November 14, 2024
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जुर्म

सबसे बड़ा सवाल: कोलकाता निर्भया कांड के असली अपराधियों तक कैसे पहुंचेगा सुप्रीम कोर्ट!

कोलकाता का निर्भया हत्याकांड एक ऐसा पेचीदा मामला हो गया है, जहां निर्भया के दोषी लोगों तक ना तो पुलिस अब तक पहुंच पाई है और ना सीबीआई को अब तक सफलता मिली है. जब से सीबीआई ने इस मामले को हाथ में लिया, तभी से छानबीन और पूछताछ में जुट गई है. आरजीकर अस्पताल के मुखिया डॉ संदीप घोष को सीबीआई ने पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है. इससे पहले एक सिविक वॉलिंटियर भी कोलकाता पुलिस के हत्थे चढ़ चुका है. उपरोक्त के अलावा अभी तक किसी अन्य की गिरफ्तारी नहीं हुई है. यह पूरा मामला कुछ ऐसा ही है, जैसे अंधेरे में तीर चलाना.

क्योंकि कोई भी मामला सीधा नहीं है. एक चेन दूसरे चेन से उलझी हुई है. एक राजनीतिक दल के कुछ कार्यकर्ता और नेता भी इसमें फंसते नजर आ रहे हैं, तो दूसरी तरफ राज्य पुलिस की भूमिका भी संदिग्ध है. इसके अलावा आरजी कर मेडिकल अस्पताल के कुछ अधिकारी, प्रमुख भी संदेह से परे नहीं है. पुलिस की मौजूदगी के बीच अस्पताल में तोड़फोड़ भी हुई है. यह ऐसा मामला है, जहां सीबीआई को किसी निर्णय पर पहुंचना आसान नहीं लगता है.

आज सीबीआई ने एक बार फिर से डॉ संदीप घोष से पूछताछ की है. इससे पहले संदीप घोष से पूछताछ में सीबीआई ने कई महत्वपूर्ण सवाल किए थे. जैसे सेमिनार हॉल के पास नवीनीकरण की अचानक आवश्यकता क्यों पड़ी? महिलाओं की सुरक्षा के लिए उन्होंने क्या किया? आरजी कर मेडिकल अस्पताल में महिला डॉक्टर की सुरक्षा के लिए उन्होंने क्या-क्या कदम उठाए? इत्यादि कई सवालों के उत्तर डॉक्टर संदीप घोष ने दिए हैं. सीबीआई निर्भया के माता-पिता से भी मिल चुकी है और उनका बयान भी लिया है. सूत्र बता रहे हैं कि निर्भया के माता-पिता मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से नाराज हैं.वह अपनी बेटी की आत्मा की शांति के लिए न्याय की मांग कर रहे हैं.

पुलिस और सीबीआई ने अब तक इस मामले में जिन तीन लोगों की गिरफ्तारी की है, उनमें से असली अपराधी कौन है या तीनों ही अपराधी नहीं है, सीबीआई अभी यही फैसला नहीं कर पाई है. पूछताछ चल रही है. आज सीबीआई ने आरजीकर मेडिकल कैंपस पहुंचकर जांच कार्रवाई शुरू कर दी. पूछताछ भी की है. परंतु ऐसा नहीं लगता कि सीबीआई को कुछ महत्वपूर्ण सुराग हाथ लगा हो. ऐसे अनिश्चित भरे वातावरण में सुप्रीम कोर्ट ने निर्भया के इंसाफ के लिए इस पूरे मामले को स्वत: संज्ञान में लिया है.

दरअसल सुप्रीम कोर्ट में प्रैक्टिस कर रहे दो वकीलों ने मुख्य न्यायाधीश सीजेआई डी वाई चंद्रचूड़ को एक पत्र लिखा था. जिसमें उन्होंने मांग की थी कि यह मामला एक राष्ट्र का विषय बन चुका है. जो महिलाओं की सुरक्षा से जुड़ा है.अगर महिला को न्याय नहीं मिला तो देश में एक गलत संदेश जाएगा. ऐसे में सुप्रीम कोर्ट को आगे आना चाहिए और निर्भया की आत्मा की शांति के लिए उसे न्याय दिलाना चाहिए.

