सिलीगुड़ी और आसपास के इलाकों में रहने वाले और हारतोड़ परिश्रम करने वाले राजमिस्त्री, कारीगर, शिल्पकार, मूर्तिकार, लोहार, सुनार तथा परंपरागत कार्य करने वाले वाले सभी गरीबों के दिन फिरने वाले हैं. एक पुरानी कहावत है लक्ष्मी और सरस्वती का आपस में मेल नहीं होता. कुछ हद तक यह बात सत्य प्रतीत होती है. अपनी कला से प्रतिमा को जीवंत बनाने वाले कलाकारों और प्रतिमा कारों की मुफलिसी उन पर हमेशा भारी पड़ती है.
दुर्गा पूजा और विश्वकर्मा पूजा की तैयारी में लगे प्रतिमाकारों के पास इतनी पूंजी नहीं होती कि वह पैसे लगाकर प्रतिमा तैयार कर सकें. या तो उन्हें महाजन से कर्ज लेना पड़ता है या फिर किसी संस्था अथवा क्लब के द्वारा उनकी आर्थिक मदद की जाती है. पैसे के अभाव में अपने कौशल का विकास नहीं करने अथवा प्रतिमा निर्माण में वित्तीय समस्या का सामना कर रहे ऐसे प्रतिमाकारों के लिए केंद्र की मोदी सरकार ने विश्वकर्मा योजना शुरू की है. जिसका उद्घाटन आने वाले विश्वकर्मा दिन को किया जाएगा.
विश्वकर्मा योजना उन सभी के लिए है, जो परंपरागत कार्य व्यवसाय में लगे हैं. इसके अंतर्गत राजमिस्त्री, लोहार ,सोनार, शिल्पकार ,प्रतिमाकार, व्यापारी सभी आते हैं. सरकार इन सभी लोगों को सस्ते ब्याज पर लोन उपलब्ध करवाएगी ताकि उन्हें अपने व्यवसाय में परेशानियों का सामना ना करना पड़े. केंद्र की मोदी सरकार ने विश्वकर्मा योजना के तहत 13000 करोड़ रुपये की मंजूरी दे दी है. इस योजना के अंतर्गत अगर कोई शिल्पकार ₹100000 तक लोन लेता है, तो उसे 5% ब्याज देना होगा. केंद्रीय आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव के अनुसार सरकार की इस योजना से देश भर में 30 लाख शिल्पकार परिवारों को सीधा लाभ मिलेगा.
कुम्हारपट्टी के कुछ प्रतिमाकारो ने केंद्र सरकार की इस योजना का जरुर स्वागत किया है. हालांकि उन्होंने कहा कि मुद्रा योजना तथा अन्य योजनाओं के द्वारा उन्हें बैंक से लोन मिल जाते हैं. उन्होंने बताया कि वह आर्डर पर ही प्रतिमा का निर्माण करते हैं. इसलिए उन्हें ज्यादा दिक्कत नहीं होती है. फिर भी ऐसी योजना का लाभ मिले और लोन प्रक्रिया सरल हो जाए तो अच्छी बात होगी. उन्हें प्रतिमा निर्माण से संबंधित वस्तुओं को खरीदने में किसी से कर्ज लेने की जरूरत नहीं होगी.
सिलीगुड़ी के प्रतिमाकार इन दिनों विश्वकर्मा पूजा को लेकर प्रतिमा बनाने में जुटे हुए हैं. अनेक लोगों को केंद्र की विश्वकर्मा योजना के बारे में अभी ज्यादा जानकारी नहीं है. इसलिए वह इसका जवाब भी नहीं दे सकते. विश्वकर्मा पूजा के दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के 30 लाख विश्वकर्मा परिवारों के लिए योजना लॉन्च करेंगे. प्रधानमंत्री की विश्वकर्मा योजना की क्या खास बात होगी और विश्वकर्मा परिवार इसे किस रूप में लेते हैं, यह देखना होगा. उसी दिन विश्वकर्मा योजना के स्वरूप की भी स्पष्ट जानकारी हो सकेगी.