आप पश्चिम बंगाल सार्वजनिक परिवहन की किसी भी सेवा में यात्रा करें और उसके लिए टिकट न लेना पड़े तो यह आश्चर्यजनक ही होगा. बस तो होगी, लेकिन उसमें कंडक्टर नहीं होगा. वह ट्राम हो या लोकल ट्रेन की सेवा, आपको काउंटर पर जाकर टिकट लेने की जरूरत नहीं होगी. दुर्गा पूजा से पहले पश्चिम बंगाल सरकार बंगाल के लोगों को यह तोहफा देने जा रही है.
अगर आप पश्चिम बंगाल में बस, मेट्रो, ट्रेन, स्टीमर, टैक्सी, कैब आदि सार्वजनिक परिवहन सेवाओं में यात्रा करना चाहते हैं तो इसके लिए अलग-अलग टिकट लेने की जरूरत नहीं है. सिर्फ एक टिकट यानी कार्ड से ही इन सभी सार्वजनिक परिवहन सेवाओं में यात्रा की जा सकती है. कदाचित इस तरह की सुविधा देने वाला पश्चिम बंगाल पहला राज्य है, जहां एक ही कार्ड से राज्य की सभी सार्वजनिक परिवहन सेवाओं में यात्रा की जा सकती है.
इससे यात्रियों को समय और श्रम की बचत होगी. क्योंकि कई बार ट्रेन, मेट्रो इत्यादि में टिकट लेने के लिए यात्रियों को लाइन लगाना पड़ता है. इसके अलावा भीड़ भी ज्यादा रहती है. खासकर पीक सीजन में यह भीड़ ज्यादा बढ़ जाती है. कई बुजुर्ग और बच्चों को भी काफी परेशानी होती है. कभी-कभी टिकट लेने के चक्कर में यात्रियों को शारीरिक कष्ट का भी सामना करना पड़ता है. कई बार तो उनका महत्वपूर्ण सामान भी छूट जाता है. इन सभी शारीरिक और मानसिक समस्याओं को देखते हुए पश्चिम बंगाल राज्य परिवहन विभाग ने एक कार्ड का सिस्टम विकसित किया है.
दुर्गा पूजा से पहले कोलकाता में एक कार्ड का सिस्टम लागू किया जा रहा है. प्रारंभिक सफलता के बाद इसे कोलकाता के अलावा प्रदेश के दूसरे क्षेत्रों और जिलों में लागू किया जाएगा. सूत्रों ने बताया कि अगले साल के प्रारंभ में अथवा इसी साल उत्तर बंगाल, सिलीगुड़ी और सभी आठ जिलों में एक कार्ड का सिस्टम लागू हो जाएगा. यह एक ऐसा कार्ड होगा, जिसे मोबाइल की तरह ही रिचार्ज किया जा सकेगा. इस सिस्टम को लागू करने के लिए ऑटोमेटिक किराया संग्रहण व्यवस्था भी शुरू की जा रही है. क्योंकि सभी कार्य ऑनलाइन होगा. कहीं से भी कोई भी ऑनलाइन टिकट बुक कर सकता है.
सूत्रों ने बताया कि पश्चिम बंगाल सरकार एक वेब पोर्टल भी डिजाइन कर चुकी है. इस पोर्टल के जरिए यात्रियों को सभी तरह की सूचनाएं मिलती रहेगी. इस पर टिकट का रेट और अन्य जानकारी रहेगी. आरक्षण के लिए नेट बैंकिंग या क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड, यूपीआई इत्यादि सभी तरह के कार्ड स्वीकार किए जा सकेंगे. सूत्रों ने बताया कि इस सिस्टम में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा. यात्री अगर किसी कारण से यात्रा नहीं कर सके तो उनका टिकट रद्द हो जाएगा और किराया रिफंड भी तत्काल हो सकेगा.
बहरहाल राज्य परिवहन विभाग की यह नई व्यवस्था कितना सफल हो पाती है, इस पर सबकी नज़रें टिकी हुई है. फिलहाल कोलकाता में इसे लागू करने की तैयारी जोर-शोर से शुरू हो चुकी है. सिलीगुड़ी और राज्य के दूसरे जिलों में इसके बाद यह शुरू होगा.