सिलीगुड़ी में 83 से अधिक छठ घाटों पर छठ पूजा की जा रही है. इन सभी घाटों की साफ सफाई, लाइटिंग, प्रबंधन आदि की व्यवस्था सिलीगुड़ी नगर निगम,एसजेडीए तथा स्थानीय छठ पूजा कमेटियां मिलकर करती हैं. छठ पूजा कमेटियों और पुलिस तथा प्रशासन के अधिकारियों को सिलीगुड़ी नगर निगम के मेयर गौतम देव ने समझा दिया है कि किस तरह से छठ घाटों की व्यवस्था करनी होगी. उन्होंने इसके साथ ही सभी छठ पूजा कमेटियों को मुख्यमंत्री के निर्देश का हवाला देते हुए कहा है कि एनजीटी के नियमों को मानकर ही छठ पूजा करनी होगी.
पिछले साल की तरह इस साल भी नदी के बीच में छठ घाट नहीं बनाए जा सकते. नदी के पानी में नो एंट्री जोन में किसी भी छठ व्रती को जाने की अनुमति नहीं होगी. लालमोहन मौलिक घाट पर नदी के ब्रिज के पिलर के पास से 25 मीटर दूर नो एंट्री जोन बनाया गया है.वहां सिंचाई विभाग की ओर से डेंजर जोन घोषित किया गया है. यहां कोई भी श्रद्धालु ना आए, इसके लिए सिविल डिफेंस के लोगों को जिम्मेदारी दी गई है. सुरक्षा के मद्देनजर घाटों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने की भी बात बताई गई है.
सिलीगुड़ी नगर निगम और एसजेडीए की ओर से छठ घाट पर पेयजल टैंक उपलब्ध कराए जाएंगे. घाट पर सीढियों की जगह पर कारपेट बिछाए जाएंगे, ताकि वहां फिसलन ना हो सके. छठ व्रत करने वालों के लिए जो रास्ते खराब हैं अथवा टूटे-फूटे हैं, उनकी मरम्मती की जाएगी. अथवा वहां कारपेट बिछाए जाएंगे. छठ घाटों पर हो अथवा दीवाली के दिन केवल ग्रीन पटाखे ही इस्तेमाल में लाए जाएंगे. इसके अलावा प्रशासन की ओर से ग्रीन पटाखे के इस्तेमाल की अवधि भी सुनिश्चित कर दी गई है.
इसके अनुसार काली पूजा और दिवाली के दिन रात्रि 8:00 बजे से 10:00 तक ग्रीन पटाखे चलाए जा सकेंगे. जबकि छठ पूजा के दिन सुबह 6:00 बजे से लेकर 8:00 बजे तक पटाखों का इस्तेमाल किया जा सकता है. सिलीगुड़ी में सभी संबंधित विभागों जैसे दमकल आदि को भी उनके टास्क समझा दिए गए हैं.
मालूम हो कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने छठ पूजा को लेकर प्रशासनिक अधिकारियों को दिशा निर्देश जारी किए थे. उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों से कहा है कि छठ घाटों की मरम्मत तथा साफ सफाई का कार्य काली पूजा और दिवाली के बाद से ही शुरू कर दें. उन्होंने अधिकारियों से कहा है कि वे यह सुनिश्चित करें कि छठ घाट की अच्छी तरह साफ सफाई हो. इसके अलावा छठ व्रतियों के लिए घाटों की सीढ़ियो पर किसी तरह की फिसलन नहीं होनी चाहिए.
मुख्यमंत्री ने यह सुनिश्चित करने के लिए कहा है कि छठ घाट पर भीड को नियंत्रित करने के लिए घाटों के पास बैरिकेड लगाए जाएं. उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा है. उन्होंने पुलिस अधिकारियों से कहा है कि वे यह सुनिश्चित करें कि एक साथ अधिक संख्या में लोग नदी में न उतरे. मुख्यमंत्री ने छठ घाटों पर सुरक्षा व्यवस्था के भी कई उपाय करने के लिए कहा है.इसके अलावा घाट पर लाइटिंग की संपूर्ण व्यवस्था होनी चाहिए. अगर कोई वीआईपी घाट पर आता है तो भीड़ में भगदड़ ना मचे, इसकी व्यवस्था करने के लिए पुलिस को निर्देश दिया है.
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