कोरोना ने भारत और दुनिया के देशों से लगभग अलविदा ले लिया है. थोड़े समय के लिए भारत और दुनिया के देश चैन की सांस जरूर ले रहे हैं. लेकिन आगे खतरा इससे भी बड़ा है. यह खतरा इतना बड़ा है कि भारत और दुनिया के देशों में दहशत सी देखी जा रही है. हालांकि इस महामारी के बारे में कुछ भी ज्ञात नहीं है फिर भी दुनिया डरी हुई है. ब्रिटेन ने तो अभी से ही वैक्सीन तैयार करना शुरू कर दिया है.
इस समय सोशल मीडिया पर कोरोना के बाद डिजीज X महामारी का खतरा ट्रेंड कर रहा है. डब्ल्यूएचओ ने डीजिज X को कोरोना से भी ज्यादा घातक महामारी घोषित किया है. इसलिए विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भारत समेत दुनिया भर के देशों को सचेत कर दिया है. हालांकि यह महामारी कैसी होगी, इसका स्वरूप क्या होगा, क्या यह वायरस से फैलने वाली महामारी होगी या फंगस, बैक्टीरिया इसका स्रोत हो सकता है, इत्यादि सब कुछ अज्ञात है और एक सस्पेंस है. इसी सस्पेंस पर से पर्दा उठाने के लिए दुनिया भर के वैज्ञानिक जुट गए हैं.
रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि डिजिज X कोरोना से भी ज्यादा घातक और जानलेवा है. परंतु इस बारे में कुछ भी यकीन से नहीं कहा जा रहा है कि यह महामारी भी जानवरों से इंसानों में फैलेगी या फिर इसका स्रोत मनुष्य से मनुष्य हो सकता है. आज दुनिया भर में जिस अज्ञात महामारी व डिजीज एक्स के बारे में डरावने दावे किए जा रहे हैं, उसके बारे में डब्ल्यू एच ओ ने 2018 में ही विश्व में संभावित महामारियों की ब्लूप्रिंट की सूची में जोड़ लिया था.
विश्व के देशों में पूर्व में कई महामारियों का प्रकोप देखा गया था. उनमें इबोला, कोविड, जीका वायरस इत्यादि शामिल है. इन महामारियों में लाखों लोगों की मौत हुई थी. वैज्ञानिक डिजीज एक्स को इसी कड़ी में जोड़ कर देख रहे हैं.इसलिए इसका स्रोत इबोला, कोविड-19, जीका वायरस हो सकता है. वैज्ञानिकों ने कहा है कि अभी यह बीमारी एक काल्पनिक है. अतः विश्व को डरने की जरूरत नहीं है. परंतु इस बात की संभावना हो सकती है कि भविष्य में प्राकृतिक अथवा गैर प्राकृतिक तथा मानवीय लापरवाहियों के चलते कोई ऐसी महामारी विस्फोटक रूप ले सकती है जो डिजीज एक्स कहलाए.
वैज्ञानिकों की एक टीम डीजिज X को लेकर सभी तैयारियां कर रही है.ब्रिटेन के वैज्ञानिक एक तरफ जहां नई महामारी को लेकर वैक्सीन तैयार करने में जुट गए हैं तो दूसरी ओर विश्व के वैज्ञानिक नई महामारी को खत्म करने की हर संभव कोशिश कर रहे हैं. इसमें सबसे बड़ी समस्या यह सामने आ रही है कि अभी तक इस बीमारी का कोई पता नहीं है. ऐसे में मेडिकल साइंस इसे अज्ञात मानकर भविष्य की रूपरेखा तैयार कर रहा है.
डिजीज X को लेकर भारत के वैज्ञानिक और चिकित्सक भी तरह-तरह की संभावना जता रहे हैं. सोशल मीडिया में वायरल इस अज्ञात महामारी पर स्पष्ट रूप से कुछ कहा तो नहीं जा सकता, परंतु चिकित्सक और वैज्ञानिक देश के लोगों को सतर्क रहने की सलाह दे रहे हैं. दरअसल w.h.o. ने इस महामारी की कल्पना की है. अतः इसे झुठला पाना अथवा कपोल कल्पित बताना भी ठीक नहीं है. यह आर्टिकल प्रकाशित करने के पीछे हमारा उद्देश्य लोगों को डराना या आतंकित करना नहीं है. बल्कि डब्ल्यू एच ओ की भविष्यवाणी तथा उसके द्वारा दुनिया को सावधान करने की कोशिश को समाज के बीच लाना है.