वकीलों ने मुख्य न्यायाधीश को लिखे पत्र में कहा है कि निर्भया की मृत्यु व्यर्थ नहीं जानी चाहिए अन्यथा राष्ट्र को बड़ा झटका लग सकता है. आधी आबादी वाले देश की एक ही पुकार है महिला को न्याय मिले. देशभर की महिलाएं सुप्रीम कोर्ट का मुंह देख रही है और उन्हें सुप्रीम कोर्ट पर भरोसा है. सुप्रीम कोर्ट न्यायपालिका की अंतिम शरण स्थली है. ऐसे में सुप्रीम कोर्ट को इस मामले में स्वत: संज्ञान लेने की आवश्यकता है, ताकि पीड़िता को न्याय मिल सके. निर्भया के माता-पिता भी यही चाहते हैं कि जल्द से जल्द दोषी लोगों को गिरफ्तार करके उन्हें फांसी दी जाए.

सुप्रीम कोर्ट इस मामले की सुनवाई के लिए तैयार हो गया है. सुप्रीम कोर्ट में कोलकाता के निर्भया कांड की सुनवाई के लिए एक पैनल बनाया गया है. इस बेंच में मुख्य न्यायाधीश सीजेआई डी वाई चंद्रचूड़ के अलावा न्यायाधीश जे बी परदीवाला तथा मनोज मिश्रा शामिल होंगे. न्यायाधीशों की बेंच की अगुवाई चंद्रचूड़ करेंगे. कल यानी मंगलवार को इस मामले की सुप्रीम कोर्ट सुनवाई करेगा. लेकिन सबसे बड़ा सवाल वही है कि आखिर सुप्रीम कोर्ट निर्भया के कातिल और दुष्कर्मी तक कैसे पहुंच सकेगा, जहां सीबीआई और राज्य पुलिस को अब तक कोई सफलता नहीं मिली है.

हालांकि इस पूरे मामले में कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर खूब लीपापोती भी की गई है. जैसे आरंभ में पुलिस ने महिला डॉक्टर की हत्या को आत्महत्या बताया. आखिर पुलिस ने किस बिना पर आत्महत्या कहा. सीबीआई के लिए यह पूछताछ का विषय है और सीबीआई पुलिस से पूछताछ भी कर रही है. जिस दिन कोलकाता में जूनियर डॉक्टरों के द्वारा आरजीकर अस्पताल कैंपस में प्रदर्शन किया जा रहा था, वहां पुलिस का पूरा प्रबंध था. इसके बावजूद कुछ लोगों के द्वारा अस्पताल में घुसकर अस्पताल परिसर को नुकसान पहुंचाना और पुलिस द्वारा मूकदर्शक की भूमिका निभाना, यह सभी सवाल भी सुप्रीम कोर्ट में विचारणीय हैं. जब सुप्रीम कोर्ट कल इस मामले की सुनवाई करेगा तो एक-एक कर कई रहस्यों पर से पर्दा उठ सकता है.

निर्भया कांड के दोषी जल्द से जल्द पकड़े जाएं और उन्हें उचित सजा मिले, न केवल बंगाल में ही बल्कि देशभर की आवाज है. सर्वत्र एक ही आवाज है. आखिर सुप्रीम कोर्ट देश की आवाज जो वी वांट जस्टिस की पुकार लग रह रहा है और सुप्रीम कोर्ट पर भरोसा कर रहा है, ऐसे में सुप्रीम कोर्ट निर्भया मामले में जस्टिस करने के लिए क्या फार्मूला लेकर आता है, यह देखना होगा. फिलहाल सभी की नजर कल सुप्रीम कोर्ट में होने वाली निर्भया कांड की सुनवाई पर टिकी है.

(अस्वीकरण : सभी फ़ोटो सिर्फ खबर में दिए जा रहे तथ्यों को सांकेतिक रूप से दर्शाने के लिए दिए गए है । इन फोटोज का इस खबर से कोई संबंध नहीं है। सभी फोटोज इंटरनेट से लिये गए है।)

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