नए भारत में रेलवे स्टेशनों को नया लुक दिया जा रहा है. सिलीगुड़ी जंक्शन और न्यू जलपाईगुड़ी रेलवे स्टेशन को विश्वस्तरीय स्टेशन बनाए जाने का काम तो पहले ही शुरू कर दिया गया है. अब सिलीगुड़ी के आसपास के सहायक छोटे और बड़े स्टेशनों का भी कायाकल्प किया जाएगा.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को देशभर में 508 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास कार्य का एक साथ शुभारंभ करने जा रहे हैं. यह कार्य अमृत भारत स्टेशन योजना के अधीन होगा. कल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिन स्टेशनों के कायाकल्प के कार्य की आधारशिला रखेंगे, उनमें से पूर्वोत्तर सीमा रेलवे के चयनित 91स्टेशनों में से 56 स्टेशन भी शामिल हैं.
इन 56 रेलवे स्टेशनों में असम के 32 रेलवे स्टेशन, त्रिपुरा के 3 रेलवे स्टेशन, बिहार के 3 रेलवे स्टेशन, नगालैंड और मेघालय के 1-1 रेलवे स्टेशन तथा पश्चिम बंगाल के 16 रेलवे स्टेशन शामिल हैं. इन स्टेशनों के कायाकल्प में कुल लागत 1960 करोड़ आएगी. जबकि पूरे 91 स्टेशनों में 5100 करोड रुपए खर्च किया जाएंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 6 अगस्त को सुबह 11:00 बजे एक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए 508 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास कार्य का एक साथ शुभारंभ करेंगे.
केंद्र सरकार की अमृत भारत स्टेशन योजना के अंतर्गत देश के सभी छोटे-बड़े मझोले शहरों के रेलवे स्टेशन को सिटी सेंटर के रूप में स्थापित करने की योजना है. बाबा आदम के जमाने के बने कुछ स्टेशन तो तो अपना वजूद भी खोने लगे हैं.बरसों से उनकी मरम्मति नहीं की गई और ना ही सही देखरेख हो सका है. जिसके कारण इन छोटे बड़े स्टेशनों की स्थिति वर्तमान में काफी दयनीय बन चुकी है.
इन सभी स्टेशनों का कायाकल्प होने से यात्रियों को रेल यात्रा करने में आनंद आएगा तो दूसरी तरफ उनकी रेल यात्रा भी सुगम हो जाएगी. रेलवे सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार भारतीय रेल यात्रियों की यात्रा संबंधित समस्याओं को न्यूनतम करने में जुटी हुई है. कई यात्री सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है. लेकिन उनमें से सर्वप्रथम रेलवे स्टेशनों का लुक नए भारत के अनुरूप बदलने की तैयारी है.
अमृत भारत स्टेशन योजना के दूसरे चरण में पश्चिम बंगाल के 37 रेलवे स्टेशनों का भी जीर्णोद्धार होगा!