मादक कारोबारी अब नहीं करेंगे उत्तर बंगाल और सिलीगुड़ी में कारोबार! एसटीएफ ने उनके पांव के नीचे से भूमि खिसका दी है. मादक कारोबारियों में हड़कंप मच गया है, जब से उन्होंने सुना है कि सिलीगुड़ी के चुनाभट्टी में एसटीएफ का थाना बनने जा रहा है और सिलीगुड़ी कोर्ट में ही एसटीएफ का स्पेशल कोर्ट होगा. बहुत से कारोबारियों ने अपना व्यवसाय बदलना शुरू कर दिया है, जबकि कुछ मादक कारोबारी उत्तर पूर्व के राज्यों में पलायन कर रहे हैं.
सिलीगुड़ी और उत्तर बंगाल में मादक कारोबार खूब फल-फूल रहा है. सिलीगुड़ी, जलपाईगुड़ी, कूचबिहार, अलीपुरद्वार,दार्जिलिंग, मालदा ,रायगंज आदि क्षेत्रो में मादक पदार्थों का कारोबार खूब फैल रहा है. जिस तरह से सिलीगुड़ी में मादक कारोबार का जाल फैल रहा है, उसने सिलीगुड़ी मेट्रोपॉलिटन पुलिस की सरदर्द बढ़ा दी है. आए दिन मादक कारोबारी पकड़े जा रहे हैं. लेकिन यह कारोबार थमने का नाम नहीं ले रहा है.
सिलीगुड़ी मेट्रोपॉलिटन पुलिस ने सिलीगुड़ी और उत्तर बंगाल में मादक कारोबार पर रोक लगाने के लिए जो फैसला लिया है ,उसे अब तक के सबसे बड़े फैसलों में माना जा सकता है. सिलीगुड़ी और उत्तर बंगाल के पुलिस अधिकारियों ने सिलीगुड़ी और उत्तर बंगाल से मादक कारोबार का उन्मूलन करने के लिए एसटीएफ को पूरी छूट दे दी है. एसटीएफ ने इस चुनौती को स्वीकार भी किया है.
पुलिस अधिकारियों ने मादक कारोबार पर फूल स्टॉप लगाने के लिए सिलीगुड़ी को ही मुख्यालय बनाने का फैसला किया है. ऐसे में चर्चा शुरू हो गई है कि सिलीगुड़ी में एसटीएफ का थाना होगा और सिलीगुड़ी कोर्ट में एसटीएफ का स्पेशल कोर्ट भी होगा, ताकि ऐसे मामलों में बिना देर किए आरोपियों को सजा दिलाई जा सके. साथ ही मादक कारोबार का उन्मूलन किया जा सके.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार फुलबारी के चुनाभट्टी में एसटीएफ थाना बनाने की योजना बना ली गई है. जल्द ही इस पर काम शुरू हो जाएगा. इसके अलावा सिलीगुड़ी कोर्ट में भी एसटीएफ का स्पेशल कोर्ट होगा. इसकी भी रूपरेखा तैयार कर ली गई है. मादक कारोबार पर रोक लगाने के लिए यह जरूरी है कि एसटीएफ को संपूर्ण पावर और मजबूती मिले.
प्रशासनिक स्तर पर इसकी चर्चा शुरू हो गई है. पुलिस के विभिन्न संगठनों से जुड़े अधिकारी इस पर एकमत है कि एसटीएफ ही इस कार्य को अच्छे तरीके से कर सकती है. इसलिए एसटीएफ को शक्तिशाली बनाना आवश्यक है. उत्तर बंगाल में प्रशासनिक स्तर पर इस पहल के बाद यहां मादक कारोबार करने वाले कारोबारियों में हड़कंप मच गया है.
अब तक ऐसा देखा जाता है कि एसटीएफ के लोगों द्वारा मादक कारोबारी को पकड़ने के बाद उन्हें सजा दिलाने के लिए कई तरह के पापड़ बेलने पड़ते है. इसका आरोपी फायदा उठा लेते थे और कोर्ट से उन्हें जमानत भी मिल जाती थी. लेकिन अब जब एसटीएफ का यहां थाना होगा और कोर्ट होगा तो आरोपी के खिलाफ मजबूत केस और उन्हें सजा भी होगी. उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही चुनाभट्टी में इसका थाना बनकर तैयार हो जाएगा.
इससे एसटीएफ के कामकाज में गति आएगी. आपको बताते चलें कि उत्तर बंगाल में मादक पदार्थ और मादक कारोबारियों के कारोबार पर लगाम लगाने के लिए हाल ही में एसटीएफ के डीआईजी विनीत गोयल व आईजी गौरव शर्मा सिलीगुड़ी आए थे. दोनों प्रशासनिक अधिकारियों ने एसटीएफ को मजबूत करने के मुद्दे को अधिकारियों की बैठक में उठाया था और इस बात पर सहमति व्यक्त की गई कि सिलीगुड़ी में एसटीएफ का अपना थाना हो और उसका अपना कोर्ट भी हो.
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