पहाड़ के भाजपा विधायक नीरज जिंबा के खिलाफ जयंत सिंह नामक एक गार्ड के साथ मारपीट करने,उसे धमकाने और गाली गलौज करने का आरोप लगा है. माटीगाड़ा पुलिस स्टेशन में जयंत सिंह के प्रार्थना पत्र पर इसकी प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है. पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है.
बताया जा रहा है कि यह मामला माटीगाड़ा थाना के अंतर्गत पाथरघाटा में एक भूमि विवाद से जुड़ा हुआ है. जयंत सिंह द्वारा लगाए गए आरोप के अनुसार नीरज जिंबा अपने 2-4 साथियों और महिलाओं के साथ दोपहर लगभग 2:00 बजे पाथरघाटा में स्थित कार्यालय में घुस गए.उनके लोगों ने दरवाजे का ताला तोड़ दिया और सीसीटीवी फुटेज में अपनी पहचान छुपाने के लिए विद्युत व्यवस्था को जानबूझकर भंग कर दिया. जब उन्हें रोकने की कोशिश की गई तब वह हाथापाई पर उतर गए. उनके आदमियों ने जय॔त सिंह के साथ मारपीट की और उसे गाली गलौज भी दिया.
फिलहाल जयंत सिंह निवेदिता नर्सिंग होम में अपना इलाज करा रहे हैं. जयंत सिंह की पत्नी का आरोप है कि नीरज जिंबा और उनके लोगों ने उनके पति पर जानलेवा हमला किया है.दूसरी तरफ नीरज जिंबा ने एक पत्रकार सम्मेलन में अपने ऊपर लगे आरोप से साफ इनकार कर दिया और कहा कि वह उस दिन पाथरघाटा गए ही नहीं थे और ना ही ऐसी किसी घटना में वे शामिल थे. पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है.
जानकारी मिल रही है कि पाथरघाटा में पिछले 3 साल से 14 बीघा जमीन पर एक प्रोजेक्ट का काम चल रहा था. प्रोजेक्ट की देख रेख का जिम्मा गार्ड जय॔त सिंह पर था. इस जमीन के वारिस को लेकर वाद विवाद चल रहा था. जमीन के वास्तविक मालिक की कोरोना काल में मौत हो गई थी. उन्होंने मौत से पहले एक वसीयत तैयार करवाई थी, जिसको क्लाइंट पक्ष के लोगों ने अदालत में चैलेंज किया था. कोर्ट में इसकी सुनवाई चल रही थी. नीरज जिंबा एक पक्ष के वकील थे.
नीरज जिंबा के अनुसार गार्ड जयंत सिंह हर बार उनके क्लाइंट को वहां जाने पर डिस्टर्ब करता था और उसे मारपीट कर भगा देता था. नीरज जिंबा ने आरोप लगाया कि कई बार गार्ड जयंत सिंह ने उनके मुवक्किल के साथ मारपीट की है और महिलाओं के साथ गलत व्यवहार भी किया है. सजा का हकदार कोई है, तो वह स्वयं गार्ड है.
नीरज जिंबा ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि अगर वह इस प्रकरण में गुनहगार हैं तो पुलिस उन्हें गिरफ्तार करे और अदालत उन्हें सजा दे. लेकिन वह इस मामले में इंवॉल्व नहीं है और ना ही घटनास्थल पर गए थे. उन्होंने कहा कि यह पूरा मामला राजनीतिक है तथा उन्हें बदनाम करने की साजिश है.
नीरज जिंबा की सफाई तथा जयंत सिंह के द्वारा लगाए गए उन पर आरोप के बीच माटीगाड़ा पुलिस इस प्रकरण की जांच कर रही है. प्राथमिक जांच के बाद ही माटीगाड़ा पुलिस इस घटना से जुड़े लोगों की गिरफ्तारी का फैसला ले सकती है. फिलहाल पुलिस यह जांच कर रही है कि क्या घटना के दिन दार्जिलिंग के भाजपा विधायक नीरज जिंबा पात्थरघाटा में उपस्थित थे या फिर जयंत सिंह के द्वारा एक फर्जी रिपोर्ट दायर की गई है.
पुलिस निवेदिता नर्सिंग होम में अपना इलाज करा रहे जयंत सिंह के ठीक होने और उनके मेडिकल रिपोर्ट की भी प्रतीक्षा कर रही है. यह भी पता लगाया जा रहा है कि क्या सीसीटीवी कैमरे को जानबूझकर खराब किया गया था या फिर यह एक आकस्मिक घटना मात्र थी. बहरहाल माटीगाड़ा पुलिस पूरे मामले में फूंक-फूंक कर कदम रख रही है.