शोले फिल्म का एक डायलॉग बच्चे-बच्चे की जुबान पर रहता है. इसमें रहीम चाचा कहते हैं कि यह कैसा सन्नाटा है भाई? जब उनके बेटे अमजद को मार कर घोड़े पर लिटा कर लुटेरे गांव भेजते हैं. कमोबेश कुछ इसी तरह का सन्नाटा आज दोपहर में सिलीगुड़ी में देखा गया. वर्धमान रोड, जलपाई मोड, नौकाघाट, एस एफ रोड, हाशमी चौक, विधान मार्केट, सेवक रोड आदि सभी जगह चहल-पहल अत्यंत कम नजर आई. यह वीरानी और सन्नाटा कैसा था, किस कारण से था, यह तो पता नहीं. इसमें कोई शक नहीं है कि आरजी कर अस्पताल कांड के पसरे सन्नाटे की एक झलक यहां भी विद्यमान थी.
शुक्रवार को दोपहर में सिलीगुड़ी की सड़कों पर लोगों की भीड़ अन्य दिनों की अपेक्षा काफी कम थी. ट्रैफिक भी नहीं दिखा. गाड़ियां आसानी से आ जा रही थीं. एक दिन पहले सिलीगुड़ी ने स्वतंत्रता दिवस मनाया था, जिसकी धूम देखी गई थी. लेकिन आज वह उल्लास और उमंग नदारद थी. हालांकि कोई सरकारी छुट्टी नहीं थी. इसके बावजूद कम से कम दोपहर में ऐसा लगा जैसे आज भी छुट्टी का दिन हो.
एक तरह की उदासी पसरी रही. सड़कों पर गाड़ियां आ जा रही थी. लेकिन गाड़ियों में यात्री नहीं थे. सिलीगुड़ी में स्वतंत्रता दिवस हो या कोई भी राष्ट्रीय पर्व खूब धूमधाम से मनाया जाता है. ऐसा लग रहा था, जैसे सिलीगुड़ी वासियों के मन में 15 अगस्त की खुमारी नहीं उतरी हो. दुकान भी खुली थी. लेकिन लोग नहीं थे. इसके कई कारण भी थे.
आज सुबह एस यू सी आई ने कोलकाता स्थित आरजी कर अस्पताल में तोड़फोड़ के मामले के विरोध में 12 घंटे का बंद बुलाया था. एस यू सी आई समर्थकों ने सुबह में जगह-जगह गाड़ियों को रुकवाया और लोगों से बंद का समर्थन करने की अपील की. हिल कार्ट रोड पर भी सन्नाटा देखा गया. लेकिन कुछ देर के बाद सड़क पर गाड़ियों ने चलना शुरू कर दिया. पर लोग ही नहीं निकले.
अगर मौसम की बात करें तो आज सिलीगुड़ी में सबसे तेज धूप देखी गई. आसमान साफ था, जिसकी वजह से धूप में तल्खी देखी गई. सड़कों पर सन्नाटे का एक कारण यह भी था, जब दोपहर के समय तेज धूप और गर्मी का असर काफी था. वैसे भी 15 अगस्त हो या कोई भी त्यौहार, सिलीगुड़ी के लिए काफी चहल-पहल भरा होता है. अगले दिन उसकी उदासी उतनी ही ज्यादा देखी जाती है.
कुछ लोगों की माने तो कोलकाता के आरजीकर अस्पताल की घटना ने सिलीगुड़ी के साथ-साथ पूरे प्रदेश के लोगों की संवेदनशीलता को झकझोर कर रख दिया है. खासकर महिलाएं इस मुद्दे पर काफी गंभीर हुई है. आज भाजपा ने भी आरजी कर अस्पताल कांड की घटना को केंद्र कर सिलीगुड़ी में दोपहर 2:00 बजे के बाद 2 घंटे के लिए बंद बुलाया था. अब तक ट्रेनी महिला डॉक्टर की हत्या और रेप का दोषी पकड़ा नहीं गया है. सीबीआई जांच चल रही है. सीबीआई ने आर जी कर अस्पताल के 4 ट्रेनी डॉक्टर से पूछताछ की है.
जब पूरे प्रदेश में पश्चिम बंगाल की महिलाएं घटना का विरोध कर रही थीं, उस रात आरजी कर अस्पताल में प्रदर्शन कर रहे जूनियर डॉक्टरों की भीड़ में घुसकर कुछ उपद्रवियों ने अस्पताल में तोड़फोड़ भी की. हालांकि पुलिस ने इस मामले में 19 लोगों को गिरफ्तार भी कर लिया है. उनसे पूछताछ की जा रही है. लोग तो यही चाह रहे हैं कि जल्द से जल्द दोषी लोग पकड़े जाएं ताकि निर्भया को इंसाफ मिल सके.
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