December 23, 2024
Sevoke Road, Siliguri
उत्तर बंगाल कालिम्पोंग घटना सिलीगुड़ी

कालिम्पोंग के दंपत्ति का था कूड़े के ढेर में मिलने वाला मृत नवजात !

सिलीगुड़ी: कल सिलीगुड़ी में एक ऐसी घटना घटी थी, जिसने फिर से इंसान के स्वार्थ को उजागर कर दिया और इस घटना ने पूरे शहर वासियों को झंझोड़ कर रख दिया | वैसे तो खालपाड़ा को व्यापारियों का गढ़ माना जाता है, जहां पर काफी जाने-माने और इज्जतदार लोग रहते हैं, लेकिन खालपाड़ा की कुछ गलियों को लोग बुरी नजर से देखते हैं, इसलिए जब भी लोग खालपाड़ा के बारे में सुनते हैं, तो पहले उन्हें खालपाड़ा की बदनाम गलियां ही याद आ जाती है |

कल शाम ढल चुकी थी और रात धीरे धीरे गहरा रहा था, तभी अचानक खालपाड़ा क्षेत्र में कूड़े के ढेर से एक नवजात मृत शिशु का शव मिला और मृत शिशु का शव एक बैग के अंदर था, जैसे ही यह घटना सामने आई पूरे क्षेत्र में तनाव का माहौल फैल गया | देखते ही देखते लोगों की भी इकट्ठा होने लगी,वहीं खालपाड़ा चौकी को मामले की जानकारी दी गई | पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर मामले की छानबीन शुरू की और उस मृत शिशु के शव को सिलीगुड़ी जिला अस्पताल पहुंचाया |

वहां जब मामले की छानबीन शुरू हुई, तो जानकारी मिली कि, वह मृत शिशु कालिम्पोंग निवासी एक दंपति का है और बच्चे के पिता रंग बहादुर भुजेल है, जो अपने गर्भवती पत्नी को लेकर सिलीगुड़ी जिला अस्पताल पहुंचे थे, वहां पर उनकी पत्नी ने एक मृत बच्चे को जन्म दिया और 4 घंटे बाद अस्पताल ने उस बच्चे को रंग बहादुर भुजेल को सौंप दिया | अपने मृत बच्चे को देखकर रंग बहादुर पूरी तरह टूट गए, वे समझ नहीं पा रहे थे कि, इस मृत बच्चे को कहां लेकर जाए, उसी समय देवदूत बनकर सफाई कर्मचारी आया, रंग बहादुर ने अपने मृत बच्चे को उसे सौंप दिया, साथ ही 3 हजार रूपये बच्चे के अंतिम संस्कार के लिए दिए | लेकिन उस सफाई कर्मी ने इस दुखद घटना को अवसर में तब्दील कर दिया और मृत शिशु को एक बैग में भरकर खालपाड़ा के कूड़े के देर में फेंक आया, लेकिन शायद ईश्वर को कुछ और ही मंजूर था |

वह मृत बच्चा किसी तरह फिर से अपने पिता की गोद में पहुंच गया, वही रंग बहादुर ने पुलिस के सहयोग से अपने मृत शिशु का अंतिम संस्कार किया | इस घटना से सवाल यह उठता है कि, क्या जीवित संतान ही एक माता पिता की जिम्मेवारी होते है ? क्या मृत संतान के अंतिम संस्कार की जिम्मेवारी एक जन्मदाता की नहीं है ? यदि रंग बहादुर पहले ही अपने मृत शिशु का अंतिम संस्कार कर देते तो उनके मृत शिशु को कोई कूड़े के ढेर में नहीं फेंकता |

(अस्वीकरण : सभी फ़ोटो सिर्फ खबर में दिए जा रहे तथ्यों को सांकेतिक रूप से दर्शाने के लिए दिए गए है । इन फोटोज का इस खबर से कोई संबंध नहीं है। सभी फोटोज इंटरनेट से लिये गए है।)

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