कोलकाता में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने SIR के विरोध में विशाल मार्च निकाला. भारतीय जनता पार्टी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर BLO को धमकाने का आरोप लगाया है. तृणमूल कांग्रेस के नेता कुणाल घोष ने शिक्षकों को इस्तेमाल करने पर सवाल उठाया है. माहौल काफी गर्म है. इस बीच BLO के प्रशिक्षण की दौरान विरोध की भी खबर आ रही है. कर्मचारी ड्यूटी के घंटा और सुरक्षा को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. इन सभी के बावजूद चुनाव आयोग के निर्देशानुसार आज से सिलीगुड़ी समेत पूरे प्रदेश में SIR शुरू हो गया है.
आप सिलीगुड़ी में रहते हो या कहीं भी प्रदेश के किसी भी भाग में, आज से आपके घर BLO SIR का प्रपत्र लेकर पहुंचना शुरू कर रहे हैं. वे आपसे फार्म भरवाएंगे. आवश्यकता होगी तो आपसे जरूरी दस्तावेज मांग सकते हैं. इसलिए निम्न दस्तावेज संभाल कर रखें. चुनाव आयोग द्वारा मान्य इन 11 दस्तावेजों में से कौन-कौन से दस्तावेज आपके पास हैं, इस पर एक नजर डालते हैं.
1.केंद्रीय या राज्य सरकार या पीएसयू के नियमित कर्मचारी या पेंशनभोगी को जारी किया गया कोई भी पहचान पत्र, पेंशन भुगतान आदेश मान्य होगा.2. एक जुलाई 1987 से पहले सरकार/ बैंक/ डाकघर /LIC/ स्थानीय प्राधिकरण इत्यादि द्वारा जारी किया कोई भी पहचान पत्र. 3.जन्म प्रमाण पत्र 4.पासपोर्ट 5.मान्यता प्राप्त बोर्ड या विश्वविद्यालय द्वारा जारी मैट्रिक का शैक्षिक प्रमाण पत्र 6.स्थानीय निवास प्रमाण पत्र 7.वन अधिकार प्रमाण पत्र 8. जाति प्रमाण पत्र 9 राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर 10 राज्य या स्थानीय प्राधिकारियों द्वारा तैयार किया गया परिवार रजिस्टर और 11.सरकार द्वारा जारी कोई भी भूमि या मकान आवंटन प्रमाण पत्र. सुनिश्चित करें कि आपके पास इनमें से क्या प्रमाण पत्र उपलब्ध हैं.
आज से यह प्रक्रिया शुरू हो गई है, जो 4 दिसंबर 2025 तक चलेगी. 9 दिसंबर 2025 को मतदाता सूची का ड्राफ्ट प्रकाशित होगा. इसके बाद 9 दिसंबर से लेकर 8 जनवरी 2026 तक दावे और आपत्तियों के निवारण के लिए समय दिया गया है. यानी अगर आपका नाम मतदाता सूची में दर्ज नहीं है तो आप क्लेम कर सकते हैं. 9 दिसंबर से 31 जनवरी 2026 तक आपकी क्लेम पर सुनवाई होगी और सुधार किया जाएगा. इसके बाद फाइनल मतदाता सूची का प्रकाशन 7 फरवरी 2026 को होगा.
बहुत से लोग यह सोच रहे हैं कि उनके पास आधार कार्ड है, जो नागरिकता का प्रमाण है. यहां बता दूं कि आधार कार्ड नागरिकता का प्रमाण नहीं है. लेकिन SIR प्रक्रिया में पहचान प्रमाण पत्र के तौर पर इसका इस्तेमाल किया जा सकता है. लेकिन आधार कार्ड के अलावा भी आपको अन्य दस्तावेजों की आवश्यकता हो सकती है. बहुत से लोगों के पास आधार कार्ड के अलावा अन्य दस्तावेज नहीं है. ऐसे में सिलीगुड़ी और आसपास के इलाकों में फर्जी दस्तावेज गिरोह सक्रिय हो गए हैं.
पिछले दिनों एक फर्जी दस्तावेज रैकेट के सरगना और उसके साथियों को सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस ने गिरफ्तार भी किया है. मिलिट्री इंटेलीजेंस की सूचना पर सिलीगुड़ी पुलिस की डिटेक्टिव डिपार्टमेंट टीम ने बागडोगरा के भुजिया पानी इलाके में छापा मार कर एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया था. उसके घर से आधार, वोटर कार्ड, जन्म प्रमाण पत्र समेत कई संदिग्ध दस्तावेज बरामद किए गए जो कि SIR प्रक्रिया में इस्तेमाल हो सकते थे. फिलहाल ललन कुमार ओझा नामक व्यक्ति पुलिस रिमांड में है.
पुलिस ने दावा किया है कि अब तक 2000 से अधिक फर्जी नागरिक दस्तावेज बनाए जाने का खुलासा हो चुका है. भक्ति नगर और फांसी देवा इन दोनों ही थाना क्षेत्रों में अनेक नेटवर्क सक्रिय हैं. जांच एजेंसियां इन पर नजर रख रही हैं. फांसीदेवा प्रखंड में भारत बांग्लादेश सीमा पर बहने वाली महानंदा नदी और खोड़ीबाड़ी नेपाल सीमा से होकर गुजरने वाली मेची नदी इन क्षेत्रों को संवेदनशील बनाती है. खुली सीमाओं के कारण यहां से मवेशी तस्करी और फर्जी नागरिकता जैसी गतिविधियां बढ़ गई है. हाल ही में पुलिस जांच में कई बांग्लादेशी और नेपाली नागरिकों के पास से आधार और वोटर कार्ड बरामद हुए हैं. इससे पुलिस और खुफिया एजेंसियां सतर्क हो गई है. क्योंकि इन दस्तावेजों का sir प्रक्रिया में इस्तेमाल किया जा सकता है.
यह देखना होगा कि इन फर्जी दस्तावेज रैकेट से निपटने के लिए खुफिया एजेंसी क्या कार्रवाई करती है. बहरहाल, आज से प्रदेश में सरकार के भारी विरोध के बावजूद घर-घर BLO के पहुंचने का क्रम शुरू हो गया है.

