February 25, 2025
Sevoke Road, Siliguri
घटना

भूकंप के झटकों ने दहलाया!

आज सुबह 6 बजकर 10 मिनट पर लोगों ने भूकंप के झटके महसूस किये? क्या आपने भी भूकंप का झटका महसूस किया है?

अगर भूकंप की तीव्रता बड़ी हो तो जान माल का भारी नुकसान होता है. लेकिन अगर भूकंप की तीव्रता 4.0 से ज्यादा रहती है, तो होने वाली कंपन लोगों को दहशत में डाल देती है. ज्यादा तीव्रता का भूकंप काफी खतरनाक हो सकता है. आमतौर पर भूकंप के केंद्र के लिए हिमालय, तिब्बत वाला क्षेत्र संवेदनशील माना जाता है. यही कारण है कि इन क्षेत्रों में भूकंप के झटके महसूस किए जाते रहे हैं.

आज कोलकाता और आसपास के जिलों में भूकंप ने लोगों को दहशत में डाल दिया. आज सुबह 6:10 पर कोलकाता और आसपास के कई जिलों में लोगों ने भूकंप के झटके महसूस किये. नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार बंगाल की खाड़ी में 5.1 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसने कोलकाता और पूरे बंगाल के लोगों को डरा कर रख दिया. कोलकाता में इसका ज्यादा असर देखा गया, जबकि शेष बंगाल में लोगों ने हल्का कंपन महसूस किया. गनीमत रही कि भूकंप का केंद्र बंगाल की खाड़ी में था और यह 91 किलोमीटर की गहराई में था. इसलिए जान माल की क्षति नहीं हुई.

विशेषज्ञों के अनुसार सतह से 5 अथवा 10 किलोमीटर गहराई वाले भूकंप ही तीव्रता के भूकंप होते हैं, जिससे जान माल को नुकसान पहुंचता है. जबकि इससे अधिक गहराई के भूकंप से जान माल को नुकसान नहीं पहुंचता है. कोलकाता में 8 जनवरी को भी भूकंप आया था. उसका प्रभाव सिलीगुड़ी में भी देखा गया था. तिब्बत के सुदूर क्षेत्र और नेपाल के कुछ हिस्सों में इसकी तीव्रता ज्यादा थी.

आज सुबह 6:10 पर भूकंप का झटका आया, तो कोलकाता और आसपास के जिलों में ज्यादा असर देखा गया. सिलीगुड़ी में कुछ इलाकों में लोगों ने हल्का कंपन जरुर महसूस किया. हालांकि कुछ लोगों के लिए यह आभासी ही था. अधिकतर सिलीगुड़ी के ग्रामीण इलाकों में कई लोगों ने भूकंप का हल्का कंपन महसूस किया था.

2025 में अब तक भूकंप के कई झटके देश के अलग-अलग भागों में महसूस किए गए हैं. मणिपुर के उखरूल में आधी रात लगभग 12:23 पर भूकंप आया था, जिसकी तीव्रता 3.2 रही. जबकि भूकंप की गहराई 10 किलोमीटर पाई गई.उससे पहले दिल्ली और कई राज्यों में एक साथ भूकंप के कई झटके महसूस किए गए थे.

23 फरवरी को दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में दोपहर 3:24 पर भूकंप आया था. हालांकि भूकंप की तीव्रता 2.8 ही रही. जिससे जान माल का कोई नुकसान नहीं हुआ. भूकंप की गहराई 10 किलोमीटर थी. 17 फरवरी को दिल्ली में 4.1 तीव्रता का भूकंप आया था. वहां इसका शहरी क्षेत्र में ज्यादा असर देखा गया. लोग घबराकर सड़कों पर निकल आए. भूकंप का केंद्र दिल्ली के धौला कुआं में था. जिसके कारण शहरी क्षेत्र में इसका असर देखा गया था. भूकंप के केंद्र की गहराई धरती से 5 किलोमीटर ही थी.

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