सिलीगुड़ी के प्लेनेट मॉल में एक बार फिर से अग्निकांड की घटना घटी है. यहां सुबह सवेरे ‘डॉग आउट’ में आग लग गई. गनीमत रही कि सूचना मिलते ही दमकल विभाग के कर्मचारी मौके पर पहुंच गए और समय रहते आग पर काबू पा लिया गया. अन्यथा एक बड़ा हादसा हो जाता! हालांकि जान माल का कोई नुकसान नहीं हुआ है. परंतु सवाल यह है कि प्लैनेट मॉल में बार-बार अग्निकांड की घटना क्यों घटती है?
लोग दबी जुबान से चर्चा करने लगे हैं कि अगर दोपहर का समय होता अथवा तेज आंधी के बीच आग लगती तो क्या होता! प्लैनेट मॉल के दुकानदार और व्यवसायी जरूर राहत की सांस ले रहे होंगे. लेकिन कब तक! फायर से लेकर निर्माण तक सब कुछ भगवान भरोसे ही है! बिल्डिंग प्लान की तो बात ही मत कीजिए. यहां खतरा कम नहीं हुआ है. यह खबरदार करता है कि भविष्य में यहां जान और माल का बड़ा नुकसान हो सकता है.
सूत्रों ने बताया कि यहां व्यवसायियों और क्रेता की सुरक्षा भगवान भरोसे ही है. क्योंकि इस मॉल में अग्नि सुरक्षा की कोई ताजातरीन व्यवस्था नहीं है. पिछले कई साल से सिलीगुड़ी का प्लेनेट मॉल अक्सर प्रशासनिक विवादों के केंद्र में रहा है. यहां अग्निकांड की कई बार घटनाएं घट चुकी हैं. इस प्लेनेट मॉल की कई दुकानों को को दमकल और सिलीगुड़ी नगर निगम की ओर से नोटिस भी दिया जा चुका है. बिल्डिंग प्लान के अनुसार निर्माण का न होना और बार-बार यहां अग्निकांड की घटना कुछ ऐसी है कि अब तो लोग यहां खरीदारी करने आने से डरने लगे हैं. पता नहीं कब यहां आग लग जाए!
अनेक लोग दावा करते हैं कि अगर आप प्लेनेट मॉल में जाते हैं तो यहां कई दुकानों और प्रतिष्ठानों का निर्माण बिल्डिंग प्लान के अनुसार नहीं हुआ है. यह बात एक लंबे समय से सिलीगुड़ी नगर निगम भी कहती रही है और दुकान मालिकों तथा प्लैनेट मॉल के वारिसों को नोटिस भी देती रही है. एक दूसरी नोटिस सिलीगुड़ी दमकल विभाग की ओर से अक्सर दिया जाता है. अग्निशमन विभाग के सूत्रों ने बताया कि 2016 से यहां फायर लाइसेंस का नवीकरण ही नहीं कराया गया है.
पूर्व में सिलीगुड़ी फायर स्टेशन के अधिकारियों की ओर से प्लैनेट मॉल में जाकर यहां की मौजूदा स्थिति के बारे में जानकारी ली गई तो फायर ऑडिट रिपोर्ट से पता चला कि 17 जुलाई 2016 से RFSC वैलिड नहीं है और RFSR के अनुसार 6 मीटर ड्राइव वे भी नहीं पाया गया है. FCD की भी यहां कोई व्यवस्था नहीं है. मॉल में हाइड्रेंट सिस्टम भी नहीं लगाया गया है. RFSR के अनुसार पंप सीक्वेंस भी नहीं है.
इसके अलावा अनेक खामियां पाई गई, जिसमें RFSR के अनुसार अलार्म ,हिट और स्मोक डिक्टेशन की व्यवस्था नहीं होना, कंट्रोल रूम /मॉनिटरिंग रूम का नहीं होना, यहां जो फायर फाइटिंग सिस्टम लगाया गया है, वह अभी तक अनिर्मित है और कोई काम नहीं करता. इस तरह से अनेक तकनीकी और यांत्रिक त्रुटियां पाई गई हैं, जिसके बाद से ही सिलीगुड़ी नगर निगम और दमकल विभाग की ओर से नोटिस पर नोटिस दिया जाता रहा है. अब आप ही बताइए जहां इस तरह की अव्यवस्था और यांत्रिक तथा तकनीकी कमियां हो, वहां ना तो व्यवसाय सुरक्षित रहेगा,ना व्यवसायी और ना ही प्लैनेट मॉल में खरीदारी करने आने वाले लोग!
खबर समय ने पहले भी प्रशासन और नागरिकों के हित में प्लैनेट माल से संबंधित सामग्री से दर्शकों को रूबरू कराते हुए प्रशासन और व्यवसायी दोनों को ही सचेत करने की कोशिश की थी. अब समय आ गया है कि व्यवसाई अपने व्यवसाय के साथ-साथ ग्राहकों की सुरक्षा की भी चिंता करें और प्रशासन यह सुनिश्चित करे कि ग्राहक और व्यापारी दोनों ही नियमों को मानकर अपना कार्य निष्पादन करते हैं. तभी भविष्य में ऐसे हादसों से बचा जा सकता है.