पहाड़ी स्थानों पर घूमने जाने के लिए सिलीगुड़ी में वाहन चालक यात्रियों से मनमाना किराया वसूल करते हैं. बागडोगरा हवाई अड्डे पर उतरने के बाद यात्री को कहीं जाना होता है तो उसे किराए की कार लेनी पड़ती है, जो काफी महंगी होती है. इसी तरह से सिलीगुड़ी से कहीं भी घूमने अथवा व्यापारिक कार्यों से जाना हो तो निजी वाहन चालकों की मनमानी और उनका मनमाना किराया यात्रियों को झेलना पड़ता है. लेकिन अब बहुत जल्द यात्रियों की समस्या का समाधान होने जा रहा है.
दरअसल सिलीगुड़ी में यात्री साथी ऐप शुरू किया जा रहा है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 2023 में इस ऐप को कोलकाता में लॉन्च किया था. वहां यह ऐप काफी सफल रहा है. अब इस ऐप को सिलीगुड़ी में भी लॉन्च किया जा रहा है. क्योंकि सिलीगुड़ी में आमतौर पर निजी अथवा व्यवसायिक कार अथवा यात्रियों के लिए छोटे वाहन ही चलन में है. जबकि सिलीगुड़ी से दूर जाने के लिए बस का इंतजार करना होता है.टैक्सी यहां कम है. ऐसे में सुरक्षित परिवहन सेवा के लिए यात्री साथी ऐप को लांच किया जा रहा है. सूत्रों ने बताया कि इसी जुलाई महीने में इसे लॉन्च कर दिया जाएगा.
कई बार सिलीगुड़ी आए पर्यटकों को पहाड़ पर घूमने जाने के लिए पैसे को लेकर निजी कार चालकों के साथ बहस हो जाती है. कार चालक अलग-अलग पर्यटकों से अलग-अलग किराया वसूल करते हैं. अब उन्हें ऐसी समस्या का सामना नहीं करना पड़ सकता है. क्योंकि इस ऐप कैब के लॉन्च हो जाने से यात्रियों को सिलीगुड़ी से कहीं भी बाहर जाने के लिए निर्धारित किराया ही देना होगा. आरंभ में यात्री साथी ऐप कैब सेवा सिलीगुड़ी में न्यू जलपाईगुड़ी रेलवे स्टेशन, सिलीगुड़ी जंक्शन, बस टर्मिनल और बागडोगरा हवाई अड्डे को कवर करेगी. धीरे-धीरे इसका विस्तार किया जाएगा.
गर्मियों में या पीक सीजन में पहाड़ पर जाने के लिए या तो गाड़ियां आसानी से नहीं मिल पाती हैं. अगर मिलती भी हैं तो कार चालक पर्यटकों अथवा यात्रियों से मनमाना किराया वसूल करते हैं. यात्रियों को उनकी बात मानने के अलावा कोई विकल्प नहीं होता. सिलीगुड़ी में आए दिन बांग्लादेश, नेपाल, भूटान से लोग आते रहते हैं. उन्हें भी उचित दर में एक उम्दा और सुविधाजनक किराए की कार की आवश्यकता होती है.
बागडोगरा हवाई अड्डे पर तो हर समय निजी कार चालकों की चहल पहल रहती है. जैसे ही विमान के लैंडिंग का समय होता है और यात्री निकास द्वार से टैक्सी पकड़ने के लिए बाहर आते हैं, कार चालकों में उन्हें लेने के लिए होड़ लग जाती है. यही हाल सिलीगुड़ी के एनजेपी स्टेशन और सिलीगुड़ी जंक्शन पर भी देखा जा सकता है. सिलीगुड़ी में कैब ऐप सेवा बहुत कम उपलब्ध है. बाहर के यात्रियों को उनके गंतव्य स्थल का किराया भी पता नहीं होता है. ऐसे में टैक्सी चालक उनसे मनमाना किराया वसूल करते हैं. अब यात्री साथी ऐप लॉन्च होने से ऐसे यात्रियों की समस्या का समाधान होगा.
जिस तरह से कोलकाता में यात्रियों को किराए पर कार लेने में कोई परेशानी नहीं होती है, क्योंकि उनका किराया निर्धारित होता है. ठीक उसी तरह से उम्मीद की जानी चाहिए कि सिलीगुड़ी में भी इस ऐप के जरिए किराये को लेकर समस्या का समाधान होगा. कैब चालकों को भी इसका इसलिए लाभ होगा कि उन्हें यात्रियों से किराए को लेकर मोल तोल नहीं करना पड़ेगा. सूत्रों ने बताया कि सिलीगुड़ी में कई कार चालकों ने इस ऐप पर पंजीकरण कराना शुरू कर दिया है. यात्री साथी ऐप में किराया दूरी के हिसाब से निश्चित होगा. जैसे सिलीगुड़ी से दार्जिलिंग, गंगटोक, नेपाल इत्यादि कहीं भी जाना हो तो इस सेवा का इस्तेमाल करने पर निर्धारित किराया ही देना होगा.
सिलीगुड़ी में यात्री काफी समय से कुछ इस तरह की परिवहन सेवा की मांग कर रहे थे. अब यात्री साथी ऐप शुरू हो जाने से यात्री सेवाओं में काफी सुधार आएगा और सिलीगुड़ी से आसपास या दूर की यात्रा करना सरल और सुरक्षित होगा. अब देखना है कि यह यात्री साथी app कब लॉन्च होता है और सिलीगुड़ी में यह कितना सफल होता है!
(अस्वीकरण : सभी फ़ोटो सिर्फ खबर में दिए जा रहे तथ्यों को सांकेतिक रूप से दर्शाने के लिए दिए गए है । इन फोटोज का इस खबर से कोई संबंध नहीं है। सभी फोटोज इंटरनेट से लिये गए है।)