सामान्य परीक्षा में पास होने के लिए छात्रों को नकल करते तो आपने कई बार सुना होगा. और सिलीगुड़ी ही क्यों, पूरे देश में अधिकांश छात्र परीक्षा के समय नकल करते हैं. परंतु जब किसी महत्वपूर्ण विभाग में नौकरी के लिए अभ्यर्थी नकल करके परीक्षा पास करें तो आप समझ सकते हैं कि उस विभाग का कितना बेड़ा पार होगा! हमारे देश की यह एक बहुत बड़ी समस्या है, जहां महत्वपूर्ण विभागों में योग्य व्यक्तियों का सर्वथा अभाव रहता है. कभी नकल तो कभी आरक्षित कोटे के आधार पर नौकरियां दे दी जाती हैं. ऐसे में विभाग के साथ सही न्याय नहीं हो पाता है.
सिलीगुड़ी में शनिवार और रविवार 2 दिन विभिन्न स्कूलों में पश्चिम बंगाल, खाद्य आपूर्ति विभाग में सब इंस्पेक्टर के लिए लिखित परीक्षा का आयोजन किया गया था. राज्य के कई क्षेत्रों से परीक्षार्थी परीक्षा देने के लिए सिलीगुड़ी आए हुए थे. तराई तारापद आदर्श विद्यालय परीक्षा केंद्र में परीक्षा चल रही थी. अचानक निरीक्षक की नजर एक परीक्षार्थी पर पड़ी, जो इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस की मदद से उत्तर पुस्तिका में लिख रहा था. वह पीछे से आते निरीक्षक को देख नहीं सका और उत्तर पुस्तिका में लिखने में मगन रहा. लेकिन जैसे ही उसकी नजर निरीक्षक पर पड़ी, वह घबरा गया और तुरंत ही डिवाइस को खिड़की से बाहर फेंक दिया.
उसे लगा कि बात आई गई हो गई.लेकिन जब परीक्षा समाप्त हो गई तो वहां सिलीगुड़ी थाना की पुलिस पहुंच चुकी थी. पुलिस ने उक्त परीक्षार्थी को अपनी हिरासत में ले लिया. इसके बाद खिड़की से बाहर पड़े इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस को बरामद कर लिया गया और वहां से परीक्षार्थी को सिलीगुड़ी थाना लाया गया. परीक्षार्थी का नाम नूर आलम है. वह मालदा जिले के कालियाचक का निवासी है. आज उसे सिलीगुड़ी कोर्ट में पेश किया गया. इसी तरह से सिलीगुड़ी नगर निगम के 47 नंबर वार्ड स्थित भारती हिंदी हाई स्कूल परीक्षा केंद्र में भी निरीक्षक के सहयोग से प्रधान नगर थाना की पुलिस ने तीन परीक्षार्थियों तन्मय, सद्दाम और आनंद को इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस से नकल करते हुए हिरासत में लिया है.
माटीगाड़ा के कवि सुकांत हाई स्कूल परीक्षा केंद्र में भी मोबाइल से नकल करते हुए जयजीत दास को पुलिस ने हिरासत में लिया है. इसी तरह से नेताजी हाई स्कूल परीक्षा केंद्र में भी एक परीक्षार्थी सुमंगल चौधरी को सिलीगुड़ी थाना की पुलिस ने हिरासत में लिया है. सबसे अधिक तीन परीक्षार्थी प्रधान नगर थाना के अंतर्गत पकड़े गए हैं. अलग-अलग परीक्षा केंद्रों से पकड़े गए पांच आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने आईपीसी की धारा 420, 188 और 417 के तहत मामला दर्ज कर उन्हें अदालत में पेश किया. नूर आलम को आज अदालत में पेश किया गया.
तन्मय का पूरा नाम तन्मय पाल है और वह नदिया जिले के हास खाली थाना का रहने वाला है. सुमंगल हरितला गांव और जयजीत धनतला थाना क्षेत्र के अंतर्गत निवासी हैं. जबकि सद्दाम और आनंद उत्तर दिनाजपुर जिले के चोपड़ा थाना के दासपाड़ा इलाके के रहने वाले हैं. निश्चित रूप से इन परीक्षार्थियों को पकड़वाने में निरीक्षक की भूमिका काफी महत्वपूर्ण है. इसके लिए उनकी तारीफ भी की जानी चाहिए. समाज में गलत चीज को देखकर चुपचाप रहने से उसे प्रोत्साहन मिलता है. गांधी जी ने कहा था कि अन्याय करने वाला और अन्याय सहन करने वाला दोनों ही अपराधी हैं. सिलीगुड़ी प्रशासन, पुलिस महकमा और सक्षम व्यक्तियों के सहयोग से ही खाद्य विभाग का कुशल संचालन किया जा सकता है. सिलीगुड़ी प्रशासन और पुलिस महकमा भी बधाई का पात्र है, जिसने ऐसे लोगों के साथ किसी तरह की नरमी न बरतते हुए उनके खिलाफ कानून के तहत कार्रवाई की. इसका समाज पर सकारात्मक असर पड़ेगा!
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