फिल्मी सितारों से भरे फिल्मफेयर अवार्ड में जब सिलीगुड़ी वासियों का नाम लिया जाता है तब यह छोटा सा शहर सिलीगुड़ी भी खुद को गौरवान्वित महसूस करता है | विजोयार पोरे फिल्म के निर्देशक अभिजीत श्रीदास और निर्माता सुजीत राहा के कारण सिलीगुड़ी को यह गौरव महसूस हुआ |
विजया पोर फिल्म की अभिनेत्री को बेस्ट एक्टर्स क्रिटिक्स का फिल्म फेयर अवार्ड मिला और इस फिल्म यानी विजोयार पोरे फिल्म के निर्देशक अभिजीत श्री दास तथा निर्माता सुजीत राहा दोनों ही सिलीगुड़ी के रहने वाले हैं |
वैसे तो पश्चिम बंगाल के प्रमुख शहरों में कोलकाता के बाद सिलीगुड़ी का नाम लिया जाता है, लेकिन बात यदि सिलीगुड़ी की हो तो उत्तर बंगाल का यह छोटा सा शहर कई मायनों में विख्यात है और इस विख्यात शहर के साथ एक और चमकीला सितारा जुड़ गया है | इस फिल्म में काम करने वाली ममता शंकर जिन्हे फिल्म फेयर अवार्ड से सम्मानित किया गया ,उन्हें पदश्री से भी सम्मानित किया गया है | बात करें ममता शंकर की तो जब उन्हें पदश्री से सम्मानित किया गया तब उन्होंने बस इतना ही कहा, ‘मैंने अपना काम इमानदारी से किया है’ सच उनका यह वाक्य सभी को प्रभावित कर गया था , और काम के प्रति उनकी यही ईमानदारी काम कर गई की, उन्होंने विजोयार पोरे जैसी फिल्म में दमदार अभिनय किया और उनके दमदार अभिनय के कारण उन्हें बेस्ट एक्टर्स क्रिटिक्स का अवार्ड मिला |
साधारण स्वभाव व दमदार व्यक्तित्व रखने वाली ममता शंकर का जन्म 7 जनवरी 1955 कोलकाता में हुआ था, वो एक भारतीय अभिनेत्री, नृत्यांगना और कोरियोग्राफर है | भारत सरकार द्वारा दिए जाने वाले पद्मश्री सम्मान से सम्मानित ममता शंकर ने साबित कर दिया की सफलता उम्र की मोहताज नहीं होती है | फिल्मफेयर अवार्ड के दौरान जब मंच से उनका नाम लिया गया तो तालिया के गरगराहट बीच वह मंच पर पहुंची और पुरस्कार लेने के दौरान वह थोड़ी भावुक भी हुई,उन्होंने फिल्म के दौरान हुए अनुभव को साझा किया, साथ ही उन्होंने अवार्ड मिलने के बाद फिल्म के निर्देशक अभिजीत श्री दास और निर्माता सुजीत राहा को आभार व्यक्त किया | फिल्मफेयर अवार्ड में विजोयार पोरे फिल्म के बेस्ट डेब्यू डायरेक्टर, बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर और बेस्ट एक्ट्रेस क्रिटिक्स को नॉमिनेशन किया गया था | एक ही फिल्म से तीन नॉमिनेशन मिलने पर इस फिल्म के डायरेक्टर काफी खुश हुए, उन्होंने बताया कि, यह उनकी पहली फिल्म थी, उन्हें उम्मीद नहीं थी की जनता का इतना प्यार उन्हें मिलेगा, वह आने वाले समय में उत्तर बंगाल के किसी मुद्दे पर फिल्म बनाना चाहते हैं, फिल्मफेयर जैसे अवार्ड के मंच पर जब सिलीगुड़ी वासियों को नॉमिनेशन मिलता है, तो साबित हो जाता है कि, छोटे शहर में भी प्रतिभाओं की खान छिपी रहती है, बस उन्हें तरासने की जरूरत होती है |
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