राज्य सरकार का निर्देश है कि सिलीगुड़ी समेत पूरे राज्य में केवल इको फ्रेंडली वाहन ही सड़कों पर दौड़ सकें. परिवहन विभाग को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है. दरअसल इन दिनों कोलकाता, सिलीगुड़ी तथा दूसरे भीड़भाड़ वाले शहरों में वायु और ध्वनि प्रदूषण एक बड़ी समस्या बन गई है! अध्ययन बताते हैं कि कोलकाता की सड़कों पर अनगिनत अवैध ऑटो चल रहे हैं जिनसे वायु तथा ध्वनि प्रदूषण की स्थिति गंभीर हुई है.
हालांकि कोलकाता की तुलना में सिलीगुड़ी शहर में वायु तथा ध्वनि प्रदूषण की स्थिति गंभीर नहीं है, परंतु जिस तरह से यहां भी अवैध ऑटो की संख्या में इजाफा हो रहा है, उसे देखते हुए भविष्य में यहां भी स्थिति गंभीर हो सकती है.इसलिए राज्य परिवहन विभाग अभी से ही ऐसे नान इको फ्रेंडली वाहनों पर लगाम लगाने की तैयारी में जुट गया है.
राज्य सरकार के निर्देश के बाद राज्य परिवहन विभाग राज्य को ध्वनि और वायु प्रदूषण से मुक्त करने की तैयारी में जुट गया है. सूत्र बता रहे हैं कि सड़कों पर दौड़ रहे अवैध ऑटो के खिलाफ विभाग सख्त कार्रवाई करने जा रहा है. विभाग के द्वारा एक सर्वे कराया जा रहा है ताकि यह पता चल सके कि सड़कों पर कितनी संख्या में अवैध ऑटो चल रहे हैं, जिनसे प्रदूषण की समस्या गंभीर हो रही है. जल्द ही सर्वे का काम शुरू हो जाएगा.
सर्वे के बाद परिवहन विभाग अवैध ऑटो के खिलाफ कार्रवाई करेगा. कुछ दिन पहले राज्य के परिवहन मंत्री स्नेह आशीष चक्रवर्ती ने भी इस बात के संकेत दे दिए हैं. पहले कोलकाता और उसके बाद सिलीगुड़ी का नंबर आ सकता है. धीरे-धीरे पूरे राज्य के जिलों और शहरों में अवैध तरीके से चल रहे ऑटो का पता लगाया जाएगा और उसके बाद ऑटो मालिकों के खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार राज्य परिवहन विभाग सड़कों पर ऐसा कोई भी वाहन नहीं चलने देगा, जो पर्यावरण के अनुकूल ना हो. इसके लिए कोई भी कठोर कदम उठाया जा सकता है. इससे पहले परिवहन विभाग ने ध्वनि और वायु प्रदूषण के जिम्मेवार अवैध ऑटो चालकों को खबरदार कर दिया है. लेकिन इन सबके बावजूद ऑटो चालकों द्वारा सड़कों पर ऑटो को दौड़ाया जा रहा है.