भारत सरकार ने भले ही व्यापारियों को कुछ दिया हो या ना दिया हो, परंतु केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने खासकर सिलीगुड़ी और पड़ोसी देशों के सीमावर्ती व्यापारियों को वह सब कुछ दे दिया है,जिसका वे बरसों से इंतजार कर रहे थे और मौजूदा काल में उसके तलबगार थे.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के द्वारा सीमा शुल्क केंद्रों के उद्घाटन से सिलीगुड़ी, जयगांव, पानीटंकी, नेपाल भूटान और समीपवर्ती राज्यों के व्यापारियों की खुशी बढ़ गई है.. कोरोना काल में नेपाल और भूटान जैसे देशों में व्यापारिक गतिविधियां ठप हो जाने से व्यापारी काफी परेशान थे. खासकर जयगांव के व्यापारियों का व्यापार से मोहभंग हो चुका था. अब उन्हें लग रहा है कि उनकी व्यापारिक गतिविधियां पटरी पर लौट रही हैं.
जयगांव और भूटान के बीच व्यापारिक बाधा धीरे-धीरे दूर हो रही है. अब जयगांव और भूटान के बीच कारोबार को बढ़ाने के लिए सीमा शुल्क केंद्र भी खुल गए हैं. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण इस बात पर भी जोर दे रही है कि पड़ोसी देशों के साथ सीमा पार से व्यापार में सुधार के लिए न्यूनतम वस्तुओं के साथ शुल्क मुक्त और कोटा मुक्त व्यापार बढे.
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने हाल ही में कुलकुली, पानी टंकी तथा नागरा काटा में भारतीय सीमा शुल्क केंद्रों का वर्चुअल उद्घाटन किया था. उन्होंने गुरुवार को Dooars में दो सीमा शुल्क केंद्रों का वर्चुअल उद्घाटन किया. सीमा शुल्क केंद्रों को पानी टंकी से इलेक्ट्रॉनिक रूप से संचालित किया जाएगा.
नागराकाटा ब्लॉक स्थित जीती तथा अलीपुरद्वार के कुमार ग्राम ब्लाक स्थित कुलकुली में सीमा शुल्क खुलने से भारत के व्यापार वाणिज्य में काफी लाभ होने की संभावना व्यक्त की जा रही है. सबसे ज्यादा भारतीय सीमावर्ती क्षेत्रों के व्यापारी खुश दिख रहे हैं.
खुश हो भी क्यों ना.क्योंकि कोरोना काल में सिलीगुड़ी, जयगांव, और भूटान का कारोबार लगभग 2 साल तक बंद रहा था. इसका प्रभाव सबसे ज्यादा जयगांव में दिखा. जय गांव के व्यापारियों ने एक तरह से अपने कारोबार में ताला जड़ दिया था.
अब यहां कस्टम खुलने से भूटान के व्यापारी और जय गांव के व्यापारी सीमा शुल्क देकर दोनों देशों के बीच व्यापार कर पाएंगे. भारतीय कस्टम के दिनहाटा डिवीजन के सहायक आयुक्त नरबू छिरिंग भूटिया ने कहा है कि नागराकाटा में कस्टम केंद्र होने से स्थानीय व्यापारियों के साथ-साथ सिलीगुड़ी के व्यापारियों को भी काफी लाभ होगा. भूटान जय गांव और सिलीगुड़ी के व्यापारी ऑनलाइन आयात निर्यात का रजिस्ट्रेशन और व्यापार कर सकेंगे.
उम्मीद की जा रही है कि आने वाले समय में सीमा शुल्क केंद्रों का और ज्यादा विकास होगा. इससे सीमावर्ती क्षेत्रों का विकास होगा. लोगों के जीवन स्तर में सुधार और व्यापारियों को काफी लाभ होगा. सीमा शुल्क उद्घाटन कार्यक्रम में भूटान के कस्टम डिप्टी कमिश्नर, असिस्टेंट कमिश्नर, इंस्पेक्टर ,भारतीय कस्टम के दिनहाटा िडवीजन के सहायक आयुक्त, नागराकाटा जीती कस्टम के भार प्राप्त अधिकारी, इंस्पेक्टर, जलपाईगुड़ी जिला परिषद मेंटर, नगरा काटा प्रखंड विकास अधिकारी और तमाम लोग व अधिकारी उपस्थित थे.