पहाड़ का संतरा काफी रसीला, मीठा और खुशबूदार होता है. यहां का संतरा देश के बड़े-बड़े शहरों जैसे कोलकाता, दिल्ली, मुंबई, लखनऊ आदि शहरों में निर्यात किया जाता है. सिलीगुड़ी में सर्दी शुरू होते ही पहाड़ का संतरा आने लगता है. लेकिन इस बार अभी तक पहाड़ का संतरा सिलीगुड़ी के बाजार में नहीं देखा गया. या बहुत कम देखा जा रहा है. हालांकि बाजार के जानकार मानते हैं कि अगले महीने से पहाड़ का संतरा सिलीगुड़ी में नजर आने लगेगा. लेकिन यह काफी कम होगा.
सूत्रों ने बताया कि इस बार पहाड़ में संतरे का उत्पादन कम हुआ है. जिसके कारण बड़ी मात्रा में संतरे बाजारों में नजर नहीं आएंगे. पहाड़ में मिरिक ऐसी जगह है जहां संतरे का काफी उत्पादन होता है.यहां जगह-जगह, घर हो अथवा खेत, बागान सब जगह संतरे की खेती होती है. पहली बार मिरिक में किसानों ने संतरा की खेती काफी कम की है. इसके कई कारण है. एक तो पहले से संतरे की पैदावार घटी है और दूसरे में किसानों को संतरे की खेती में फायदा नहीं हो रहा है.
सिलीगुड़ी के रेगुलेटेड मार्केट के एक संतरा व्यापारी ने बताया कि बाजार में जो संतरे नजर आ रहे हैं, वास्तव में वे मिरिक के संतरे नहीं है. मिरिक के संतरे का स्वाद लाजवाब होता है. परंतु इस बार कम खेती और फसल की पैदावार अच्छी नहीं होने से संतरे के स्वाद में वह मिठास देखने को नहीं मिलेगी जो सिलीगुड़ी के लोगों को हर साल मिलती रही है. पहाड़ में इस मौसम में आ रहे पर्यटक पहाड़ के संतरे का स्वाद तो ले रहे हैं, लेकिन उन्हें भी संतरे का स्वाद नहीं भा रहा है. जानकारों ने बताया कि पर्यटकों को पहाड़ का संतरा कम पड़ रहा है.
मिरिक में किसान स॔तरे की खेती करते हैं. यहां के लोगों का मुख्य पेशा स॔तरे का उत्पादन है. लोगों की कमाई का यह प्रमुख जरिया है. लेकिन किसानों का रोना यह है कि इस बार संतरे का उत्पादन उम्मीद के अनुसार नहीं हुआ है, जिसके कारण वे काफी परेशान है. उन्हें इस बात की चिंता है कि उनके घाटे की भरपाई किस प्रकार से हो सकेगी. दूसरी तरफ पहाड के संतरे का स्वाद लेने को उत्सुक सिलीगुड़ी के उपभोक्ता इस बार शायद ही पर्याप्त मात्रा में पहाड़ी और स्वादिष्ट स॔तरे का स्वाद ले सकेंगे.
किसानों ने बताया कि जलवायु परिवर्तन और जमीन की उर्वरता कम होने के कारण इस साल पहाड़ी संतरे के उत्पादन में काफी कमी आई है. उन्होंने कहा कि इस साल फसल में कीड़ा लग गया, जिसके कारण फसल की पैदावार उम्मीद के अनुसार नहीं हो सकी.मिरिक के किसानों ने स्थानीय प्रशासन और सरकार से किसानो की चिंता दूर करने की अपील की है. सूत्र बता रहे हैं कि इस बार मिरिक का संतरा बहुत कम मात्रा में सिलीगुड़ी के लोगों को उपलब्ध हो सकेगा.
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