सिलीगुड़ी और पूरे प्रदेश और देश में मौसम किस तरह करवट ले रहा है, मौसम वैज्ञानिक भी हैरान हैं. एकदम से ठंड गायब हो गई और गर्मी का आगाज हो गया. जानकार भी मौसम के इस मिजाज को समझने में असमर्थता महसूस कर रहे हैं. अभी जनवरी बीतने में लगभग एक हफ्ता का समय रह गया है.मौसम विभाग की माने तो इसी हफ्ते तक सिलीगुड़ी और उत्तर बंगाल में सुबह शाम की हल्की-फुल्की ठंड रह जाएगी और अगले हफ्ते से सिलीगुड़ी में गर्मी पांव पसारने लग जाएगी.
कोलकाता, हावड़ा ,हुगली, उत्तर और दक्षिण 24 परगना, उत्तर व पश्चिमी मेदिनीपुर, बांकुरा आदि दक्षिण बंगाल के जिले तो पहले से ही ठंड से बाहर हो चुके हैं. पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में कई दिन पहले से ही ठंड गायब हो चुकी है और वहां दिन के तापमान में लगातार वृद्धि हो रही है. आज कोलकाता का न्यूनतम तापमान 18.7 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया जो सामान्य से 4 डिग्री सेल्सियस अधिक है. जबकि अधिकतम तापमान 28.7 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया.यह सामान्य से 3 डिग्री सेल्सियस अधिक है.
सिलीगुड़ी समतल और पहाड़ी इलाकों में सुबह शाम की ठंड जरूर है. परंतु दिन में तापमान में लगातार वृद्धि जारी है. सिलीगुड़ी, जलपाईगुड़ी, अलीपुरद्वार, कूचबिहार ,दार्जिलिंग, कालिमपोंग आदि जिलों में दिन का तापमान औसतन 15 डिग्री सेल्सियस के नीचे रहता है. परंतु तापमान में लगातार वृद्धि हो रही है. खासकर समतल इलाकों में दिन के तापमान में उत्तरोत्तर वृद्धि जारी है. मौसम विभाग के अनुसार सिलीगुड़ी और आसपास के इलाकों में 26 जनवरी को दिन का अधिकतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस रहेगा जबकि रात में तापमान 14 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान लगाया गया है. 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस और सरस्वती पूजा दोनों ही है.
केवल पश्चिम बंगाल ही नहीं बल्कि देश के उन राज्यों से भी ठंड अचानक से गायब हो चुकी है, जो कड़ाके की ठंड से गुजर रहे थे. इनमें दिल्ली, उत्तर प्रदेश ,बिहार, पंजाब ,हरियाणा ,राजस्थान, मध्य प्रदेश ,महाराष्ट्र आदि राज्य शामिल है. दिल्ली में तापमान में लगातार वृद्धि जारी है. जबकि देश के अन्य राज्यों में भी जिस तरह से दिन के तापमान में लगातार वृद्धि हो रही है, उसको देखते हुए यही कहा जा सकता है कि सर्दी गायब हो गई और गर्मी आ गई!
मौसम वैज्ञानिक और विशेषज्ञ हतप्रभ हैं. आखिर एकदम से मौसम कैसे बदल गया! क्योंकि आपको याद होगा कि कुछ दिन पहले मौसम विभाग ने उत्तर भारत और दिल्ली में कड़ाके की ठंड का अनुमान लगाया था. ऐसे में मौसम का एकदम से पलट जाना कहीं ना कहीं कई रहस्य और गुत्थियो को उलझा रहा है. क्या यह ग्लोबल वार्मिंग है या फिर कुछ और? अचानक से मौसम ने क्यों करवट ली? यह अध्ययन का विषय जरूर है. बहरहाल इतना तो स्पष्ट हो गया है कि ठंड की विदाई हो गई है और गर्मी का आगाज हो गया है!