सिलीगुड़ी, 7 नवम्बर 2025: सिलीगुड़ी की गौरवमयी बेटी और विश्वजयी क्रिकेटर रिचा घोष का आज पूरे शहर में भव्य स्वागत किया गया। सुबह से ही शहर के हर कोने में उत्साह का माहौल देखा गया। आठ से अस्सी साल तक के लोग सड़कों पर उतर आए; किसी के हाथ में भारतीय झंडा, किसी के हाथ में बैट, कोई फूलों और माला के साथ उन्हें देखने और सम्मान देने के लिए मौजूद था।
शहर के प्रमुख स्थल बाघाजतीन पार्क और रिचा के घर के आसपास भारी भीड़ जमा रही। हालांकि, दिल्ली से उनका विमान लगभग तीन घंटे देरी से आया। रिचा के स्वागत के लिए तैयार दर्शकों के बीच पहुंचा। सड़कों पर भीड़ और पुलिस के साथ उनकी सुरक्षा का विशेष इंतजाम किया गया। रिचा ने अपनी कार से आते हुए लोगों को हाथ हिलाकर अभिवादन किया और कई जगह रुककर ऑटोग्राफ भी दिए।
घर पहुँचते ही उनकी माँ स्वप्ना घोष ने उन्हें गले लगाकर पारंपरिक तरीके से स्वागत किया और पायस व मिठाई खिलाई। इसके बाद रिचा ने अपने पसंदीदा व्यंजन फ्राइड राइस, चिली पनीर और मिक्स सब्ज़ी का आनंद लिया।
फिर लाल कारपेट पर चलकर रिचा बाघाजतीन पार्क के मंच पर पहुंचीं, जहां छोटे खिलाड़ियों ने बैट से गार्ड ऑफ ऑनर दिया। सिलीगुड़ी नगर निगम ने उन्हें सोनार ब्रेसलेट, ब्रांडेड घड़ी, ट्रॉली बैग और प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया। सिलीगुड़ी जलपाईगुड़ी विकास प्राधिकरण ने भी उन्हें सोने का चैन प्रदान किया। सिलीगुड़ी महकमा क्रीड़ा परिषद ने उन्हें एक सुंदर मूर्ति भेंट की और पूरे क्षेत्र में आतिशबाज़ी कर उनका स्वागत किया गया।
इस अवसर पर गौतम देव ने घोषणा की कि इनडोर स्टेडियम के मुख्य स्टैंड का नाम रिचा घोष के नाम पर रखा जाएगा। रिचा की ओर से उपस्थित छोटे क्रिकेट खिलाड़ियों को ऑटोग्राफ और प्रेरणा दी गई।
रिचा ने भावुक होकर कहा, “मैं सोच भी नहीं सकती थी कि मेरे लिए इतनी बड़ी संख्या में लोग आएंगे। आप सभी के प्रेम और सम्मान के लिए मैं अभिभूत हूँ। सभी का बहुत-बहुत धन्यवाद। जो अभी खेल रहे हैं, वे मेहनत और ध्यान से अभ्यास करते रहें।”
रिचा की माँ स्वप्ना घोष ने कहा, “मैं सुबह से उनकी पसंदीदा डिश तैयार कर रही थी। उनकी जीत को नज़दीक से देखना और उनका स्वागत करना बहुत खुशी की बात है।”
इस भव्य आयोजन में लगभग 120 संगठनों ने रिचा का सम्मान किया। शाम को रिचा अपने बचपन के क्लब क्लब भी गईं, जहां उन्हें समर्पित सम्मान प्राप्त हुआ। पूरे शहर ने मिलकर रिचा की सफलता का जश्न मनाया और उनका स्वागत उत्साह और गर्व के साथ किया।

