हिरासत में साबिर अली एक-एक करके राज खोलने लगा है. गुप्तचर विभाग अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क को भी खंगाल रहा है. कुछ और गिरफ्तारियां हो सकती हैं. यह मामला इतना गंभीर और संवेदनशील है कि पुलिस और गुप्तचर विभाग जल्द से जल्द किसी नतीजे पर पहुंचना चाहते हैं.
सिलीगुड़ी में सिम बॉक्स कांड एक चर्चित मुद्दा बन चुका है. गुप्तचर विभाग ने इस मामले में दो लोगों की गिरफ्तारी की है. उनके नाम दयाल बर्मन और राजू राय है. दोनों ही व्यक्ति सिम कार्ड सप्लायर हैं. लगभग 46 साल के दयाल एक नंबर वार्ड के पति कॉलोनी में रहता है.जबकि दूसरा राजू राय पूर्व धनतला का निवासी है.
यह मामला 16 मई से ही सुर्खियों में है. जब सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस की एसओजी की टीम ने सिलीगुड़ी में मोबाइल दुकान की आड़ में चल रहे सिम बॉक्स कांड का खुलासा किया था. पुलिस ने मोबाइल दुकान के मालिक साबिर अली को भी गिरफ्तार किया था. उसे अदालत में पेश कर रिमांड पर लेकर पूछताछ के बाद ही उपरोक्त दो लोगों की गिरफ्तारी हुई है.
यह घटना जोटियाखाली से जुड़ी हुई है. यहीं एक मोबाइल दुकान में सिम बॉक्स से विदेश में कॉल की जा रही थी. पुलिस को सूचना मिली थी कि सिम बॉक्स का इस्तेमाल कर आपराधिक गतिविधियों को अंजाम दिया जा रहा था. इसके बाद ही पुलिस की टीम ने छापेमारी का प्लान बनाया और 16 मई को उक्त मोबाइल दुकान में छापा मार कर तीन सिम बॉक्स, फर्जी आधार कार्ड, वोटर कार्ड, कुछ मशीने, अन्य दस्तावेज और कई आपत्तिजनक सामग्री बरामद की थी.
जोटिया खाली में आसपास ही दो दुकाने हैं. एक दुकान में फर्जी आधार कार्ड, फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस, फर्जी वोटर कार्ड आदि बनाए जाते थे. जबकि दूसरी दुकान में मोबाइल सिम का व्यवसाय होता था. दोनों ही ऑफिस काफी समय से चलाए जा रहे थे. पुलिस को जानकारी मिली थी कि इस दुकान से सिम बॉक्स के जरिए चीन, जापान जैसे देशों से बातचीत की जाती थी.
रिमांड अवधि में साबिर अली ने पुलिस को बताया कि सिम बॉक्स का इस्तेमाल आपराधिक गतिविधियों में ही किया जाता है. उसने बताया कि इसके जरिए आतंकवादी संगठनों से भी संपर्क किया जा सकता है. और इतना ही नहीं, इसके जरिए लोगों को ठगना भी आसान होता है. मामला गंभीर था. इसलिए सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस की गुप्तचर विभाग की टीम ने मामले की जांच शुरू कर दी. लगभग 1 सप्ताह के बाद गुप्तचर विभाग को अपने सूत्रों से जानकारी मिली और उसके आधार पर ही सिलीगुड़ी के दो अलग-अलग ठिकानों से सिम कार्ड के सप्लायर दो अलग-अलग लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
अब तक जो जानकारी मिली है, उसके अनुसार गिरफ्तार दोनों ही व्यक्ति सामान्य लोगों के पहचान पत्र का इस्तेमाल सिम कार्ड निकलवाने में करते थे. इसके बाद कुछ पैसे लेकर इन सिम कार्डों को जोटिया खाली मोबाइल दुकान में दे दिया जाता था. किसी के पहचान पत्र का दुरुपयोग कैसे होता है, इस घटना ने साबित कर दिया है. यही कारण है कि पुलिस और अधिकृत एजेंसियां पहचान पत्र जैसे वोटर कार्ड, आधार कार्ड का सोच समझकर इस्तेमाल करने के लिए प्रेरित करती है. परंतु लोगों को पता नहीं चलता है या इस ओर से वे लापरवाह होते हैं, जिसके कारण ही अपराधियों का मनोबल बढ़ जाता है.
गिरफ्तार दोनों ही व्यक्तियों को आज पुलिस ने जलपाईगुड़ी अदालत में पेश किया, जहां से उन्हें रिमांड पर ले लिया गया है. डीडी को लगता है कि इस मामले में कुछ और लोग पकड़े जाएंगे. गुप्तचर विभाग को लगता है कि सिम बॉक्स कांड में सिलीगुड़ी के कुछ रसूखदार लोगों के नाम भी सामने आ सकते हैं. इसके बाद ही पूरा मामला साफ होगा. पुलिस मामले की जांच में जुट गई है.
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