August 8, 2025
Sevoke Road, Siliguri
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पानीटंकी में एसएसबी के हत्थे चढ़े दो संदिग्ध बांग्लादेशी नागरिक, अवैध रूप से नेपाल से भारत में कर रहे थे प्रवेश !

सिलीगुड़ी: 2 अगस्त 2025 को लगभग दोपहर 1:10 बजे, सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) की 41वीं बटालियन, ‘सी’ कंपनी पानीटंकी की बॉर्डर इंटरैक्शन टीम ने अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पुराना पुल, पानीटंकी के पास 2 संदिग्ध बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया। ये दोनों अवैध रूप से नेपाल से भारत में प्रवेश कर रहे थे। गिरफ्तारी स्थल सीमा स्तंभ संख्या 90/1 से लगभग 200 मीटर भारतीय सीमा के भीतर था।

गिरफ्तार व्यक्तियों की पहचान

1. मोहम्मद नूर होसैन खोंडोकर (41 वर्ष), पिता का नाम — स्वर्गीय मोहम्मद जाफर अहमद खोंडोकर, पता — गांव बौरपाठोर, पार्शुराम, पौरशावा, पार्शुराम, फेनी, बांग्लादेश।


2. मोहम्मद ओमर फारूक अरमान (27 वर्ष), पिता का नाम — टिपू खान, पता — कालिमारा, वार्ड नंबर 9, मदारीपुर सदर, मदरा 7900, बांग्लादेश।

जब्त सामान

मोबाइल फोन — 05 (आईफोन, टेक्नो स्पार्क, हुवावे P30 लाइट, आईफोन 13 प्रो, सिम्फनी कीपैड)

सिम कार्ड — 02 (एनसेल और बांग्लादेशी)

नेपाली मुद्रा — 170 रुपये

मोबाइल चार्जर — 02

बांग्लादेशी विकलांगता पहचान पत्र — 01 (हार्ड कॉपी)

बांग्लादेशी आईडी कार्ड — 01 (सॉफ्ट कॉपी)

पूछताछ में खुलासा
जांच में पता चला कि मोहम्मद नूर होसैन खोंडोकर, पेशे से पिकअप ड्राइवर, बांग्लादेश के सिलहट-त्रिपुरा मार्ग से अवैध रूप से भारत में दाखिल हुआ था। बांग्लादेशी एजेंट सोहाग ने उसे नेपाल ले जाकर रोमानिया भेजने का वादा किया था और इसके बदले 12 लाख टका लिए थे। पासपोर्ट एजेंट अपने साथ ले गया और वापस लौटने पर भी उसे नहीं लौटाया, जिससे वह नेपाल में फंस गया।

वहीं, दूसरा आरोपी मोहम्मद ओमर फारूक अरमान, 8 जनवरी 2025 को ढाका से काठमांडू हवाई मार्ग से आया था। बांग्लादेशी एजेंट निसारुद्दीन ने उसे क्रोएशिया और फिर फ्रांस भेजने का वादा कर 20 लाख टका लिए थे। उसका नेपाल वीज़ा केवल एक महीने के लिए वैध था, लेकिन वीज़ा समाप्त होने के बाद भी एजेंट ने उसका नवीनीकरण नहीं कराया और पासपोर्ट भी अपने पास रख लिया।

बाद में दोनों की मुलाकात नेपाल में एक अन्य बांग्लादेशी एजेंट हसन से हुई, जिसने उन्हें भारतीय एजेंट फोनी रॉय से संपर्क करने को कहा। फोनी रॉय ने उन्हें नेपाल के काकरविट्टा बुलाया और 25,000 नेपाली रुपये लेकर भारतीय मुद्रा में बदलकर लाने का बहाना किया, लेकिन वह लौटकर नहीं आया। ठगे जाने के बाद दोनों ने टोटो से पानीटंकी पहुंचने की कोशिश की, जहां एसएसबी ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।

दोनों संदिग्ध बांग्लादेशी नागरिकों को आवश्यक कागजी कार्रवाई और चिकित्सीय जांच के बाद खड़िबाड़ी थाने को सौंप दिया गया है, जहां आगे की कानूनी कार्यवाही की जाएगी।

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