसे तो गंवाए ही. उसने अपनी जान भी गंवा दी. घोघो माली की यह घटना सुर्खियों में है.
आजकल बच्चे बच्चे के हाथ में एंड्राइड मोबाइल आ गया है. आजकल के बच्चे मोबाइल का उपयोग अधिकतर ऑनलाइन गेम के लिए करते देखे जा सकते हैं. अगर आपका बच्चा दिन रात मोबाइल पर गेम खेल रहा हो, तो सतर्क हो जाए और यह पता लगाए कि क्या वह कोई ऑनलाइन जुए का शिकार तो नहीं हो गया है. अगर समय रहते बच्चों पर निगरानी रखी जाए तो न केवल बच्चों की जान और पैसे की सुरक्षा हो सकेगी, बल्कि घर में सुख, शांति और खुशहाली भी बरकरार रहेगी!
ऐसा कोई भी घर नहीं है, जहां बच्चा मोबाइल चलाता नहीं हो. मोबाइल में बहुत से app होते हैं, जो बच्चों का मनोरंजन और ज्ञान में वृद्धि तो करते भी हैं, लेकिन अगर मोबाइल का दुरुपयोग ऑनलाइन जुआ सट्टा आदि गेम खेलने के लिए किया जाता है, तो बच्चों की जिंदगी बर्बाद भी हो सकती है. एक अध्ययन से पता चलता है कि आजकल अधिकतर बच्चे ऑनलाइन गेम के शिकार होते जा रहे हैं.
देश में आईपीएल चल रहा है. ऑनलाइन गेम अथवा दूसरे लुभावने app के जरिए बहुत से बच्चे पैसे कमाने के चक्कर में अपना धन गवा रहे हैं. यह नशा कुछ इस तेजी से बच्चों के मस्तिष्क को अपने नियंत्रण में ले रहा है कि वह अपनी इच्छा पूर्ति के लिए माता-पिता के बैंक अकाउंट से भी पैसे चुरा रहे हैं या फिर दूसरों के घरों में चोरियां करके नशा अथवा शौक पूर्ति कर रहे हैं.
इसी से जुड़ी एक सनसनीखेज घटना सामने आई है, जहां वीडियो गेम का नशा एक नौजवान पर कुछ इस कदर चढा कि उसने ऑनलाइन गेम से पैसे कमाने के लिए अपने पिता के बचत खाते से ₹10000 की रकम चुपके से निकाल ली. लेकिन दुर्भाग्य से वह रकम हार गया. इसी ग्लानि और कुंठा में नौजवान ने अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली.
यह घटना जलपाईगुड़ी जिले के घोघोमाली इलाके में स्थित चयनपाड़ा की है. मृतक का नाम अभिक पाल था. वह 18 साल का लड़का था. स्थानीय लोगों ने बताया कि वह ऑनलाइन गेम के नशे का शिकार हो गया था और पिछले कुछ समय से लगभग ढाई लाख रुपए ऑनलाइन जुए में हार चुका था.
मिली जानकारी के अनुसार युवक ने अपना शौक पूरा करने के लिए अपने पिता के बचत खाते से चुपके से ₹10000 निकाल लिए. उसने सोचा था कि जब वह जीत जाएगा तो उसके पास काफी पैसे आ जाएंगे. फिर वह पिता के पैसे चुपके से उनके अकाउंट में वापस कर देगा. किसी को कानों कान जानकारी नहीं होगी. यही सोचकर उसने रकम दाव पर लगा दी. परंतु दुर्भाग्य से एक ही झटके में वह पूरी रकम हार गया, जिसे वह बर्दाश्त नहीं कर पाया और उसने अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली.
सिलीगुड़ी में इस तरह की कई घटनाएं घट चुकी है. सिलीगुड़ी के नौजवानों में ऑनलाइन गेम खेलने की आदत घर कर चुकी है. उनकी इस आदत के चलते घर परिवार तबाह हो रहा है. घर में लड़ाई झगड़े होते रहते हैं. परिवार का सुख चैन छिन गया है. विशेषज्ञों के अनुसार विभिन्न apps में नौजवानों को सब्ज बाग दिखाते हुए उन्हें धीरे-धीरे जुए की लत की ओर अग्रसर कराया जाता है.
आरंभ में तो ऑनलाइन गेम खेलने वालों को छोटी-मोटी रकम अथवा इनाम मिल जाता है, जिसके बाद वह ऐसे गेम के लिए काफी प्रोत्साहित होते हैं. एक सोची समझी योजना के तहत कंपनियां नौजवानों को ऐसे जाल में जकड़ लेती है जहां से उनके निकलने का कोई रास्ता नहीं मिलता. परिणाम स्वरूप इस तरह की दुखद घटनाएं समाज के बीच सामने आती हैं. समय रहते अभिभावक अपने बच्चों को भटकने से बचाए अन्यथा अंजाम काफी भयावह होगा.
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