सशस्त्र सीमा बल सीमा की रक्षा के लिए हमेशा सचेष्ट रहता है. सशस्त्र सीमा बल के विशेष दायित्व और कार्य महत्वपूर्ण होते हैं. सशस्त्र सीमा बल के जवानों को हमेशा खुफिया अधिकारियों के संपर्क में रहना पड़ता है, जहां से मिली जानकारी के अनुसार अवांछित तत्वों को पकड़ने के लिए उन्हें रणनीति में बदलाव करना पड़ता है. इस समय सशस्त्र सीमा बल के अधिकारियों को खुफिया विभाग से जो जानकारी मिली है, उसके बाद उनकी गतिविधियां बढ़ गई है. सीमावर्ती इलाकों में उनकी गश्त जारी है.
ऐसी खुफिया जानकारी सामने आई है कि भारत नेपाल सीमावर्ती इलाकों में ऐसे बहुत से विदेशी रह रहे हैं, जिनकी वीजा अवधि समाप्त हो चुकी है. लेकिन वह भारत में अवैध तरीके से रह रहे हैं. सशस्त्र सीमा बल को विशेष दायित्व सौंपा गया है. SSB के जवान पूरी मुस्तैदी से अपना काम कर रहे हैं. वे खुफिया अधिकारियों के संपर्क में हैं. इसके अनुसार ही उनकी रणनीति में बदलाव आया है.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार नेपाल के रास्ते संदिग्ध थर्ड नागरिक भारत में घुसपैठ कर रहे हैं. पानी टंकी से होकर थर्ड नागरिकों का भारत में प्रवेश और बिना किसी वैध कागजात के निवास के बारे में जानकारी मिलने के बाद खुफिया अधिकारियों ने सशस्त्र सीमा बल को यह दायित्व सौंपा है. कुछ दिन पहले नेपाल के एक शासन अधिकारी ने भी स्वीकार किया था कि नेपाल के रास्ते घुसपैठिए भारत में घुसपैठ कर रहे हैं.
मौजूदा समय में उत्तर पूर्व और सिलीगुड़ी के सीमावर्ती इलाकों में विदेशी थर्ड नागरिकों के भारत में अवैध तरीके से प्रवेश की घटना के बाद सीमा पर सुरक्षा प्रहरियों, सशस्त्र सीमा बल और सीमा सुरक्षा बल के द्वारा विशेष रूप से चौकसी बरती जा रही है. पिछले दिनों सशस्त्र सीमा बल की आठवीं बटालियन के लोहेगढ बॉर्डर आउटपोस्ट की टीम ने तीन विदेशी नागरिकों को हिरासत में लिया था.
यह सभी संदिग्ध व्यक्ति कैमरून के निवासी बताए जा रहे हैं. लेकिन वे भारत में बिना किसी वैध कागजात के निवास कर रहे थे. इसके बारे में खुफिया अधिकारियों ने पहले ही सीमा सुरक्षा बल और SSB के जवानों को बता दिया था. जिसके आधार पर सशस्त्र सीमा बल ने यह कार्रवाई की. खुफिया जानकारी है कि ऐसे और भी बहुत से थर्ड कंट्री नागरिक पानी टंकी और आसपास के इलाकों में रहते हैं अथवा भारत में प्रवेश करके इधर उधर रह रहे हैं. सशस्त्र सीमा बल उनके बारे में पता लगाने और उनकी गिरफ्तारी में जुट गया है.
पिछले दिनों सबलजोत सेक्टर में सशस्त्र सीमा बल के जवानों ने तीन थर्ड कंट्री नागरिकों को हिरासत में लिया था. उस समय सशस्त्र सीमा बल के जवान एक विशेष प्रयोजन से गश्त पर थे. खुफिया जानकारी मिली थी कि उनका वीजा समाप्त हो चुका था. फिर भी वे अवैध तरीके से भारत में रह रहे थे. इसके आधार पर ही सशस्त्र सीमा बल के जवानों ने यह कार्रवाई की.
उनके पास से बरामद दस्तावेजों के आधार पर उनके नाम तिजोल इवान, क्लाउड इदरीस और सिलवेन है. तीनों ही कैमरून के रहने वाले हैं. उनकी उम्र 20 साल से लेकर 30 साल के बीच बताई जा रही है. अब तक जो जानकारी मिली है, उसके अनुसार इवान की वीजा अवधि 21 जुलाई 2024 को ही समाप्त हो गई थी. जबकि क्लाउड इदरीस की वीजा की अवधि 18 अप्रैल 2025 को समाप्त हो गई थी. सिलवेन की वीजा अवधि 7 नवंबर 2024 को समाप्त हुई थी. उन्होंने इसके बारे में संबंधित अधिकारियों को कोई जानकारी नहीं दी थी.
सूत्र बता रहे हैं कि ये सभी थर्ड नागरिक सिलीगुड़ी के आसपास के इलाकों में बच्चों को फुटबॉल के बारे में प्रशिक्षण देते थे. क्योंकि यह भी बताया जा रहा है कि वे स्वयं फुटबॉलर भी हैं लेकिन संदेह का कारण यह है कि आखिर बिना किसी वैध कागजात के वे किस आधार पर यहां रह रहे थे. उनका उद्देश्य क्या था. ऐसी बहुत सी बातें हैं जिनके बारे में जानकारी जुटायी जा रही है.
आपको बता दें कि थर्ड कंट्री नागरिक वह व्यक्ति होता है, जो उस देश का नागरिक नहीं होता, जिसके बारे में बात हो रही है. ऐसा व्यक्ति ना तो यूरोपीय संघ का और ना ही अन्य निर्दिष्ट देश का नागरिक होता है. जैसे आइसलैंड, नॉर्वे, स्वीटजरलैंड, आदि.अगर सरल भाषा में कहें तो तीसरे देश का नागरिक वह व्यक्ति होता है जो ना तो अमेरिकी नागरिक है और ना ही यूरोपीय संघ या अन्य निर्देशित देश का नागरिक होता है.
ऐसे में जाहिर है कि यह मामला भारत के लिए काफी गंभीर है क्योंकि थर्ड कंट्री नागरिक का यह मामला काफी गंभीर है. इसलिए खुफिया विभाग और सशस्त्र सीमा बल की भाग दौड़ बढ़ गई है. गिरफ्तार थर्ड कंट्री नागरिकों से पूछताछ की जा रही है. उनसे विशेष पूछताछ के बाद ही इस संबंध में और भी विस्तृत जानकारी सामने आ सकती है. खुफिया एजेंसियों को बॉर्डर एरिया से और भी गिरफ्तारियों की आशंका है. इसलिए पानी टंकी और बांग्लादेश से सटे इलाकों में अतिरिक्त सतर्कता बढ़ा दी गई है. अब देखना होगा कि आने वाले समय में थर्ड कंट्री नागरिकों के बारे में खुफिया विभाग और भारत सरकार का अगला कदम या फरमान क्या जारी होता है.