11 दिसंबर 2021 को जब सिलीगुड़ी नगर निगम के मेयर गौतम देव ने टॉक टू मेयर कार्यक्रम शुरू किया था, तब उन्हें विश्वास नहीं था कि यह कार्यक्रम इतना ज्यादा लोकप्रिय हो जाएगा कि एक दिन सिलीगुड़ी की जनता का फोन अटेंड करने के लिए उन्हें असिस्टेंट की जरूरत महसूस हो सकती है. कदाचित सिलीगुड़ी नगर निगम के मेयर गौतम देव ने यह नहीं सोचा था. आज वे इतने व्यस्त रहते हैं कि कभी-कभी खुद पर, तो कभी बेतुके तरीके से सवाल करने वाले लोगों पर उन्हें झल्लाहट होने लगती है.
2021 से ही यह कार्यक्रम कुछ खट्टे कुछ मीठे अनुभव के साथ चला आ रहा है. इस कार्यक्रम के दौरान गौतम देव के जीवन में ऐसे कई पल आए, जब उन्होंने अपनी झल्लाहट और भड़ास भी निकाली तो अनेक अवसरों पर धैर्य का दामन भी नहीं छोड़ा. उन्हें इस दौरान कई अनुभव हुए. लेकिन इस कार्यक्रम के प्रति उनका रुझान और ललक ऐसी रही कि वह कभी थके नहीं. उन्होंने अपनी उम्र को भी काफी पीछे छोड़ा है.
सिलीगुड़ी नगर निगम के मेयर गौतम देव सिलीगुड़ी की जनता से सीधे कनेक्ट होते हैं. प्रत्येक शनिवार को उनका टॉक टू मेयर कार्यक्रम सफलतापूर्वक संचालित हो रहा है. इस कार्यक्रम ने मेयर गौतम देव को प्रसिद्धि दिलाई है. हालांकि इस कार्यक्रम का लाभ सिलीगुड़ी के लोगों को कितना मिल रहा है, यह अध्ययन का विषय जरूर है. प्रत्येक शनिवार को निर्धारित समय पर खुद मेयर गौतम देव सिलीगुड़ी नगर निगम भवन में सिलीगुड़ी के लोगों की समस्याएं फोन पर सुनते हैं और उसके समाधान का भरोसा दिलाते हैं.
गौतम देव के पास हर समस्या का समाधान है. वह चाहे पानी आपूर्ति का मुद्दा हो अथवा सिलीगुड़ी के खटालों का या फिर फौजदारी अथवा दीवानी मुकदमा से पीड़ित व्यक्ति हो या फिर कोई भी समस्या हो, जब फोन पर उनसे बात की जाती है तो गौतम देव पूरी गंभीरता के साथ सुनते हैं और अपने अधीनस्थ को कार्रवाई करने का सुझाव देते हैं. शनिवार को टॉक टू मेयर कार्यक्रम के दौरान खबर समय ने उनके साथ काफी समय बिताया और उनके निकट रहकर सच्चाई जानने की कोशिश की.
अगर आप किसी भी समस्या से परेशान हो तो शनिवार को बेझिझक उनसे फोन पर बात कर सकते हैं. हां यह ध्यान रखना जरूरी है कि अपनी समस्या को जितना संक्षिप्त हो सके, बताएं. घुमा फिरा कर बातें ना करें. गौतम देव आपकी संक्षिप्त बात को विस्तार से समझ लेते हैं. लोगों को आश्वासन जरूर हैं और जहां तक संभव हो सके, कार्रवाई करते भी हैं. अगर उनके अधिकार क्षेत्र की बात नहीं भी हो तो संबंधित अधिकारियों तक जनता की समस्याएं पहुंचाने का जनता को आश्वासन जरूर देते हैं.
गौतम देव किसी तरह का कोई भेदभाव नहीं करते हैं. चाहे वह बंगाली हो या हिंदी भाषी या किसी भी धर्म और संगठन से जुड़ा व्यक्ति हो, उनके दरबार में सभी के साथ इंसाफ किया जाता है. वे बड़े धैर्य के साथ लोगों की बातें सुनते हैं. किसी को निराश नहीं करते. शनिवार को कई लोगों ने सिलीगुड़ी में जल संकट को लेकर उनसे फरियाद की. गौतम देव ने माना कि सिलीगुड़ी की जनता को जितना जल चाहिए, उतना सप्लाई नहीं हो रहा है. पर समाधान का मार्ग प्रशस्त किया जा रहा है. फिलहाल सिलीगुड़ी को 70 से 75 जल चाहिए जबकि जल की आपूर्ति 55 से अधिक नहीं हो रही है.
शनिवार को टॉक टू मेयर कार्यक्रम के दौरान कुछ लोगों ने अग्रसेन भवन, अग्रसेन रोड में स्थित खटालों की समस्या को लेकर उनसे बात की और कहा कि खटालों के चलते डेंगू के मच्छर पनप रहे हैं. गौतम देव ने जवाब दिया कि जल्द ही इस विषय पर संबंधित अधिकारियों और खटाल मालिकों के साथ एक बैठक की जाएगी. गौतम देव ने बताया कि किसी भी स्थिति में गैर कानूनी खटाल को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. सिलीगुड़ी नगर निगम के अंतर्गत विभिन्न वार्डों में खासकर वार्ड नंबर 46, 47, एक और तीन नंबर में गैर कई खटाल चल रहे हैं. जहां गंदगी अधिक रहती है. वहां मच्छर उत्पन्न होते हैं जो आसपास के क्षेत्र में फैल जाते हैं. अशोक जायसवाल के प्रश्न के उत्तर में गौतम देव ने कहा कि जल्द ही इस पर बैठक की जाएगी.
गौतम देव ने विविध प्रश्नों के आत्मविश्वास के साथ उत्तर दिए. बढ़ती उम्र के साथ गौतम देव को अब एक फोन असिस्टेंट की आवश्यकता महसूस हो रही है. लोग तरह-तरह के सवाल करते हैं. लोग अपनी बात को कभी-कभी मोड़कर इतना घुमा देते हैं कि अच्छे अच्छों का पेशेंस जवाब देने लगता है. गौतम देव भी कभी-कभी इससे बचने की कोशिश करते हैं. हालांकि गौतम देव अब तक खुद ही टॉक टू मेयर कार्यक्रम संभालते रहे हैं, पर ऐसा लगता है कि जल्द ही उन्हें एक असिस्टेंट की जरूरत पड़ सकती है.
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