सिलीगुड़ी में ऑटो, सिटी ऑटो, कैब आदि इस इंतजार में थे कि बसों का किराया बढ़ाए जाने के बाद छोटे वाहनों का किराया भी बढ़ेगा. लेकिन अब स्पष्ट हो चुका है कि फिलहाल छोटे बड़े सभी वाहनों का किराया नहीं बढ़ने वाला है.
पिछले काफी समय से पश्चिम बंगाल में यात्री वाहनों का किराया बढ़ाने की मांग करने वाले वाहन मालिक संगठनों तथा ड्राइवर्स एसोसिएशन को झटका लगा है.सरकार ने उनकी उम्मीदों पर यह कहते हुए पानी फेर दिया है कि बंगाल में यात्री वाहनों का किराया फिलहाल नहीं बढ़ेगा.
पश्चिम बंगाल के परिवहन मंत्री स्नेह आशीष चक्रवर्ती ने यात्री किराया बढ़ाने की मांग करने वाले निजी संगठनों को तगड़ा झटका दिया है.उन्होंने कहा है कि राज्य के किसी भी भाग में प्राइवेट बसों का किराया नहीं बढ़ाया जाएगा और ना ही सरकारी वाहनों के किराए बढेंगे. राज्य विधानसभा में एक प्रश्न के जवाब में उन्होंने यह बात कही.
बस या वाहनों के मालिक काफी समय से डीजल और पेट्रोल की बढ़ती कीमतों को देखते हुए हो रहे नुकसान की भरपाई के लिए यात्री वाहनों का किराया बढाने की मांग कर रहे हैं. राज्य सरकार ने आश्वासन दिया है कि उनके नुकसान की भरपाई सरकार भत्ता देकर करेगी लेकिन यात्रियों के लिए किराए में कोई बढ़ोतरी नहीं होगी. हालांकि परिवहन मंत्री ने कहा कि इसका अंतिम फैसला मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ले सकती हैं.
विधानसभा की प्रचालन समिति ने राज्य विधानसभा में एक सिफारिश पेश की कि इंधन की कीमतों में वृद्धि के कारण सार्वजनिक और निजी दोनों क्षेत्रों में बस किराए में वृद्धि की जरूरत है. इस प्रस्ताव में कहा गया था कि यात्री सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार के लिए किराया में वृद्धि करना आवश्यक है. आपको बताते चलें कि पश्चिम बंगाल में बस किराए में आखिरी बार 18 जून,2018 को बढ़ोतरी की गई थी.
राज्य विधानसभा में किराया बढ़ाने के प्रस्ताव रखने वाली समिति में 20 सदस्य शामिल थे.इनमें से 16 तृणमूल विधायक जबकि चार भाजपा के विधायक थे. रिपोर्ट को पढ़ने के बाद राज्य के परिवहन मंत्री ने किराया बढ़ाने की बात से इनकार कर दिया था.